फरीदाबाद: हरियाणा के नांगल चौधरी से 2 जून को पुरानी पेंशन बहाली को लेकर शुरू हुई साइकिल यात्रा सोमवार को फरीदाबाद पहुंची. जहां पर पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष बिजेंद्र धारीवाल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनकी ये साइकिल यात्रा हरियाणा के तमाम जिलों से होकर गुजरेगी. हर जिले में अधिकारियों और कर्मचारी संगठनों से संपर्क किया जाएगा. ये यात्रा अंत में 22 तारीख को चंडीगढ़ पहुंच जाएगी. 23 तारीख को राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा.
इस दौरान पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल ने बताया कि 1 लाख 74 हजार कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए उनके सामाजिक हक, सामाजिक सुरक्षा और उनके बुढ़ापे की लाठी यानि पुरानी पेंशन योजना को बहाल करवाना हमारी साइकिल यात्रा का एकमात्र उद्देश्य है. विजेंद्र धारीवाल ने बताया कि केंद्र सरकार ने 2004 और हरियाणा सरकार ने 2006 में पुरानी पेंशन नीति को बंद करके नई बाजार आधारित एनपीएस लागू की. जो कि पूरी तरह से शेयर मार्केट निवेश के ऊपर आधारित है.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में OPS आंदोलन: चुनाव से पहले पुरानी पेंशन स्कीम पर घिरी बीजेपी सरकार, कर्मचारियों ने किया नये आंदोलन का ऐलान
धारीवाल ने कहा कि NPS में किसी भी तरह की न तो पेंशन की कोई गारंटी है और न ही हमारे जो पैसे उसके अंदर जमा होते है, उसकी कोई रिटर्न गारंटी है. इस अन्याय के खिलाफ हमारी लड़ाई है. इसी के चलते हमने 2 जून को नांगल चौधरी से साइकिल यात्रा शुरू की है, जो 22 जिलों से होकर गुजरेगी. जहां पर वो अधिकारी, कर्मचारी और संगठनों से मुलाकात की जायेगी. सभी संगठनों से हम आंदोलन में सहयोग की अपील करेंगे.
विजेंद्र धारीवाल ने बताया कि साइकिल यात्रा 22 तारीख को पंचकूला पहुंचेगी. 23 तारीख को महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे. लगातार उनकी यात्रा चल रही है और आज 250 किलोमीटर की यात्रा करके वे फरीदाबाद पहुंचे हैं. दिल्ली में 50 से 60 किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं. साइकिल यात्रा में युवा पीढ़ी भी सहयोग कर ही है. पंचायतें, ब्लॉक समितियां और आम लोगों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है.
इस दौरान उन्होंने बताया कि वो सोमवार की रात को फरीदाबाद में ही रुकेंगे. कल उनकी साइकिल यात्रा गुरुग्राम से झज्जर होते हुए प्रत्येक जिलों से होकर गुजरेगी. विजेंद्र धारीवाल ने कहा कि 19 फरवरी को पंचकूला में कर्मचारियों की बड़ी रैली हुई थी. जिसको सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए दबाने की कोशिश की. धारीवाल ने कहा कि लाठी-डंडों से आंदोलन नहीं रुका करते. जब तक पुरानी पेंशन योजना बहाल नहीं होगा, ये आंदोलन जारी रहेगी.
ये भी पढ़ें- ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर हुई बैठक में नहीं निकला कोई नतीजा, अगले सप्ताह फिर हो सकती है बैठक