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फतेहाबादः जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने सरकारी स्कूलों बंद होने का ठीकरा अभिभावकों के सिर पर फोड़ा - स्कूलों को बंद करेगी सरकार फतेहाबाद न्यूज

सरकार की ओर से 1026 सरकारी स्कूलों को बंद करने को लेकर लिए गए फैसले पर जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह ने कहा कि लोगों का रुझान प्राइवेट स्कूलों की तरफ है. लिहाजा सरकारी स्कूलों में लोग बच्चों को नहीं भेज रहे हैं. ऐसे में सरकार को मजबूरी में स्कूलों को बंद करना पड़ रहा है. पढ़िए पूरी खबर...

nishan singh
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Published : Jan 30, 2020, 10:25 AM IST

Updated : Jan 30, 2020, 10:50 AM IST

फतेहाबादः प्रदेश में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और बच्चों की संख्या को लेकर एक सर्वेक्षण के बाद प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश में 1026 स्कूलों को बन्द करने का निर्णय ले लिया है. जहां पर भी 25 से भी कम बच्चे पढ़ रहे हैं, अब इन स्कूल के बच्चों को दूसरे स्कूलों में भेजा जाएगा. वहीं यहां के शिक्षकों को भी दूसरों स्कूलों में भेजने की योजना बनाई जा रही है. जिसको लेकर विभाग ने 31जनवरी तक पूरी रिर्पाट मांगी है.

सरकारी स्कूलों से घट रहा लोगों का रुझान - निशान सिंह
इसको लेकर सरकार का पक्ष जानने के लिए जब जेजेपी प्रदेशअध्यक्ष निशान सिंह से बात की गई तो उन्होनें कहा कि लोगों को शिक्षा और चिकित्सा देना सरकार की जिम्मेदारी है, जो सरकार दे भी रही है. पर इन सेवाओं में एक पूरी बिल्डिंग है पर वहां पर बच्चे नहीं आ रहे हैं, वहां 25 से कम बच्चे है. एक चलन है कि लोग अपने बच्चों को प्राईवेट स्कूलों में शिक्षा दिलवा रहे हैं, लोगों का रूझाान सरकारी स्कूलों से घट रहा है.

फतेहाबादः जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने सरकारी स्कूलों बंद होने का ठीकरा अभिभावकों के सिर पर फोड़ा

लाचार होकर सरकार ने लिया फैसला - निशान सिंह
ऐसे में सरकारी स्कूल को कैसे चलाया जाएगा. सरकार ने कम बच्चों की संख्या वाले कुछ सरकारी स्कूलों को बन्द करने का निर्णय लिया है. उन्होनें कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है बिल्डिंग और अध्यापक मुहैया करवाए. वहीं लोगों का काम है, वहां बच्चों को भेजना, पर अगर वहां बच्चे नहीं जाते तो सरकार वहां लाचार हो जाती है ऐसे में ही इसी तरह के कुछ स्कूलों को बन्द करने का निर्णय लिया गया है. जहां पर बच्चों की सख्या 25 से भी कम है.

ये भी पढ़ेंः- मासूम बच्चे की जान लेने से पहले कातिल मां ने किया था 6 महीने की बेटी का मर्डर?

फतेहाबादः प्रदेश में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और बच्चों की संख्या को लेकर एक सर्वेक्षण के बाद प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश में 1026 स्कूलों को बन्द करने का निर्णय ले लिया है. जहां पर भी 25 से भी कम बच्चे पढ़ रहे हैं, अब इन स्कूल के बच्चों को दूसरे स्कूलों में भेजा जाएगा. वहीं यहां के शिक्षकों को भी दूसरों स्कूलों में भेजने की योजना बनाई जा रही है. जिसको लेकर विभाग ने 31जनवरी तक पूरी रिर्पाट मांगी है.

सरकारी स्कूलों से घट रहा लोगों का रुझान - निशान सिंह
इसको लेकर सरकार का पक्ष जानने के लिए जब जेजेपी प्रदेशअध्यक्ष निशान सिंह से बात की गई तो उन्होनें कहा कि लोगों को शिक्षा और चिकित्सा देना सरकार की जिम्मेदारी है, जो सरकार दे भी रही है. पर इन सेवाओं में एक पूरी बिल्डिंग है पर वहां पर बच्चे नहीं आ रहे हैं, वहां 25 से कम बच्चे है. एक चलन है कि लोग अपने बच्चों को प्राईवेट स्कूलों में शिक्षा दिलवा रहे हैं, लोगों का रूझाान सरकारी स्कूलों से घट रहा है.

फतेहाबादः जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने सरकारी स्कूलों बंद होने का ठीकरा अभिभावकों के सिर पर फोड़ा

लाचार होकर सरकार ने लिया फैसला - निशान सिंह
ऐसे में सरकारी स्कूल को कैसे चलाया जाएगा. सरकार ने कम बच्चों की संख्या वाले कुछ सरकारी स्कूलों को बन्द करने का निर्णय लिया है. उन्होनें कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है बिल्डिंग और अध्यापक मुहैया करवाए. वहीं लोगों का काम है, वहां बच्चों को भेजना, पर अगर वहां बच्चे नहीं जाते तो सरकार वहां लाचार हो जाती है ऐसे में ही इसी तरह के कुछ स्कूलों को बन्द करने का निर्णय लिया गया है. जहां पर बच्चों की सख्या 25 से भी कम है.

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Intro:प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी नोटिस में 1026 स्कूलों को बन्द करने का निर्णय लेते हुए उन्हें समायोजित करने के बाद में रिपोर्ट मांगी गई है। जानकारी के अनुसार बन्द होने वाले स्कूलों में 25 से भी कम बच्चे पढ रहे है। शिक्षा अधिकारी ने इसके लिए 31 जनवरी तक पुरी रिर्पाट मांगी है। इस पर जजपा प्रदेशअध्यक्ष का कहना है कि सरकार लाचार है क्योकि लोगों का
रूझान सरकारी स्कूलो से घट रहा है। Body:प्रदेश में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों व बच्चों की संखया को लेकर एक सर्वेक्षण के बाद प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश में 1026 स्कूलों को बन्द करने का निर्णय ले लिया जहां पर 25 से भी कम बच्चे पढ रहे है अब इन स्कूल के बच्चों को दूसरे स्कूलों में भेजा जाएगा वही यहां के शिक्षकों को भी दूसरों स्कूलों में भेजने की योजना बनाई जा रही है जिसको लेकर विभाग ने 31जनवरी तक पुरी रिर्पाट मांगी है।

इसको लेकर सरकार के पक्ष जानने के लिए जब जजपा प्रदेशअध्यक्ष निशान सिंह से बात की गई तो उन्होनें कहा कि लोगो को शिक्षा व चिकित्सा देने सरकार की जिममेवारी है जो सरकार दे भी रहे है पर इन सेवाओं में एक पुरी बिल्डिग है पर वहंा पर बच्चे नहीं आ रहे वहां 25 से कम बच्चे है ।एक चलन है कि लोग अपने बच्चों को प्राईवेट स्कूलों में शिक्षा दिलवा रहे है लोगों को रूझाान सरकारी स्कूलों से घट रहा है।
ऐसे में सरकारी स्कूल को कैसे चलाया जाएगा। सरकार ने कम बच्चों की सख्खया कुछ सरकारी स्कुलों को बन्द करने का निर्णय लिया है उन्होनें कहा कि यह सरकार की जिममेवारी है बिलिडग व अध्यापक मुहिया करवना वही लोगों का काम है वहां बच्चों को भेजना पर अगर वहां बच्चे नहीं जाते तो सरकार वहां लाचार हो जाती है ऐसे में ही ऐसे कुछ स्कूलों को बन्द करने का निर्णय लिया है जहां पर बच्चों की सखया 25 से भी कम है। Conclusion:बाईट - निशान ङ्क्षसह जजपा प्रदेशअध्यक्ष हरियाणा
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Last Updated : Jan 30, 2020, 10:50 AM IST
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