फरीदाबाद: इन दिनों हरियाणा के फरीदाबाद में साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिसके तहत अब साइबर पुलिस भी सतर्क हो गई है. मामले की शिकायत मिलते ही आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर के आरोपी को पकड़ा जा रहा है. इसी कड़ी में मैट्रिमोनियल साइट पर महिलाओं को झांसा देकर ठगी करने वाले नाइजीरियन आरोपी को पकड़ा गया है. थाना सेंट्रल प्रभारी इंस्पेक्टर सतीश व उनकी टीम ने मैट्रिमोनियल साइट के माध्यम से साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.
डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम जॉन पॉल है जो नाइजीरिया का रहने वाला है. फिलहाल दिल्ली के उत्तम नगर में रह रहा था. आरोपी सितंबर 2021 में बिजनेस वीजा पर भारत आया था और तब से ही भारत के कुछ लोगों के साथ मिलकर साइबर फ्रॉड की वारदातों को अंजाम दे रहा है. आरोपी मैट्रिमोनियल साइट पर फर्जी आईडी बनाकर अपने आपको लंदन का नागरिक बताता था. मैट्रिमोनियल साइट पर शादी के लिए रिश्ता ढूंढने वाली महिलाएं विदेशी नागरिकों की आईडी देखकर उनसे संपर्क करने की कोशिश करती हैं जिसके बाद आरोपी उसे अपने जाल में फंसा लेते थे.
दरअसल फरीदाबाद की रहने वाली एक महिला ने 26 अप्रैल को साइबर थाना सेंट्रल में पने साथ हुए फ्रॉड के बारे में शिकायत दी. मामले की शिकायत मिलने के बाद साइबर थाना आरोपियों को पकड़ने में लग गई. इसी दौरान साइबर पुलिस को पता लगा कि आरोपी दिल्ली के उत्तम नगर में रह रहा है, जहां से आरोपी को गिरफ्तार किया गया.
वहीं, आरोपी ने पुलिस के पूछताछ से बताया कि वह मैट्रिमोनियल साइट पर महिलाओं को झांसा देता था कि वह लंदन का नागरिक है. उसके बाद महिलाओं से फोन नंबर लेकर उससे बात करता था. कुछ दिनों बात करने के बाद महिलाओं को अन्य नंबर से फोन कर के कहता था कि उसकी मां बीमार है. उसके इलाज के लिए उसे पैसे की आवश्यकता है. इसी तरह के बहाने बनाकर आरोपी महिलाओं को अपने झांसे में लेकर चूना लगता था. इसी कड़ी में आरोपी ने फरीदाबाद की रहने वाली एक महिला के साथ 8 लाख की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. हालांकि आरोपी को जब महिलाओं से पैसे मिल जाते थे तो वह अपना फोन बंद कर लेता था. इसके बाद पीड़ित को अपने साथ हुई ठगी का पता चलता.
वहीं, मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपी को अदालत में पेश करके 4 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी कुछ भारतीय लोगों के साथ मिलकर इस प्रकार की साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देता था. आरोपी के कब्जे से 2 लैपटॉप, 9 मोबाइल फोन और 7 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं. पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी द्वारा पीड़िता से फ्रॉड के माध्यम से मिले पैसों को 5 बैंक अकाउंट में भेजा गया है और इन 5 खातों में करीब 1 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है जिसकी जांच की जा रही है. पुलिस पूछताछ पूरी होने के बाद आरोपी को अदालत में पेश करके जेल भेजा जाएगा. वहीं, डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ ने कहा कि इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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