ETV Bharat / state

पराली जलाने वाले किसानों पर प्रशासन सख्त, फतेहाबाद में अब तक 148 किसानों पर FIR दर्ज

फतेहाबाद में किसानों द्वारा पराली जलाने का सिलसिला जारी है. प्रशासन ने पराली जलाने वाले किसानों से सख्ती से निपटने के लिए 148 किसानों पर एफआईआर दर्ज करवाई है. अब तक लगभग 600 किसान फतेहाबाद में पराली जला चुके हैं. वहीं कृषि विभाग की वेबसाइट के अनुसार पराली जलाने वाले किसानों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.

फतेहाबाद में अब तक 148 किसानों पर FIR दर्ज
author img

By

Published : Nov 1, 2019, 5:33 PM IST

फतेहाबादः दिवाली के पटाखों के बाद अब पराली के धुएं से आसमान में स्मॉग बढ़ता ही जा रहा है. जिसके चलते क्षेत्र में प्रदूषण का लेवल कम होने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में अब यहां की हवा लोगों को परेशान करने लगी है. सांस और दमा रोगियों की समस्या बढ़ने लगी है. बुधवार का प्रदूषण स्तर 121 था तो गुरुवार को ये आंकड़ा 25 के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया.

148 किसानों पर FIR दर्ज
फतेहाबाद में लगातार बढ़ते प्रदूषण स्तर ने प्रशासन की भी समस्या बढ़ा दी है. जिसके चलते जिला प्रशासन भी काफी सतर्क नजर आ रहा है. यही कारण है कि पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाई कर मामले दर्ज रहे हैं. सरकार द्वारा धान के अवशेष यानी पराली जलाने पर रोक लगाने के बाद भी किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं. किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं. वहीं प्रशासन द्वारा भी पराली जलाने वाले किसानों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. अभी तक कुल 148 किसानों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.

फतेहाबाद में अब तक 148 किसानों पर FIR दर्ज

300 से ज्यादा किसानों के खिलाफ शिकायत
कृषि विभाग के हरसेक पोर्टल के अनुसार अब तक फतेहाबाद में 600 के लगभग किसान पराली जला चुके हैं. जिससे जिले का प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. कृषि विभाग के अधिकारी पराली पर आग लगाने के मामलों की रोकथाम को लेकर काम कर रहे हैं, लेकिन उतनी कामयाबी नहीं मिल पा रही है. विभाग ने सख्ती करते हुए 300 से ज्यादा किसानों के खिलाफ थाने में शिकायत दे रखी है.

धारा 144 लागू
कृषि विभाग के उपनिदेशक बलवंत सहारण ने बताया कि फतेहाबाद में धान की पराली जलाने को लेकर प्रशासन की ओर से पहले ही धारा 144 लगा दी गई है. इसके बावजूद किसान लगातार पराली को आग लगा रहे हैं. जिससे पर्यावरण प्रदूषण बढ़ रहा था. उन्होंने कहा कि पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ धारा 144 की उल्लंघना के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत केस दर्ज किया गया है. बलवंत सहारण ने बताया कि विभाग द्वारा पराली जलाने वाले किसानों पर निगरानी रखी जा रही है.

ये भी पढ़ेंः टोहाना नागरिक अस्पताल में बना जिले का पहला हर्बल पार्क, जानें क्या है खासियत

फतेहाबादः दिवाली के पटाखों के बाद अब पराली के धुएं से आसमान में स्मॉग बढ़ता ही जा रहा है. जिसके चलते क्षेत्र में प्रदूषण का लेवल कम होने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में अब यहां की हवा लोगों को परेशान करने लगी है. सांस और दमा रोगियों की समस्या बढ़ने लगी है. बुधवार का प्रदूषण स्तर 121 था तो गुरुवार को ये आंकड़ा 25 के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया.

148 किसानों पर FIR दर्ज
फतेहाबाद में लगातार बढ़ते प्रदूषण स्तर ने प्रशासन की भी समस्या बढ़ा दी है. जिसके चलते जिला प्रशासन भी काफी सतर्क नजर आ रहा है. यही कारण है कि पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाई कर मामले दर्ज रहे हैं. सरकार द्वारा धान के अवशेष यानी पराली जलाने पर रोक लगाने के बाद भी किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं. किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं. वहीं प्रशासन द्वारा भी पराली जलाने वाले किसानों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. अभी तक कुल 148 किसानों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.

फतेहाबाद में अब तक 148 किसानों पर FIR दर्ज

300 से ज्यादा किसानों के खिलाफ शिकायत
कृषि विभाग के हरसेक पोर्टल के अनुसार अब तक फतेहाबाद में 600 के लगभग किसान पराली जला चुके हैं. जिससे जिले का प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. कृषि विभाग के अधिकारी पराली पर आग लगाने के मामलों की रोकथाम को लेकर काम कर रहे हैं, लेकिन उतनी कामयाबी नहीं मिल पा रही है. विभाग ने सख्ती करते हुए 300 से ज्यादा किसानों के खिलाफ थाने में शिकायत दे रखी है.

धारा 144 लागू
कृषि विभाग के उपनिदेशक बलवंत सहारण ने बताया कि फतेहाबाद में धान की पराली जलाने को लेकर प्रशासन की ओर से पहले ही धारा 144 लगा दी गई है. इसके बावजूद किसान लगातार पराली को आग लगा रहे हैं. जिससे पर्यावरण प्रदूषण बढ़ रहा था. उन्होंने कहा कि पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ धारा 144 की उल्लंघना के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत केस दर्ज किया गया है. बलवंत सहारण ने बताया कि विभाग द्वारा पराली जलाने वाले किसानों पर निगरानी रखी जा रही है.

ये भी पढ़ेंः टोहाना नागरिक अस्पताल में बना जिले का पहला हर्बल पार्क, जानें क्या है खासियत

Intro:फतेहाबाद मेें किसानों द्वारा लगातार पराली जलाने का सिलसिला जारी,प्रशासन ने पराली जलाने वाले किसानों से सख्ती से निपटने के लिए 148 किसानों पर करवाई एफआईआर दर्ज,अब तक 600 के लगभग किसान फतेहाबाद में जला चुके है पराली, कृृषि विभाग की वेबसाईड हरसेक के अनुसार लगातार पराली जलाने वाले किसानों पर रखी जा रही है निगरानी,पराली जलाने से बाज नही आ रहे किसान,लगातार कृषि विभाग द्वारा लगातार किसाानों को पराली जलाने न हेतु किया जा है जागरूक, Body:फतेहाबाद में सरकार द्वारा धान के अवशेष जलाने पर रोक लगाने के बाद भी किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं. किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं,प्रशासन द्वारा पराली जलाने वाले किसानों पर सख्त कार्रवाई करते हुए 148 किसानों पर एफआईआर दर्ज कर ली,कृषि विभाग के हरसेक पोर्टल के अनुसार अब तक फतेहाबाद में 600 के लगभग कि सान पराली को आग लगा चुके है। जिससे जिले का प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया हैैै, वीरवार को फतेहाबाद में एक्यूआई रेट 325 के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया,वहीं पराली जलाने वाले किसानों पर प्रशासनिक कार्रवाई जारी है,कृषि विभाग के उपनिदेशक बलवंत सहारण ने बताया कि फतेहाबाद में धान की पराली जलाने को लेकर प्रशासन की और से पहले ही धारा 144 लागू कर रखी है, बावजूद इसके किसान लगातार पराली को आग लगा रहे थे, जिससे पर्यावरण प्रदूषण बढ़ रहा था,पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ धारा 144 की उल्लंघना के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत केस दर्ज किया गया है,बलवंत सहारण ने बताया कि लगातार विभाग द्वारा पराली जलाने वाले किसानों पर निगरानी रखी जा रही है,

बाईट: बलवंत सहारण,उपनिदेशक कृषि विभाग फतेहाबाद, Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.