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फतेहाबाद में दिल्ली कूच से पहले किसानों ने किया 'पगड़ी संभाल जट्टा किसान' सम्मेलन - तीन कृषि कानून हरियाणा किसान प्रदर्शन

कृषि कानूनों के विरोध में फतेहाबाद में किसानों ने पगड़ी संभाल जट्टा किसान सम्मेलन का आयोजन किया. इस सम्मेलन में हरियाणा और पंजाब के किसान शामिल हुए और दिल्ली कूच की रणनीति बनाई.

farmers protested against three agriculture laws
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Published : Nov 21, 2020, 4:02 PM IST

फतेहाबाद: जिले में दिल्ली कूच से पहले किसानों ने किसान सम्मेलन का आयोजन किया. सम्मेलन का नाम पगड़ी संभाल जट्टा किसान रखा गया. पंजाब और हरियाणा के किसानों ने बड़ी संख्या में इस सम्मेलन में हिस्सा लिया.

सम्मेलन में हिस्सा लेने आए किसान नेताओं ने कहा कि वो हर हाल में दिल्ली का घेराव करेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार करुणा का डर दिखाकर किसानों को डराने का प्रयास कर रही है.

फतेहाबाद में दिल्ली कूच से पहले किसानों ने किया प्रदर्शन

जिले में पगड़ी संभाल जट्टा किसान सम्मेलन

किसान नेताओं ने कहा कि कृषि कानून के विरोध में 500 किसान संगठन दिल्ली में इकट्ठा होंगे. जहां भी सरकार ने रोकने का प्रयास किया किसान वहीं डेरा डाल देंगे. किसानों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन की अनुमति मांगी है. लेकिन दिल्ली प्रशासन ने उन्हें उनुमति नहीं दी है. किसानों ने कहा कि सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. पंजाब में सरकार किसानों को यूरिया खाद नहीं दो रही तो हरियाणा में किसानों को यूरिया खाद ब्लैक में खरीदनी पड़ रही है.

भारी संख्या में दिल्ली कूच करेंगे किसान

कृषि कानून के विरोध में दिल्ली कूच से पहले शनिवार को फतेहाबाद में हरियाणा और पंजाब के किसानों ने सम्मेलन आयोजित किया. इस सम्मेलन में सैकड़ों की संख्या में किसानों ने भाग लिया. इस किसान सम्मेलन में महिलाएं भी काफी संख्या में शामिल हुई. दिल्ली के घेराव को लेकर इस सम्मेलन के अंदर रणनीति बनाई गई और आने वाले दिनों में आंदोलन को किस तरह से लड़ा जाएगा, इस बात को लेकर भी चर्चा की गई. किसान फतेहाबाद की नई सब्जी मंडी में एकत्र हुए और सम्मेलन किया.

कृषि कानूनों के विरोध में कर रहे हैं प्रदर्शन

किसानों ने सम्मेलन को 'पगड़ी संभाल जट्टा किसान सम्मेलन' का नाम दिया. सम्मेलन के बाद किसानों ने फतेहाबाद शहर में सड़क पर मार्च निकाला. इस सम्मेलन में किसान संगठनों के कई बड़े हरियाणा और पंजाब के नेता शामिल हुए. पंजाब जम्हूरियत किसान सभा के जनरल सेक्रेटरी कुलवंत सिंह ने बताया कि दिल्ली कूच से पहले किसानों ने फतेहाबाद में इस सम्मेलन का आयोजन किया. किसान दिल्ली रवाना होंगे और जहां भी किसानों को रोकने का प्रयास किया जाएगा वहीं किसान डेरा डालेंगे.

ये भी पढ़ें- 26 नवंबर को दिल्ली कूच की तैयारियों में जुटे हिसार के किसान

किसान अपने साथ कई महीनों का राशन लेकर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसानों के दिल्ली जाने की तारीख 26 नवंबर है, लेकिन वापस आने की कोई भी तारीख नहीं है. किसान अपनी बात मनवा कर ही वापस लौटेंगे. उन्होंने कहा कि ये किसानों का ही डर है कि अब सरकार ने तीसरा लॉक डाउन लागू कर दिया है. किसानों के डर के कारण ही अब दिल्ली में कोरोना फैल रहा है.

फतेहाबाद: जिले में दिल्ली कूच से पहले किसानों ने किसान सम्मेलन का आयोजन किया. सम्मेलन का नाम पगड़ी संभाल जट्टा किसान रखा गया. पंजाब और हरियाणा के किसानों ने बड़ी संख्या में इस सम्मेलन में हिस्सा लिया.

सम्मेलन में हिस्सा लेने आए किसान नेताओं ने कहा कि वो हर हाल में दिल्ली का घेराव करेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार करुणा का डर दिखाकर किसानों को डराने का प्रयास कर रही है.

फतेहाबाद में दिल्ली कूच से पहले किसानों ने किया प्रदर्शन

जिले में पगड़ी संभाल जट्टा किसान सम्मेलन

किसान नेताओं ने कहा कि कृषि कानून के विरोध में 500 किसान संगठन दिल्ली में इकट्ठा होंगे. जहां भी सरकार ने रोकने का प्रयास किया किसान वहीं डेरा डाल देंगे. किसानों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन की अनुमति मांगी है. लेकिन दिल्ली प्रशासन ने उन्हें उनुमति नहीं दी है. किसानों ने कहा कि सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. पंजाब में सरकार किसानों को यूरिया खाद नहीं दो रही तो हरियाणा में किसानों को यूरिया खाद ब्लैक में खरीदनी पड़ रही है.

भारी संख्या में दिल्ली कूच करेंगे किसान

कृषि कानून के विरोध में दिल्ली कूच से पहले शनिवार को फतेहाबाद में हरियाणा और पंजाब के किसानों ने सम्मेलन आयोजित किया. इस सम्मेलन में सैकड़ों की संख्या में किसानों ने भाग लिया. इस किसान सम्मेलन में महिलाएं भी काफी संख्या में शामिल हुई. दिल्ली के घेराव को लेकर इस सम्मेलन के अंदर रणनीति बनाई गई और आने वाले दिनों में आंदोलन को किस तरह से लड़ा जाएगा, इस बात को लेकर भी चर्चा की गई. किसान फतेहाबाद की नई सब्जी मंडी में एकत्र हुए और सम्मेलन किया.

कृषि कानूनों के विरोध में कर रहे हैं प्रदर्शन

किसानों ने सम्मेलन को 'पगड़ी संभाल जट्टा किसान सम्मेलन' का नाम दिया. सम्मेलन के बाद किसानों ने फतेहाबाद शहर में सड़क पर मार्च निकाला. इस सम्मेलन में किसान संगठनों के कई बड़े हरियाणा और पंजाब के नेता शामिल हुए. पंजाब जम्हूरियत किसान सभा के जनरल सेक्रेटरी कुलवंत सिंह ने बताया कि दिल्ली कूच से पहले किसानों ने फतेहाबाद में इस सम्मेलन का आयोजन किया. किसान दिल्ली रवाना होंगे और जहां भी किसानों को रोकने का प्रयास किया जाएगा वहीं किसान डेरा डालेंगे.

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किसान अपने साथ कई महीनों का राशन लेकर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसानों के दिल्ली जाने की तारीख 26 नवंबर है, लेकिन वापस आने की कोई भी तारीख नहीं है. किसान अपनी बात मनवा कर ही वापस लौटेंगे. उन्होंने कहा कि ये किसानों का ही डर है कि अब सरकार ने तीसरा लॉक डाउन लागू कर दिया है. किसानों के डर के कारण ही अब दिल्ली में कोरोना फैल रहा है.

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