फतेहाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान से प्रेरित टोहाना में दिव्यांग युवक मुकेश स्वंय को आत्मनिर्भर बनाने में जुटा है. मुकेश के इस साहस के बारे में बातें करते हुए उनके पिता की आंखें भर आई और उन्होंने मुकेश पर गर्व होने की भी बात कही.
पीएम के आत्मनिर्भर बनने के नारे से हुआ प्रभावित
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन-4 के शुरू होने से पहले आत्मनिर्भर भारत का नारा दिया था. ये नारा टोहाना के युवा दिव्यांग के मन को छू गया जिसने स्वंय को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास शुरू करते हुए बाजार में लिफाफे लेकर बेचने शुरू कर दिए ताकि वह किसी पर बोझ न बन सके.
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मुकेश के माता-पिता के अनुसार जब वह यह कार्य करता है तो उसकी बाजुओं में दर्द होता है, वे उसे रोकने का प्रयास करते हैं लेकिन वह अपना साहस दिखाकर काम करता रहता है और कहता है कि उसे आत्मनिर्भर बनना है. मुकेश 26 वर्ष का है और जन्म से दिव्यांग है. मुकेश को ये काम करते वक्त बेहद परेशानी भी होती है. वह काम करते वक्त गिरता है, लेकिन स्वंय संभलकर फिर खड़ा हो जाता है और फिर काम करने लग जाता है.
हर रोज 1500 लिफाफे बेचता है मुकेश
मुकेश ने बताया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत का हिस्सा बनना चाहता है जिसके चलते उसने यह कार्य शुरू किया है. मुकेश के अनुसार वह रोजाना 1000 से 1500 लिफाफे बाजार में बेच आता है जिससे उसे कुछ कमाई होती है. इससे वह अपना खर्चा खुद निकाल सकता है.
मुकेश के पिता रमेश जब भी बेटे के साहस के बारे में बात करते हैं तो उनकी आंखों में आंसू आ जाते हैं. वे रुंधे हुए गले से कहते हैं कि उसके बेटे के हौंसले को देखकर उन्हें खुशी मिलती है, लेकिन जब उसकी बाजू में दर्द होता है तो वे दुखी ह्रदय से उसे रोकते भी हैं कि वो ऐसा न करे, लेकिन वह नहीं मानता और काम करता रहता है, ये कहते हुए कि पीएम ने आत्मनिर्भर बनने का नारा दिया है जिसे वो जरूर पूरा करेगा.
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