फतेहाबाद: टोहाना के जाखल कुला मार्ग पर किसानों ने पराली जलाने को लेकर किए गए दर्ज मामलों को रद्द करने की मांग की. इसी के साथ किसानों ये भी कहा कि या तो सरकार 28 अक्टूबर तक किसानों को पराली प्रबंधन की मशीनें उपलब्ध कराएं नहीं तो उन्हें पराली को आग लगाने को मजबूर होना पड़ेगा.
बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों पर कृषि अवशेष पराली जलाने को लेकर जगह-जगह मामले दर्ज किए जा रहे हैं जिसका विरोध प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी किसानों के द्वारा किया जा रहा है. जिला फतेहाबाद टोहाना के जाखल कुला मार्ग पर गांव तलवाड़ा में किसानों ने अपनी इसी मांग को लेकर रोड को जाम कर दिया जिसमें आसपास के गांवों के किसान भी शामिल हो गए.
ये जाम तब तक चला जब तक कि प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर आकर उनकी समस्या का उचित हल का आश्वासन नहीं दिया. जाम को खुलवाने के लिए टोहाना डीएसपी बिरम सिंह और नायब तहसीलदार रामचंद्र मौके पर पहुंचे.
किसानों की समस्या को ध्यानपूर्वक सुना जिसके बाद उन्होंने किसानों को अपनी मांग को लिखित में देने के लिए कहा. इसके बाद किसानों ने एक लिखित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा.
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किसानों ने कहा कि इसमें मांग की गई कि सरकार पराली प्रबंधन के लिए प्रत्येक गांव के हिसाब से 25 मशीनें उपलब्ध करवाएं जिससे कि पराली प्रबंधन किसान आसानी से कर सकें. इसके लिए उन्होंने 28 अक्टूबर तक का समय दिया है. किसानों ने कहा कि यदि सरकार ने मशीन नहीं दिए तो उन्हें मजबुर होकर अपनी पराली को आग लगानी पड़ेगी.