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गरीबी के चलते क्रिकेट छोड़ बन गया था मशीन ऑपरेटर, आज कूच बिहार ट्रॉफी के लिए हुआ चयन

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Published : Nov 8, 2022, 10:52 PM IST

Updated : Nov 8, 2022, 11:07 PM IST

फरीदाबाद के क्रिकेटर हरीश भड़ाना (Faridabad Cricketer Harish Bhadana) का चयन हरियाणा की अंडर 19 क्रिकेट टीम और कूच बिहार ट्रॉफी के लिए हुआ है. हरीश बचपन से क्रिकेटर बनना चाहते थे लेकिन घर की खराब आर्थिक हालत के चलते उन्होंने क्रिकेट छोड़कर मशीन ऑपरेटर बनने की ट्रेनिंग लेने लगे थे. लेकिन उनके कोच उन्हें एक दिन वापस ले गये और हरीश का सपना पूरा हुआ.

फरीदाबाद के क्रिकेटर हरीश भड़ाना
फरीदाबाद के क्रिकेटर हरीश भड़ाना

फरीदाबाद: हरीश भड़ाना एक साधारण परिवार से हैं. उनके पिताजी की सैलरी इतनी नहीं है कि वह अपने परिवार और हरीश को क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन करवा सकें. हरीश के परिवार में सिर्फ उनके पिता ही कमाने वाले थे. यही वजह है कि हरीश ने भी अपने सपनों को त्याग कर लघु औद्योगिक इकाई में ऑपरेटर का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था. लेकिन शायद ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था. इसी बीच रविंद्र फागना क्रिकेट एकेडमी फरीदाबाद के कोच दिन धर्मेंद्र फागना उनके लिए फरिश्ता बनकर आए. कोच की मदद से हरीश भड़ाना (Harish Bhadana Selected in Cooch Behar Trophy) का कूच बिहार ट्रॉफी में चयन हुआ.

दरअसल 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले हरीश को बचपन से ही क्रिकेट में शौक था. सरकारी स्टेडियम में वह प्रेक्टिस किया करता था. इस दौरान ज्यादा खर्चा भी नहीं होता था लेकिन जैसे-जैसे महंगाई बढ़ती गई वैसे-वैसे उनके पिता उनके लिए प्रेक्टिस का सारा सामान पैसों की तंगी की वजह से जुटाने में असमर्थ हो गए. ऐसे में हरीश ने भी अपना सपना छोड़कर लघु औद्योगिक इकाई में मशीन ऑपरेटर का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया.

फरीदाबाद के क्रिकेटर हरीश भड़ाना
फरीदाबाद के क्रिकेटर हरीश भड़ाना.

जैसे ही उनके कोच धर्मेंद्र भागना को इसकी जानकारी मिली वह तुरंत औद्योगिक कंपनी पहुंच गए और उन्होंने हरीश को समझाकर अपने क्रिकेट एकेडमी ले आए. जहां पर उन्होंने फिर से हरीश भड़ाना को प्रशिक्षण देना शुरू किया. दरअसल धर्मेंद्र भागना ने हरीश को बचपन से ही खेलते हुए देखा था. अचानक से क्रिकेट छोड़कर लघु औद्योगिक इकाई में मशीन ऑपरेटर का प्रशिक्षण लेने लगा तो कोच धर्मेंद्र उसके पास पहुंचे.

दाएं हाथ से स्पिन बॉलिंग के साथ अच्छी बल्लेबाजी करने वाले हरीश ने गुरुग्राम के सुल्तानपुर में अभ्यास शिविर मैच के दौरान 9 विकेट लेकर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी तरफ खींचा. इसके अलावा हरीश ने फरीदाबाद टीम से खेलते हुए अंतर जिला क्रिकेट प्रतियोगिता में 5 मैचों में 14 विकेट लिए. जिसके बाद हरीश के लिए रास्ते खुलते गए और यही वजह है कि अब हरीश का चयन हरियाणा की अंडर-19 टीम में हुआ है. आंध्र प्रदेश में हो रही कूच बिहार ट्रॉफी के लिए हरीश का चयन हुआ है. वो अभी आंध्र प्रदेश में अंडर 19 कूच बिहार ट्रॉफी (Cooch Behar Trophy in Andhra Pradesh) के लिए हरियाणा की तरफ से खेल रहे हैं.

फरीदाबाद के क्रिकेटर हरीश भड़ाना
फरीदाबाद के क्रिकेटर हरीश भड़ाना

हरीश बताते हैं कि उन्होंने बचपन से ही संघर्ष किया. जब तक सपने पूरे करने के लिए पैसे थे तब तक उन्होंने जो बन सका किया. लेकिन जब महंगाई का दौर आया तब घर की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से अपने सपने को त्याग कर लघु औद्योगिक इकाई में ऑपरेटर का प्रशिक्षण लेना शुरू किया. लेकिन मेरे कोच धर्मेंद्र का मैं धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मेरे सपने को सच करने में मेरी मदद की. हरीश के कोच धर्मेंद्र बताते हैं कि हरीश की गेंदबाजी में विविधता देखने को मिलती है. इस समय हरीश बहुत अच्छे फॉर्म में चल रहा है. कूच बिहार ट्रॉफी के बाद हरीश के लिए आईपीएल के भी रास्ते खुल जाएंगे. वो मेहनती लड़का है और समय का पाबंद है. प्रेक्टिस के दौरान सीरियस होकर प्रेक्टिस किया करता है.

फरीदाबाद: हरीश भड़ाना एक साधारण परिवार से हैं. उनके पिताजी की सैलरी इतनी नहीं है कि वह अपने परिवार और हरीश को क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन करवा सकें. हरीश के परिवार में सिर्फ उनके पिता ही कमाने वाले थे. यही वजह है कि हरीश ने भी अपने सपनों को त्याग कर लघु औद्योगिक इकाई में ऑपरेटर का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था. लेकिन शायद ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था. इसी बीच रविंद्र फागना क्रिकेट एकेडमी फरीदाबाद के कोच दिन धर्मेंद्र फागना उनके लिए फरिश्ता बनकर आए. कोच की मदद से हरीश भड़ाना (Harish Bhadana Selected in Cooch Behar Trophy) का कूच बिहार ट्रॉफी में चयन हुआ.

दरअसल 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले हरीश को बचपन से ही क्रिकेट में शौक था. सरकारी स्टेडियम में वह प्रेक्टिस किया करता था. इस दौरान ज्यादा खर्चा भी नहीं होता था लेकिन जैसे-जैसे महंगाई बढ़ती गई वैसे-वैसे उनके पिता उनके लिए प्रेक्टिस का सारा सामान पैसों की तंगी की वजह से जुटाने में असमर्थ हो गए. ऐसे में हरीश ने भी अपना सपना छोड़कर लघु औद्योगिक इकाई में मशीन ऑपरेटर का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया.

फरीदाबाद के क्रिकेटर हरीश भड़ाना
फरीदाबाद के क्रिकेटर हरीश भड़ाना.

जैसे ही उनके कोच धर्मेंद्र भागना को इसकी जानकारी मिली वह तुरंत औद्योगिक कंपनी पहुंच गए और उन्होंने हरीश को समझाकर अपने क्रिकेट एकेडमी ले आए. जहां पर उन्होंने फिर से हरीश भड़ाना को प्रशिक्षण देना शुरू किया. दरअसल धर्मेंद्र भागना ने हरीश को बचपन से ही खेलते हुए देखा था. अचानक से क्रिकेट छोड़कर लघु औद्योगिक इकाई में मशीन ऑपरेटर का प्रशिक्षण लेने लगा तो कोच धर्मेंद्र उसके पास पहुंचे.

दाएं हाथ से स्पिन बॉलिंग के साथ अच्छी बल्लेबाजी करने वाले हरीश ने गुरुग्राम के सुल्तानपुर में अभ्यास शिविर मैच के दौरान 9 विकेट लेकर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी तरफ खींचा. इसके अलावा हरीश ने फरीदाबाद टीम से खेलते हुए अंतर जिला क्रिकेट प्रतियोगिता में 5 मैचों में 14 विकेट लिए. जिसके बाद हरीश के लिए रास्ते खुलते गए और यही वजह है कि अब हरीश का चयन हरियाणा की अंडर-19 टीम में हुआ है. आंध्र प्रदेश में हो रही कूच बिहार ट्रॉफी के लिए हरीश का चयन हुआ है. वो अभी आंध्र प्रदेश में अंडर 19 कूच बिहार ट्रॉफी (Cooch Behar Trophy in Andhra Pradesh) के लिए हरियाणा की तरफ से खेल रहे हैं.

फरीदाबाद के क्रिकेटर हरीश भड़ाना
फरीदाबाद के क्रिकेटर हरीश भड़ाना

हरीश बताते हैं कि उन्होंने बचपन से ही संघर्ष किया. जब तक सपने पूरे करने के लिए पैसे थे तब तक उन्होंने जो बन सका किया. लेकिन जब महंगाई का दौर आया तब घर की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से अपने सपने को त्याग कर लघु औद्योगिक इकाई में ऑपरेटर का प्रशिक्षण लेना शुरू किया. लेकिन मेरे कोच धर्मेंद्र का मैं धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मेरे सपने को सच करने में मेरी मदद की. हरीश के कोच धर्मेंद्र बताते हैं कि हरीश की गेंदबाजी में विविधता देखने को मिलती है. इस समय हरीश बहुत अच्छे फॉर्म में चल रहा है. कूच बिहार ट्रॉफी के बाद हरीश के लिए आईपीएल के भी रास्ते खुल जाएंगे. वो मेहनती लड़का है और समय का पाबंद है. प्रेक्टिस के दौरान सीरियस होकर प्रेक्टिस किया करता है.

Last Updated : Nov 8, 2022, 11:07 PM IST
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