फरीदाबाद: हरियाणा के जिला फरीदाबाद में बल्लभगढ़ स्थित केशव अस्पताल पर इलाज के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप लगे हैं. बताया जा रहा है कि 25 वर्षीय युवक को एक सड़क हादसे में मामूली चोट आई थी. जिसके बाद केशव अस्पताल में वो इलाज के लिए आया था. परिजनों ने बताया कि उनके बेटे का एक्सीडेंट हो गया था. जिसके बाद पुलिस द्वारा उसे बीके अस्पताल में लाया गया. लेकिन वो घायल युवक को केशव अस्पताल लेकर चले गए. परिजनों का आरोप है कि केशव अस्पताल में इलाज के दौरान बरती गई लापरवाही के कारण उनके बेटे की मौत हो गई.
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मृतक के भाई ने बताया कि वह बल्लभगढ़ की हरी विहार कॉलोनी में रहते हैं. उसका भाई पिंटू डुंडसा गांव में एक निजी कंपनी में नौकरी करता था और साल 2020 में उसकी शादी हुई थी. बुधवार सुबह वह डुंडसा गांव में अपनी दादी ओमवत्ती से मिलकर अपनी बाइक पर घर लौट रहा था. वह सीकरी के पास पहुंचा तो उसकी बाइक को किसी अज्ञात ने टक्कर मार दी. जिसके बाद पुलिस द्वारा पिंटू को घायल अवस्था में सिविल अस्पताल पहुंचाया गया.
जानकारी के मुताबिक, बल्लभगढ़ पुलिस ने ही हादसे में घायल पिंटू के चाचा नेपाल को फोन किया और हादसे की जानकारी दी. घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद परिजन अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सकों ने घायल को बादशाह खान सिविल अस्पताल के लिए रेफर किया. लेकिन परिजन घायल पिंटू को जगदीश कॉलोनी के मोहना रोड़ स्थित श्री केशव अस्पताल में लेकर पहुंच गए.
केशव अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने घायल पिंटू को बाहर से टेस्ट करवाने के लिए कहा. पिंटू का भाई नितिन उसे ऑटो में बैठाकर बाहर से टेक्स करवाकर लाया तो पिंटू ठीक था. जिसके बाद डॉक्टरों ने कहा कि रिपोर्ट ठीक है और उसे भर्ती कर लिया. नितिन ने बताया कि सुबह के 4 बजे पिंटू ने अपनी छाती में दर्द बताया. जिसके बाद नितिन ने अस्पताल स्टाफ को बताया. लेकिन उस समय वहां पर कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. जिसके बाद अस्पताल के एक स्टाफ मेंबर ने पिंटू को इंजेक्शन लगाया. थोड़ी ही देर बाद पिंटू को खून की उल्टी हुई.
परिजनों ने अस्पताल के स्टाफ को पिंटू की हालत के बारे में बताया तो स्टाफ ने कहा कि उसे किसी बड़े अस्पताल में लेकर जाएं. जिसके लिए अस्पताल स्टाफ ने उन्हें फ्री एंबुलेंस करवा कर भेजने का भी लालच दिया. लेकिन परिजनों ने कहीं पर भी जाने से इनकार कर दिया. जब परिजन उसे कहीं भी लेकर जाने को तैयार नहीं हुए तो अस्पताल स्टाफ ने बताया कि पिंटू की मौत हो चुकी है.
पिंटू की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में खूब हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि केशव अस्पताल के स्टाफ और डॉक्टरों की लापरवाही के चलते ही पिंटू की मौत हुई है. पिंटू के भाई नितिन का कहना है कि उन्होंने कोई गलत इंजेक्शन लगाया जिसके बाद पिंटू को खून की उल्टियां हुई और उसकी मौत हो गई. परिजनों की मांग है कि अस्पताल स्टाफ और चिकित्सकों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए और अस्पताल को सील किया जाए.
जांच अधिकारी उधम सिंह का कहना है कि मृतक के परिजनों से उन्हें किसी प्रकार की कोई लापरवाही की शिकायत नहीं मिली है. फिलहाल सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई की जा रही है. शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. परिजनों के बयान के आधार पर केस दर्ज किया जाएगा. परिजनों के बयान के आधार पर ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.