फरीदाबाद: हरियाणा में सूरजकुंड मेले का आगाज 3 फरवरी 2023 से होगा. 36वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला (surajkund international handicrafts fair faridabad) 19 फरवरी 2023 तक चलेगा. हरियाणा पर्यटन विभाग ने इस मेले की शुरुआत 1987 में शुरू की थी. तब से हर साल फरवरी महीने में ये मेला लगता है. इस मेले का मुख्य उद्देश है देश के कोने-कोने से सबसे अच्छे शिल्प उत्पादों को एक ही स्थान पर लाना.
जहां आप ना इन्हें देख सकते हैं, बल्कि उन्हें खरीद भी सकते हैं. फरीदाबाद में सूरजकुंड मेले (surajkund fair in faridabad) की तैयारियों को लेकर काम शुरू हो गया है. मेले के लिए छोटे-छोटे हॉट्स बनाए गए हैं. जिन्हें सजाकर सुंदर रूप दिया जा रहा है. इस बार हॉट्स को देसी लुक दिया जा रहा है. मेले में लोकल फॉर वोकल थीम का भी प्रयोग किया जा रहा है, इस मेले में आपको देश दुनिया की संस्कृति की झलक देखने को मिलती है.
यही वजह है कि इस मेले में जैसे कोने-कोने से पर्यटक मेले का लुत्फ उठाने भी आते हैं. अरावली की पहाड़ियों में लगने वाला अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला अपने आप में खास है. इस मेले में देश-विदेश के कलाकार अपनी कला की प्रस्तुति देते हैं.
7 साल बाद पाकिस्तान की एंट्री: पिछले साल के मुकाबले इस साल सूरजकुंड मेला (surajkund international handicrafts fair) खास होने वाला है. बड़ी बात ये है कि इस मेले में 7 साल बाद पाकिस्तान को एंट्री मिली है. दरअसल 2016 में जम्मू-कश्मीर के उरी कैंप में सुबह साढ़े 5 बजे के करीब जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकवादियों ने भारतीय सेना के ब्रिगेड हेडक्वॉटर्स पर हमला कर दिया. इस हमले में 19 जवान शहीद हो गए और कई जवान घायल हो गए.
जिसके जवाब में भारतीय सेना का दल 29 सितंबर 2016 की देर रात पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में दाखिल हुआ. करीब 3 किलोमीटर अंदर घुसने के बाद भारतीय सेना के जवानों ने अपना ये खास ऑपरेशन शुरू किया. जवानों ने पीओके में मौजूद तमाम आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. इसके बाद दोनों देशों में विवाद बढ़ गया और यही वजह है कि सूरजकुंड मेले में पाकिस्तान की एंट्री को बैन कर दिया गया था. अब 7 साल के लंबे इंतजार के बाद पाकिस्तान को भी मेले में एंट्री मिली है.
आपको बता दें इस बार मेले में 1200 से ज्यादा स्टाल बनाए जा रहे हैं. जिसमें 100 से ज्यादा स्टॉल विदेशी कलाकारों के लिए रिजर्व किए गए हैं. कुछ दिन पहले ही सूरजकुंड स्थित राजहंस होटल में अलग-अलग देशों के राजदूत एवं प्रतिनिधिमंडल के साथ विदेश मंत्रालय संयुक्त सचिव योजना की अध्यक्षता में हुई. बैठक में पर्यटन विभाग के प्रबंध निदेशक डॉक्टर नीरज कुमार ने मेले की तैयारी को लेकर जानकारी दी. जिसके बाद सभी ने मेले ग्राउंड का भी जायजा लिया. सूरजकुंड मेले में इस बार नॉर्थ ईस्ट के 8 राज्यों को पहले ही थीम स्टेट के रूप में शामिल किए जाने की घोषणा हो चुकी है.
मेले में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) से जुड़े कई देश पार्टनर कंट्री के रूप में शामिल होंगे. ऐसा पहली बार हो रहा है कि एससीओ से जुड़े कई देश पार्टनर कंट्री के रूप में सूरजकुंड मेले में शामिल होंगे. गौरतलब है कि सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले से फरीदाबाद को एक पहचान भी मिली है और यही वजह है कि मेले में आने वाले देश विदेश के मेहमानों के लिए सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं. ड्रोन कैमरों से मेले की निगरानी की जाती है. हरियाणा पुलिस के हजारों जवानों की ड्यूटी मेले में लगाई जाती है. मेले में किसी भी तरह से कोई घटना ना हो या भगदड़ ना मचे. इसको लेकर भी विशेष तौर पर प्रबंध किए जाते हैं. मेले में अलग-अलग देशों के कलाकार मुख्य चौपाल पर अपनी प्रस्तुति पेश करते हैं. जिसमें डांस, सिंगिंग, फैशन शो इत्यादि शामिल होते हैं.