फरीदाबाद: अक्सर हम घर से जब दूर निकलते हैं तो सबसे बड़ी समस्या रास्ते में मोबाइल चार्जिंग की आती है. इस समस्या से निजात दिलाने को लेकर फरीदाबाद के श्रीराम मॉडर्न स्कूल के बच्चों ने एक ऐसा आविष्कार किया है, जिससे जूते से अब करंट पैदा होगी. जूते से से आप अपना मोबाइल और लैपटॉप भी चार्ज कर सकेंगे. इस गैजेट से आपका मोबाइल और लैपटॉप चार्ज तो होगा ही साथ ही आपका शरीर रहेगा फिट.
स्कूली छात्राओं का कमाल: दरअसल फरीदाबाद स्थित श्रीराम मॉडर्न स्कूल के आठवीं नौवीं 10वीं 11वीं और 12वीं के कुछ छात्रों ने मिलकर एक गैजेट तैयार किया है. उस गैजेट को बच्चों ने जूते में फिट किया और जूते के अंदर चिप लगा कर जैसे ही शरीर का भार चिप पर पड़ेगा गैजेट की मदद से उसमें करंट उत्पन्न होगा. उस करंट से मोबाइल और लैपटॉप आसानी से चार्ज कर सकेंगे.
कैसे किया गैजेट का आविष्कार: ईटीवी भारत से बातचीत में छात्रा बलराज ने बताया यह आइडिया हमें खुद से आया. हमने देखा कि लोग फोन के बिना अब रह नहीं पाते हैं और आजकल के लोग सेहत पर भी ध्यान दे रहे हैं, तो हमने सोचा क्यों नहीं ऐसा गैजेट बनाया जाए जो फोन भी चार्ज करें और उससे सेहत भी बने तो हमने एक चार्जिंग जूते का आविष्कार किया जिससे लोग पहनकर भी अपना फोन भी चार्ज कर सकेंगे.
क्या कहते हैं स्टूडेंट और टीचर: वहीं 12वीं की छात्रा शगुन ने बताया कि यह आविष्कार फिजिक्स से रिलेटेड है. हमारे मोसन से रिलेटेड है जिसको लेकर हमारे सर ने हमें पढ़ाया भी है कैसे हम इस चिप का प्रयोग करके करंट उत्पन्न कर सकते हैं. हमने ऐसा ही किया हमने फ्लो ऑफ इलेक्ट्रॉन के साइंस पर इस जूते का आविष्कार किया है. वहीं फिजिक्स के टीचर नवीन जोशी ने बताया कि बच्चे मेरे पास आए और उन्होंने कहा कि कोविड के बाद से लोग है हेल्थ कॉन्शस हो गए हैं तो क्यों ना कुछ ऐसा डिवाइस बनाया जाए जिससे हेल्थ भी बनी रहे और मोबाइल चार्जिंग की दिक्कत तो को भी दूर किया जा सके. इसके बाद हमने फिजियो चिप की मदद से कर सकते हैं, जिसके बाद हमने फिजियो चिप लगाया. उसके बाद वोल्टेज को मैनेज करने के लिए वोल्टेज बूस्टर लगाया. इसके बाद डायोड की मदद से एसी को डीसी में कन्वर्ट किया. वोल्टेज को एंपलीफायर किया ताकि इसकी मदद से डिवाइस को चार्ज किया जा सके. इसके बाद हमने यह डिवाइस तैयार किया.
इलेक्ट्रॉनिक साइंस की मदद से जूता करता है लैपटॉप और मोबाइल को चार्ज: फिजिक्स के टीचर नवीन जोशी ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक साइंस की मदद से ये डिवाइस बनाया है. हालांकि आम व्यक्ति इस डिवाइस को नहीं बना सकता, क्योंकि हमने एनर्जी को बूस्ट करके रखा है. फिजियो चिप तो मार्केट में आसानी से मिल जाएगा, लेकिन जो इसका एनर्जी बूस्टर है उसको हमने खुद एक नया शेप दिया है. जिसकी मदद से यह एनर्जी को बूस्ट करता है और शरीर के भार से करंट पैदा करता है. वहीं, दूसरे लोग फिजियो चिप तो ले आएंगे लेकिन फिजियो चिप इतनी एनर्जी नहीं देता है जिससे हम अपने मोबाइल या लैपटॉप को चार्ज कर सकें. इसीलिए हमने वोल्टेज बूस्टर को डायोड की मदद से बनाया है.
800 रुपये लागत डायोड शरीर के बाहर से वोल्टेज को बूस्ट कर देता है और हमें जितनी वोल्टेज चाहिए फोन और लैपटॉप चार्ज करने के लिए उतना वोल्टेज हमें मिल जाता है.इस डिवाइस को बनाने में 4 दिन का समय लगा है. वहीं इसकी लागत 800 रुपये के करीब आई है हालांकि जूते के क्वालिटी के ऊपर डिपेंड करता है कि जूता किस क्वालिटी का है, क्योंकि जूता जितना महंगा होगा उतनी ही इसकी कॉस्ट आएगी. इससे एक साथ दो मोबाइल या दो लैपटॉप को चार्ज किया जा सकता है क्योंकि एक पद के शूज से एक और दूसरे पैर के शूज से दूसरा डिवाइस चार्ज हो जाएगा यानी एक टाइम पर दो गैजेट्स आसानी से चार्ज हो जाएंगे. हालांकि इस डिजाइन को पेटेंट भी करवा लिया गया है और यही वजह है कि अब उन बच्चों के इस आविष्कार की हर तरफ तारीफ हो रही है.
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