फतेहाबाद: टोहाना में अतिथि अध्यापकों ने सीएम और सुभाष बराला के पुतले की शव यात्रा निकाली. महिलाओं ने पुतले की अर्थी को कंधा देकर शव यात्रा निकाली. इस यात्रा के बाद अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
अध्यापकों ने निकाली शव यात्रा
सरकार द्वारा वादाखिलाफी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. जिसके बाद सरकार ने विरोध कर रहे अतिथि अध्यापकों पर वॉटर कैनन का प्रयोग किया था. इन अध्यापकों ने अपने ऊपर हुए लाठीचार्ज और पानी की बौछार के विरोध में ये शव यात्रा निकाली है.
14000 गेस्ट टीचर्स होंगे प्रभावित
इन अध्यापकों का कहना है कि 2014 में सरकार ने इन टीचर्स को पक्का करने का वादा किया था. इन लोगों का कहना है कि सरकार के वादाखिलाफी की वजह से प्रदेश में 14,000 गेस्ट टीचर्स प्रभावित हो रहे हैं.
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पांच साल पहले शिक्षा मंत्री ने किया था वादा
आपको बता दें कि 2014 के विधानसभा चुनाव के समय शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने वादा किया था कि हमारी सरकार आने पर अतिथि अध्यापकों को पक्का कर दिया जाएगा. जिसे पांच साल बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं किया गया है.
ये हैं मांग
अध्यापकों की मांग है कि इन्हें पक्का और समान वेतन दिया जाए. अतिथि अध्यापक सुजाता वर्मा ने कहा कि ये विरोध प्रदर्शन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है. आपको बता दें कि बीते दिनों पलवल में भी इस तरह का विरोध प्रदर्शन किया गया था. जिसमें अतिथि अध्यापकों ने सीएम के राजनैतिक सचिव दीपक मंगला के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था.
आगामी विधानसभा चुनाव में चुनौती देंगे
उन्होंने कहा कि अगर आने वाले विधानसभा चुनावों से पहले उन्हें पक्का नहीं किया गया तो वे वोट की चोट से इनको हराने का काम करेंगे और सरकार के खिलाफ हर जगह प्रचार करेंगे.