फरीदाबाद: इंडस्ट्रियल सिटी फरीदाबाद में शनिवार को एक छात्र की हत्या कर दी गई थी. अब पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान अभिषेक और सोनू के रूप में हुई है जो कि पल्ला एरिया के रहने वाले हैं. दोनों आरोपियों ने अपने तीसरे साथी मिथिलेश के साथ मिलकर छात्र की हत्या कर दी.बता दें कि इस मामले में मृतक छात्र अभिषेक के पिता ने शनिवार सुबह मामला दर्ज कराया था.
पुलिस को दी शिकायत में मृतक अभिषेक के पिता विरेश ने बताया कि उनका 14 साल का बेटा अभिषेक 9वीं कक्षा में धीरज नगर के स्कूल में पढ़ता है. शुक्रवार शाम 7:30 बजे से लापता है. उन्होंने बताया कि उसे किसी राजा नाम के लड़के का फोन आया था. उसने कुछ किताबें मंगवाई थी जिसे देने के लिए उनका बेटा शाम को गया था परंतु वापस नहीं आया. शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज करके अभिषेक की तलाश शुरू की गई.
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि आरोपियों ने अभिषेक के पिता को फोन किया और उनसे 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी. फिरौती ना देने की सूरत में अभिषेक की हत्या (Student Murder In Faridabad) करने की धमकी दी. अभिषेक ने पिता ने यह बात पुलिस को बताई. इसके बाद पुलिस ने मामले में अपहरण और फिरौती की धाराएं जोड़कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी. मामले में कार्रवाई करते हुए तकनीकी और गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच 30 ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि फरीदाबाद में छात्र अभिषेक की हत्या (Student Abhishek Murder In Faridabad) करने वाले और कोई नहीं बल्कि वही लोग हैं जो उसके पिता के पास आते जाते थे. आरोपी अभिषेक इस हत्या का मास्टरमाइंड है जो डी. फार्मा का छात्र है. आरोपी सोनू की एक अपनी कबाड़ की दुकान है. इनका तीसरा साथी मिथिलेश एक फैक्ट्री में काम करता है. आरोपी अभिषेक ने प्लान बनाया कि वह छात्र अभिषेक को अगवा करके उसके पिता से फिरौती (Ransom Demand In Faridabad) मांगेंगे.
इसके लिए आरोपियों ने एक चोरी के मोबाइल का उपयोग करके अभिषेक को फोन किया और कहा कि वह राजा बात कर रहा है जो उसके स्कूल में पढ़ता है. उसे कुछ किताबों की आवश्यकता है. उसने किताबों के बहाने से अभिषेक को गली के कोने पर बुलाया. इसके बाद वहां से उसे उसका अपहरण करके अपने साथ गाड़ी में डालकर सेक्टर 31 एरिया में एक निर्माणाधीन इमारत में ले गए. वहां पर उन्होंने उसके हाथ-पैर बांधकर कर अपने तीसरे साथी मिथिलेश को उसकी निगरानी करने के लिए छोड़ दिया. इसके बाद दोनों आरोपी मिथिलेश को वहां छोड़कर खुद अभिषेक के पिता के पास आ गए. उसके साथ मिलकर अभिषेक को ढूंढने का ड्रामा करने लगे.
शनिवार की रात अभिषेक के परिजन और पुलिस मिलकर जब अभिषेक की तलाश कर रही थी तो दोनों आरोपी उनके साथ साथ घूम रहे थे ताकि वह पुलिस को गुमराह कर सके. उसी रात जब विरेश जब अपने बेटे की तलाश के बाद वापिस घर गए तो उन्हें लगा कि अभिषेक के पिता पैसा नहीं देंगे तो उन्होंने अभिषेक के सिर में ईट मारकर उसे इमारत में बनी लिफ्ट की बेसमेंट में फेंक दिया जहां पानी भरा हुआ था.
अभिषेक के हाथ बंधे हुए थे इसलिए वह अपने आप को बचा नहीं सका और उसकी मृत्यु हो गई. आरोपियों की निशानदेही पर अभिषेक के शव को बरामद किया गया. मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा. वारदात में शामिल तीसरे आरोपी की धरपकड़ की जाएगी और आरोपियों से मोबाइल और गाड़ी बरामद की जाएगी.
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