फरीदाबाद: खोरी गांव में तोड़फोड़ (Khori village Demolition case) को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं. तोड़फोड़ की कार्रवाई के विरोध में ग्रामीणों ने गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर प्रदर्शन किया. खोरी गांव के लोगों ने प्रशासन ने मकान ना तोड़ने की अपील की. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से खोरी गांव में प्रशासन की तरफ से तोड़फोड़ की कार्रवाई जारी है. जिसका ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं.
प्रशासन की तरफ से सबसे पहले पहाड़ के सबसे ऊंचाई वाले मकानों को तोड़ने का काम किया जा रहा है, क्योंकि इन मकानों को कई साल पहले भी तोड़ा गया था. इसीलिए ये अभी तक अस्थाई तौर से बने हुए हैं. ऐसे में इन में रहने वाले लोगों को घरों के बाहर निकालकर मकानों को तोड़ने का काम किया जा रहा है. प्रशासन लगातार लोगों से घर खाली करने की अपील कर रहा है.
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बता दें कि, अरावली क्षेत्र के खोरी गांव में करीब 100 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण किया गया है. जमीन माफिया ने औने-पौने दाम पर प्रतिबंधित वन जमीन को बेच दिया. खोरी गांव सूरजकुंड क्षेत्र (फरीदाबाद) के अलावा प्रहलादपुर क्षेत्र, राजधानी दिल्ली तक फैला हुआ है. यहां करीब 10 हजार मकान बने हैं. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने वन जमीन पर बने इस निर्माण को तोड़ने और खाली कराने का आदेश दिया है.