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अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला का आज से आगाज़, क्राफ्ट मेले में पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

देश का मशहूर सूरजकुंड मेला एक बार से लोगों के लिए तैयार है. सूरजकुंड मेले को इंटरनेशनल क्राफ्ट फेयर के नाम से भी जाना जाता है. इसकी शुरुआत आज से की जाएगी.

surajkund fair launch by president
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Published : Feb 1, 2020, 11:50 AM IST

Updated : Feb 1, 2020, 12:52 PM IST

फरीदाबाद: सूरजकुंड की हसीन वादियों में लगने वाला अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला आज से शुरू होने जा रहा है. सूरजकुंड मेले की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. हर बार की तरह इस बार भी ये मेला हस्तशिल्प और कलाकारी के लिए जाना जाएगा.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मेले का शुभारंभ करने के लिए पहुंच गए हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायन आर्य, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, हिमाचल के मुख्मयंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा एंव पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर भी मौजूद हैं.

राष्ट्रपति की सुरक्षा की तैयारी

अगर सुरक्षा की बात करें तो 2200 के लगभग पुलिस कर्मचारी और अधिकारी इस मेले में तैनात रहेंगे. जिनमें 20 डीएसपी और 50 इंस्पेक्टर शामिल हैं. इसके अलावा बम निरोधक दस्ता हो. सीआईडी हो या फिर अन्य कोई विभाग वो पूरी तरह से मेले की सुरक्षा में तैनात रहेंगे.

39 देश लेंगे मेले में हिस्सा

इस बार सूरजकुंड मेले में 39 देश हिस्सा ले रहे हैं और लगभग 3000 दुकानें बनाई गई हैं. मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. सुरक्षा से लेकर सजावट तक सभी का ध्यान रखा गया है.

कंट्री पार्टनर उज्बेकिस्तान

34वें अंतर्रास्ट्रीय हसशिल्प सुराजकुंड मेले को इस बार मसहूर फैशन डिजाइनर रितू बेरी ने डिजाइन किया है. रितू बेरी उज्बेकिस्तान की तरफ से इंडिया में उनकी एम्बेसडर हैं. उज्बेकिस्तान इस बार मेले का कंट्री पार्टनर है.

ईटीवी भारत के साथ मसहूर फैशन डिजाइनर रितू बेरी

16 फरवरी तक चलेगा मेला

देश का मशहूर सूरजकुंड मेला एक बार से लोगों के लिए तैयार है. सूरजकुंड मेले को इंटरनेशनल क्रॉफ्ट फेयर के नाम से भी जानते हैं. इस साल सूरजकुंड मेला 1 फरवरी से शुरू होकर 16 फरवरी 2020 तक चलेगा.

हिमाचल प्रदेश है इस बार की थीम

इस साल हिमाचल प्रदेश को थीम राज्य बनाया गया है. ऐसे में सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में इस बार दर्शकों को हिमाचल प्रदेश की हस्तकला, संस्कृति और बेजोड़ शिल्पकला देखने को मिलेगी.

ये भी पढे़ं:- लाडवा का पवित्र मंजी साहिब गुरुद्वारा: यहां मौजूद चारपाई जिस पर श्री गुरु तेग बहादुर ने किया था आराम

रजकुंड मेला के थीम राज्य हिमाचल प्रदेश होने के कारण मेले में रंगीन हिमाचली टोपी, शॉल भी देश-विदेश के पर्यटकों का ध्यान खींचेंगी. आपको बता दें कि हिमाचल में कई ऐसी जगहें है, जो लकड़ी पर नक्काशी शिल्प के लिए मशहूर हैं.

फरीदाबाद: सूरजकुंड की हसीन वादियों में लगने वाला अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला आज से शुरू होने जा रहा है. सूरजकुंड मेले की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. हर बार की तरह इस बार भी ये मेला हस्तशिल्प और कलाकारी के लिए जाना जाएगा.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मेले का शुभारंभ करने के लिए पहुंच गए हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायन आर्य, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, हिमाचल के मुख्मयंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा एंव पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर भी मौजूद हैं.

राष्ट्रपति की सुरक्षा की तैयारी

अगर सुरक्षा की बात करें तो 2200 के लगभग पुलिस कर्मचारी और अधिकारी इस मेले में तैनात रहेंगे. जिनमें 20 डीएसपी और 50 इंस्पेक्टर शामिल हैं. इसके अलावा बम निरोधक दस्ता हो. सीआईडी हो या फिर अन्य कोई विभाग वो पूरी तरह से मेले की सुरक्षा में तैनात रहेंगे.

39 देश लेंगे मेले में हिस्सा

इस बार सूरजकुंड मेले में 39 देश हिस्सा ले रहे हैं और लगभग 3000 दुकानें बनाई गई हैं. मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. सुरक्षा से लेकर सजावट तक सभी का ध्यान रखा गया है.

कंट्री पार्टनर उज्बेकिस्तान

34वें अंतर्रास्ट्रीय हसशिल्प सुराजकुंड मेले को इस बार मसहूर फैशन डिजाइनर रितू बेरी ने डिजाइन किया है. रितू बेरी उज्बेकिस्तान की तरफ से इंडिया में उनकी एम्बेसडर हैं. उज्बेकिस्तान इस बार मेले का कंट्री पार्टनर है.

ईटीवी भारत के साथ मसहूर फैशन डिजाइनर रितू बेरी

16 फरवरी तक चलेगा मेला

देश का मशहूर सूरजकुंड मेला एक बार से लोगों के लिए तैयार है. सूरजकुंड मेले को इंटरनेशनल क्रॉफ्ट फेयर के नाम से भी जानते हैं. इस साल सूरजकुंड मेला 1 फरवरी से शुरू होकर 16 फरवरी 2020 तक चलेगा.

हिमाचल प्रदेश है इस बार की थीम

इस साल हिमाचल प्रदेश को थीम राज्य बनाया गया है. ऐसे में सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में इस बार दर्शकों को हिमाचल प्रदेश की हस्तकला, संस्कृति और बेजोड़ शिल्पकला देखने को मिलेगी.

ये भी पढे़ं:- लाडवा का पवित्र मंजी साहिब गुरुद्वारा: यहां मौजूद चारपाई जिस पर श्री गुरु तेग बहादुर ने किया था आराम

रजकुंड मेला के थीम राज्य हिमाचल प्रदेश होने के कारण मेले में रंगीन हिमाचली टोपी, शॉल भी देश-विदेश के पर्यटकों का ध्यान खींचेंगी. आपको बता दें कि हिमाचल में कई ऐसी जगहें है, जो लकड़ी पर नक्काशी शिल्प के लिए मशहूर हैं.

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Last Updated : Feb 1, 2020, 12:52 PM IST
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