फरीदाबाद: बल्लभगढ़ में निजी वाहन चालकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही. निजी वाहन चालक मुनाफे के लालच में स्कूली बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. वैन में जरूरत से ज्यादा बच्चों को बैठाते हैं. ना तो इनके पास फायर सेफ्टी जैसी कोई सुविधा है और ना ही फर्स्ट एड बॉक्स जैसी. हैरत की बात तो ये है कि सरेआम ये निजी वाहन चालक कानून की धज्जियां उड़ाते हैं. ना तो अभिभावकों को इसकी चिंता. ना पुलिस-प्रशासन को खबर और ना ही स्कूल प्रशासन को परवाह.
शुक्रवार को हालांकि बल्लभगढ़ के सेक्टर तीन और सेक्टर आठ की डिवाइडिंग रोड पर पुलिस कर्मचारी ऐसे वाहनों के चालान काटते जरूर नजर आए. यहां थाना अध्यक्ष की निगरानी में स्कूली बच्चों से भरी गाड़ियों को रोककर चालान किए गए, हैरानी की बात ये है कि चालान के बावजूद भी स्थिति में सुधार नहीं है. रोजाना ऐसे ही गाड़ियों में जरूरत से ज्यादा बच्चों को बैठाया जाता है. जिससे की उनकी जान पर खतरा बना रहता है.
जिन वाहनों में बच्चों को जरूर से ज्यादा की संख्या में बैठाया जाता है. उन वाहनों की कंडीशन भी अच्छी नहीं होती. इसके अलावा उनमें सीएनजी सिलेंडर लगे होते हैं. सब-इंस्पेक्टर विजेंद्र कुमार ने बताया कि चालान की ये कार्रवाई नियमित रूप से की जाती है. ये सभी EECO टैक्सी ड्राइवर स्कूली बच्चों को ECCO में जरूरत से ज्यादा बिठाकर ले जाते हैं. जिससे एक्सीडेंट होने का भी डर बना रहता है.
वही इन सभी गाड़ियों पर नंबर प्लेट भी टैक्सी वाले नहीं होते और ये सभी लोग सफेद नंबर प्लेट गाड़ी को कमर्शियल में इस्तेमाल करते हैं, जोकि यातायात नियम अनुसार गलत है. इसी को देखते हुए इन पर यातायात नियमानुसार कार्रवाई की जाती है. जिन ड्राइवर के पास गाड़ी के कागज पूरे नहीं होते उन्हें इंपाउंड भी किया जाता है.