फरीदाबाद: आज के आधुनिक युग में जहां शादी-ब्याह में दिखावे के लिए लोग लाखों-करोड़ों रुपये खर्च करना अपनी प्रतिष्ठा समझते है. वहीं फरीदाबाद जिले के गांव शाहबाद में एक आईएएस अधिकारी ने 11 बारातियों के साथ मात्र 101 रुपये में विवाह करके समाज में एक नया संदेश देने का काम किया है.
तिगांव विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव शाहबाद निवासी रणजीत सिंह के बेटे प्रशांत नागर 2019 बैच के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं, जो कि फिलहाल उत्तर प्रदेश के अयोध्या में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात हैं. आईएएस प्रशांत नागर का विवाह दिल्ली के बुराड़ी की रहने वाली डॉ. मनीषा से सम्पन्न हुआ है.
11 बारातियों के साथ सादगीपूर्वक हुई शादी
इस विवाह की खासियत ये है कि ये पूरी तरह से सादगीपूर्वक सम्पन्न हुआ और बारात में भी मात्र 11 व्यक्ति ही शामिल हुए. इसके अलावा शगुन के तौर पर भी मात्र 101 रुपये लिए गए. दिल्ली सहित पूरे फरीदाबाद में इस बिना दहेज के विवाह को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं.
'बेटे ने जो संकल्प लिया था, उसे पूरा किया'
वहीं प्रशांत नागर के पिता रणजीत नागर ने बताया कि शादी-ब्याह में जो लोग अपनी हैसियत दिखाने के लिए रुपये व्यर्थ खर्च करते हैं उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए बल्कि ऐसे रुपयों से वह जरूरतमंद कन्याओं के विवाह सम्पन्न करवाए और पुण्य के भागीदार बनें. उन्होंने कहा कि वह शुरू से ही दहेज के खिलाफ रहे हैं और उनके बेटे प्रशांत ने भी बिना दहेज सादगीपूर्वक शादी करने का संकल्प लिया था, जो उसने पूरा किया.
हर ओर हो रही सराहना
हर ओर आईएएस अधिकारी द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना हो रही है. ऐसे विवाह समाज को एक आइना दिखाने का काम करते हैं. दहेज लेना और देना, दोनों ही गलत है इसलिए समाज को अब जागरूक होकर शादी-ब्याहों में व्यर्थ खर्चाें से बचना चाहिए और दिखावे के बजाए सादगीपूर्वक विवाह करने का संकल्प लेना चाहिए. तभी दहेज रूपी सामाजिक बुराई का पूरी तरह से अंत हो पाएगा.
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