फरीदाबाद: आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी, हिम्मत-ए-मर्दा, मदद-ए-खुदा. ये कहावत एकदम सटीक बैठती है फरीदाबाद की एक महिला पर. जिसने पांच साल बाद अपनी बेटी का अपहरण करने वालों को खोजा और उन्हें पुलिस के हवाले करवाया. एक मां की कोशिश ही है कि आज सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और उसकी बेटी उसके पास सकुशल है.
गौरतलब है कि फरीदाबाद के एक नंबर इलाके से एक मां की गोद से 3 महीने की दुधमुंही बच्ची का दो महिलाओं और एक युवक ने ऑटो से अपहरण कर लिया था. घटना के बाद महिला ने इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की थी, लेकिन कोतवाली थाने के तत्कालीन एसएचओ ने इस मामले में खानापूर्ति करते हुए फाइल को बंद कर दिया था, लेकिन बच्ची की मां हिम्मत नहीं हारी और वह पूरे 5 साल तक फरीदाबाद के हर गली हर चौराहे में जाकर अपहरणकर्ताओं को खोजती रही.
इस साल 20 अक्टूबर को महिला ने एक अपहरणकर्ता को पहचान लिया. महिला ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलने पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और आरोपी की निशानदेही पर अन्य दो महिलाओं को गिरफ्तार करते हुए बच्ची को भी सकुशल बरामद कर लिया है. वहीं पुलिस इस महिला के हौसलों को दाद देने की बजाए अपनी पीठ थपथपा रही है.
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पुलिस का कहना है कि 20 अक्टूबर 2021 को महिला ने आरोपियों के बारे में बताया था, जिस पर तुरन्त कार्रवाई करते हुए एक पुलिस टीम नियुक्त कर आरोपी उधम सिंह को उंचा गांव से बाल काटने की दुकान से काबू किया गया. पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने एक बच्ची को वर्ष 2016 में रेखा और उसकी बहन कोमल के साथ झुग्गी ओल्ड रेलवे स्टेशन फरीदाबाद से उठाया था. आरोपी उधम सिंह को अदालत में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था.
आरोपी ने महिला साथी का पता दिल्ली मटियाला का बताया जिसपर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी महिलाओं रेखा और कोमल को दिल्ली से गिरफ्तार कर बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया गया. बच्ची की अब उम्र 5.5 वर्ष हो गई है. जिस वक्त बच्ची का अपहरण हुआ उस वक्त बच्ची की उम्र 3 महीने थी.