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फतेहाबाद के गांव अहरवां में नहर टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल हुई जलमग्न - नहर टूटी फसल बर्बाद फतेहाबाद

फतेहाबाद के गांव अहरवां के पास 20 डिस्ट्रीब्यूटर नहर के टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई. किसानों ने सरकार से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा देने की मांग की है.

canal broken in fatehabad
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Published : Dec 23, 2020, 6:59 AM IST

Updated : Dec 23, 2020, 8:22 AM IST

फतेहाबाद: मंगलवार की सुबह अहरवां गांव के पास से गुजर रही नहर किसानों पर कहर बनकर टूटी. नहर में काफी चौड़ी दरार आ गई, जिससे पानी साथ लगते सैकड़ों एकड़ खेतों में घुस गया. जिस कारण कई फुट तक पानी खड़ा हो गया और कई एकड़ फसल जलमग्न हो गई.

मिली जानकारी के अनुसार अहरवां गांव के पास से गुजर रही फतेहाबाद डिस्ट्रीब्यूटर में बड़ी दरार आ गई. घटना सुबह करीब 3 बजे की बताई जा रही है. सुबह किसानों ने देखा तो खेतों में पानी ही पानी नजर आया.

फतेहाबाद के गांव अहरवां में नहर टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल हुई जलमग्न

वहीं किसानों का कहना है कि बड़ी संख्या में किसान दिल्ली गए हुए हैं और प्रशासन उनकी मदद के लिए नहीं पहुंचा. किसानों ने अपने स्तर पर मशीनें व संसाधन लाकर नहर की दरार को पाटने का कार्य शुरू किया, लेकिन कार्य धीरे होने के चलते सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई.

ये भी पढ़ें- हिसार: एचएयू में वैज्ञानिकों ने किसानों को मशरूम की खेती करने की दी ट्रेनिंग

ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग को भी सूचित किया, मगर कई घंटों बाद तक नहर को पाटा नहीं जा सका था. किसानों ने नहर टूटने के कारण बर्बाद हुई फसल के मुआवजे की मांग की है.

फतेहाबाद: मंगलवार की सुबह अहरवां गांव के पास से गुजर रही नहर किसानों पर कहर बनकर टूटी. नहर में काफी चौड़ी दरार आ गई, जिससे पानी साथ लगते सैकड़ों एकड़ खेतों में घुस गया. जिस कारण कई फुट तक पानी खड़ा हो गया और कई एकड़ फसल जलमग्न हो गई.

मिली जानकारी के अनुसार अहरवां गांव के पास से गुजर रही फतेहाबाद डिस्ट्रीब्यूटर में बड़ी दरार आ गई. घटना सुबह करीब 3 बजे की बताई जा रही है. सुबह किसानों ने देखा तो खेतों में पानी ही पानी नजर आया.

फतेहाबाद के गांव अहरवां में नहर टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल हुई जलमग्न

वहीं किसानों का कहना है कि बड़ी संख्या में किसान दिल्ली गए हुए हैं और प्रशासन उनकी मदद के लिए नहीं पहुंचा. किसानों ने अपने स्तर पर मशीनें व संसाधन लाकर नहर की दरार को पाटने का कार्य शुरू किया, लेकिन कार्य धीरे होने के चलते सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई.

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ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग को भी सूचित किया, मगर कई घंटों बाद तक नहर को पाटा नहीं जा सका था. किसानों ने नहर टूटने के कारण बर्बाद हुई फसल के मुआवजे की मांग की है.

Last Updated : Dec 23, 2020, 8:22 AM IST
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