फरीदाबाद: हरियाणा सरकार ने दसवीं से बारहवीं कक्षा तक के लगभग 5 लाख विद्यार्थियों को फ्री टैबलेट (Haryana government free tablet scheme) वितरित किए थे, ताकि विद्यार्थी इन टैबलेट की मदद से ऑनलाइन पढ़ाई कर सके. सरकार ने दावा किया कि कोरोना काल के दौरान पढ़ाई में हुए नुकसान की पूर्ति इस टैबलेट के साथ पूरी हो जाएगी. क्योंकि टैबलेट के माध्यम से छात्र घर बैठे ही पढ़ाई से जुड़ी हर समस्या का समाधान कर पाएंगे.
सरकार ने दावा किया था कि टैबलेट में ऑनलाइन एक्टिविटी के लिए छात्रों को इंटरनेट डेटा पर पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. टैबलेट में प्रतिदिन एयरटल या जियो का 2 जीबी डेटा फ्री मिलेगा, लेकिन सरकार ये दावे धरातल पर दम तोड़ते नजर आ रहे हैं. दरअसल फरीदाबाद में 2680 टैबलेट में सिम एक्टिवेट (fee tablet sim card not activated in faridabad) नहीं हो रही है. जिस वजह से छात्रों को इंटरनेट की सुविधा नहीं मिल पा रही. जिससे छात्र ऑनलाइन क्लास अटेंड नहीं कर पा रहे हैं.
हरियाणा सरकार की तरफ से फरीदाबाद में 13 हजार 676 छात्र छात्राओं और 525 पीजीटी अध्यापकों को टैब दिए गए थे. जिनमें से 11521 टैब में ही सिम शुरू हो पाया है, बाकी 2680 टैब में सिम एक्टिवेट नहीं हो पाया है. जिस कारण 2680 बच्चे ऑनलाइन क्लास नहीं ले पा रहे हैं. जबकि सरकार के टैब वितरित करने का मुख्य मकसद यही का कि घर रहकर भी छात्रों को शिक्षा संबंधी सुविधा मिल सके, लेकिन छात्रों के पास टैबलेट होने के बाद भी वो ऑनलाइन क्लास अटेंड नहीं कर पा रहे हैं.
इस मामले जिला शिक्षा अधिकारी मनीष चौधरी ने बताया कि उनको सिम चालू ना होने की जानकारी नहीं मिली है. जिन अध्यापकों को ऑनलाइन क्लास लेने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उनसे सिम बंद होने को लेकर भी जानकारी ली जाएगी. बता दें कि हरियाणा सरकार ने दावा किया था कि छात्रों को फ्री इंटरनेट की सुविधा देने पर सरकार का लगभग 57 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा. बच्चों के माता-पिता की आमदनी के हिसाब से इंटरनेट पर 3500 रुपए सालाना खर्च करना संभव नहीं था.
शिक्षा विभाग के मुताबिक टैबलेट के साथ अगर फ्री इंटरनेट ना दिया जाता तो इससे उतना लाभ नहीं मिल पाता. टैब में लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था की गई है, जो पर्सनलाइज्ड अडेप्टिव लर्निंग (पीएएल) पर आधारित है. ताकि बच्चे टैबलेट में ही मॉक टेस्ट, पूरा पाठ्यक्रम और अपने विषयों से संबंधित पूरी जानकारी हासिल कर सकें. फिलहाल तो फरीदाबाद के 2680 छात्र फ्री टैबलेट होते हुए भी ऑनलाइन क्लास से महरूम हैं.