फतेहाबाद: टोहाना के रवि नास्तिक को देश का पहला सर्टिफाइड नास्तिक बताया गया है. ये बात अपने आप में अजीब सी लगती है कि कोई कैसे किसी धर्म या जाति से जुड़ा नहीं है और न ही किसी भगवान को मानता है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने रवि से उनके नास्तिक बनने के पीछे की कहानी जानी.
ईटीवी भारत से रवि नास्तिक ने अपने नास्तिक होने की पूरी कहानी बताई. रवि ने आतंकवाद को धर्म की देन भी बताया है..रवि ने बताया कि आतंकवाद सभी धर्मों में होता है. आतंकवाद धर्म ने फैलाया है. आतंकवाद के नाम पर लोग बच्चों को भी नहीं छोड़ते हैं. नास्तिकवाद से ही आतंकवाद खत्म हो सकता है.
रवि ने 2017 में अपने आधार कार्ड में 2017 में अपना नाम रवि नास्तिक जुड़वाया. इसके बाद 2018 में कोर्ट से रवि ने अपना हक लिया. अब रवि ने अपने नास्तिक होने का प्रमाण पत्र हासिल कर लिया है.
रवि का कहना है कि वो भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर को मानते हैं. नास्तिक बनने के बाद उनको बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. घर वालों को मेरे नास्तिक बनने पर लोग ताना दे रहे हैं. कई लोगों ने मुझसे ये तक कहा कि वो मेरे हाथ का पानी तक नहीं पीएंगे.