फरीदाबाद: केंद्र और प्रदेश सरकार को खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए आगे आना चाहिए, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर खिलाड़ी भी अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर देश का नाम रोशन कर सकें. यह कहना है फरीदाबाद की श्रेया चक्रवर्ती का. श्रेया हाल ही में कतर में संपन्न हुए फीफा फुटबॉल वर्ल्ड कप को देखकर आई हैं. श्रेया (FIFA Girl Welcome in Faridabad) का फरीदाबाद पहुंचने पर स्वागत किया गया. श्रेया ने फ्रांस और अर्जेंटीना के बीच हुए मैच सहित वहां वर्ल्ड कप के 14 मैच देखे. श्रेया खुद फुटबॉल खिलाड़ी हैं और वह आगे चलकर कोचिंग करना चाहती हैं.
फीफा वर्ल्ड कप आयोजनकर्ता ने भारत से सिर्फ पांच खिलाड़ियों को चयन किया था, जिसमें श्रेया चक्रवर्ती (Shreya Chakraborty) भी शामिल थीं. दरअसल, फीफा वर्ल्ड कप पोर्टल पर स्वयंसेवी के रूप में सेवा देने के लिए सभी देशों से आवेदन मांगे गए थे, जिसमें से भारत के 5 फुटबॉल खिलाड़ियों का चयन किया गया. यह पांचों खिलाड़ी कई तरह के टेस्ट और साक्षात्कार देने के बाद भारत के प्रतिनिधित्व के लिए चुने गए थे. श्रेया ने बताया कि जिन खिलाड़ियों को उन्होंने टीवी पर खेलते हुए देखा उन्हें वर्ल्ड कप के दौरान खेलते हुए देखना, एक बड़े सपने के पूरा होने जैसा है.
श्रेया की अर्जेंटीना के स्टार खिलाड़ी मैसी से चंद सेकेंड के लिए मुलाकात हुई थी. वह इस छोटी सी मुलाकात के बाद से ही इस स्टार खिलाड़ी की कायल हो गई हैं. इसके अलावा उन्होंने टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच के साथ भी बात की थी. वहीं मैच देखने आए अभिनेता सुनील शेट्टी, एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण समेत कई लोगों से इस दौरान उनकी मुलाकात हुई. श्रेया इन यादों को ताजा करते हुए कहती हैं कि हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपने आइडियल को सामने खेलते हुए देखे. उन्होंने वर्ल्ड के बेस्ट खिलाड़ियों को अपनी आंखों के सामने खेलते हुए देखा है. जिनका खेल देखकर श्रेया को बहुत कुछ सीखने को मिला है. श्रेया ने इसे जिंदगी का बेहतरीन पल बताते हुए कहा कि वो इसे कभी भूला नहीं सकेंगी.
केंद्र व प्रदेश सरकार से सहायता की उम्मीद: श्रेया का कहना है कि कतर से लौटने के बाद कुछ लोगों ने उन्हें सम्मानित जरूर किया लेकिन अभी तक कोई प्रशासनिक अधिकारी या नेता उनके घर पर नहीं आए हैं. श्रेया केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार से सहायता की उम्मीद रखती हैं, क्योंकि इतने बड़े स्तर पर जाकर देश का नाम ऊंचा करना, हर किसी का सपना होता है. श्रेया का मानना है कि एक खिलाड़ी का सपना होता है, उसे उन्होंने पूरा किया है.
परिवार का मिला सहयोग: श्रेया चक्रवर्ती अभी दिल्ली के एक क्लब से फुटबॉल खेल रही हैं. श्रेया एक नेशनल फुटबॉल खिलाड़ी हैं. निजी जीवन की बात करें तो स्कूली पढ़ाई उन्होंने फरीदाबाद से की है. उसके बाद उन्होंने दिल्ली से ग्रेजुएशन किया. उनके पिता भी एक फुटबाल खिलाड़ी रह चुके हैं. वह एक संयुक्त परिवार में रहती हैं. श्रेया ने बताया कि उनके परिवार ने उन्हें हमेशा फुटबॉल के लिए प्रेरित किया है. यही वजह है कि आज श्रेया इस मुकाम पर पहुंची हैं.
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