फरीदाबाद: फरीदाबाद स्मार्ट सिटी की हालत बेहद बदहाल हो गई है. आलम यह है कि सड़क गड्ढे में है या गड्ढों में सड़क है इसको जान पाना मुश्किल हो जाता है. लोगों का कहना है कि हर बार नगर निगम के अधिकारियों से कहा जाता है कि लेकिन वह इसे अनसुना कर देते हैं. लोगों को कहना है कि प्रशासनिक अधिकारी आश्वासन तो जरूर देते हैं लेकिन हकीकत कुछ और ही होती है. इसका खुलासा भी बारिश के दिनों में हो जाता है.
टूटी-फूटी सड़कों पर लोग निकलने को मजबूर हो जाते हैं. ऐसे में कई हादसे भी होने के खतरे बढ़ जाते हैं. शिकायतें कई बार की गई लेकिन नतीजा कुछ भी न रहा. इस बार भी स्थानीय विधायक अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि शायद इस बार कोई समाधान निकल आए. पृथला से विधायक व हरियाणा वेयरहाउस चेयरमैन नयनपाल रावत ने बताया है कि आगामी बरसात के सीजन से पहले लोगों को टूटी सड़कों से निजात मिल जाएगी.
इसको लेकर उन्होंने आज पीडब्ल्यूडी के एसडीओ, जेई व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यों को लेकर दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की ओर से गई घोषणा के अनुरूप लगभग 15 सड़कों पर जल्द ही काम पूरा कर दिया जाएगा. इसके अलावा जो भी सड़कें रह जाएंगी उन सभी के लिए भी आज अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. बीते दो साल से कोराना काल के कारण सड़कों का काम नहीं हो पाया था लेकिन अब उनके पास सीएम हाउस से भी लगातार फोन आ रहे हैं और तमाम सड़कों के एस्टीमेट भेज दिए गए हैं.
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गौरतलब है कि पूरे फरीदाबाद की स्थिति एक जैसी ही है. ऐसे में स्मार्ट सिटी का सपना तो सभी देखते हैं लेकिन अधिकारियों की वजह से फरीदाबाद सिर्फ नाम का स्मार्ट सिटी रह गया है. फरीदाबाद में अमूमन गलियां ऐसी हैं जो पूरी तरह से टूटी है.