फरीदाबाद: कलयुग के इस दौर में आज भी इंसानियत और ईमानदारी जिंदा है. इसकी बानगी देखने को मिली हरियाणा के फरीदाबाद जिले में. फरीदाबाद जवाहर कॉलोनी में रहने वाले राम अवतार को लगभग साढे चार लाख रुपये का सामान मिला. जिसे उसने उसके मालिक तक पहुंचा दिया. दरअसल राम अवतार फरीदाबाद में ही लोहे की अलमारी को ठीक करने का काम करता है. वो कबाड़ में पड़ी अलमारी को खरीद कर उसको रिपेयर करके बेच देता है.
इस काम से हुई कमाई से वो अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता है. इस दौरान सोनू नाम के कबाड़ी ने उसने दो अलमारी ठीक करने के लिए दी. जिसमें से राम अवतार ने एक अलमारी ठीक करके सोनू कबाड़ी वाले को वापस कर दी. वहीं दूसरी अलमारी को सोनू कबाड़ी वाले ने राम अवतार को बेच दिया. राम अवतार ने जब उस अलमारी को खोला, तो उसमें से माता पर चढ़ने वाली चांदी की छतरी के साथ-साथ सोने के कुछ कंगन और सामान मिला. जिसे पुलिस की मदद से रामअवतार ने मंदिर प्रशासन को सौंप दिया.
ईटीवी भारत से बातचीत में राम अवतार ने बताया लगभग 20 दिन पहले सोनू कबाड़ी वाले ने मुझे दो अलमारी ठीक करने के लिए दी. जिसमें से एक अलमारी को हमने ठीक करके वापस कर दिया. वहीं दूसरी अलमारी सोनू कबाड़ी वाले ने कहा कि आप ही इसे रख लीजिए. जब हमने अलमारी को ठीक करने के लिए खोला तो उसमें सारे लॉक खुले हुए थे, लेकिन एक अंदर का लॉक बंद था. जिसको तोड़ा तो हमें चांदी की छतरी और माता रानी के हाथ का कंगन, नाक का नाग समेत लगभग 3 किलो चांदी और तीन-चार आइटम सोने का दिखा. जिसे देखते वो समझ गए कि ये किसी मंदिर का समान है.
इसके बाद वो सामानों को घर ले गया और सोचा कि जिसका है. वो उसको लौटा देंगे. इससे पहले उन्हें डर भी लगा कि कहीं उल्टा वो फंस ना जाए. इसके बाद उसने सोनू कबाड़ी वाले से संपर्क किया और पूछा कि अपने अलमारी कहां से खरीदी थी. जिसके बाद सोनू कबाड़ी वाले ने बताया कि ये एनआईटी स्थित मां वैष्णो देवी मंदिर की अलमारी है. जिसे उन्होंने कबाड़ में खरीदा है. इसके बाद वो श्याम बंगा नाम के शख्स के पास पहुंचे जो एनआईटी एक नंबर मार्केट कमेटी के प्रधान हैं. इसके बाद वो थाना कोतवाली पहुंचे. इसके बाद एसएचओ को सारी बात बताई.
इसके बाद एसएचओ ने वैष्णो देवी मंदिर के प्रधान जगदीश भाटिया को बुलाया और उसके बाद पुलिस प्रशासन के सामने हमने सारा सामान जगदीश भाटिया को सौंप दिया. इसके बाद पुलिस की तरफ से राम अवतार को सम्मानित किया गया. राम अवतार की पत्नी संतोष भाटी ने कहा कि जब राम अवतार सामान लेकर घर पहुंचे, तो मैंने कहा कि ये मंदिर का सामान लग रहा है. इसे वापस लौटा दें.
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गौरतलब है कि राम अवतार एक छोटे से अलमारी रिपेयर की दुकान करते हैं. हालांकि उनके घर की स्थिति ठीक नहीं है. राम अवतार के अलावा उनके घर में उनकी पत्नी, बहू, बेटा और पोता हैं. घर की स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद भी रावतार और उनके परिवार वालों के मन में कोई लालच नहीं आया. अगर उनकी जगह कोई दूसरा व्यक्ति होता, तो शायद ये सामान मंदिर प्रशासन को नहीं लौटाता. राम अवतार की इस काम के लिए जमकर तारीफ हो रही है.