फरीदाबाद: फरीदाबाद विधानसभा में ईटीवी भारत की टीम अपने खास कार्यक्रम 'जनता का घोषणा पत्र' के तहत पहुंची और वहां की जनता से जाना कि अगर उन्हें अपना घोषणा पत्र बनाने का मौका दिया जाए तो वो किन-किन समस्याओं को सबसे ऊपर रखेंगे. इस दौरान हमने वहां के लोगों से उनकी समस्याएं और मैनीफेस्टो के मुद्दों को लेकर बातचीत की.
क्या है जनता का घोषणा पत्र कार्यक्रम
'जनता का घोषणा पत्र' कार्यक्रम ईटीवी भारत ने इसलिए शुरू किया है, क्योंकि राजनीतिक पार्टियां हमेशा घोषणा पत्र बनाती तो हैं लेकिन ज्यादातर घोषणाओं को पूरा नहीं किया जाता है या घोषणा पत्र में वो समस्याएं ही नहीं होती जिनसे जनता रोजाना दो-चार होती है. इसलिए ईटीवी भारत ने अपने सरोकार को निभाते हुए 'जनता का घोषणा पत्र' कार्यक्रम के तहत जनता को मौका दिया है कि वो अपना घोषणा पत्र बनाए ताकि राजनीतिक पार्टियों तक उनकी आवाज और असल समस्याएं पहुंचे.
फरीदाबाद विधानसभा सीट से विपुल गोयल हैं विधायक
फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक विपुल गोयल हैं जो हरियाणा कैबिनेट में मंत्री हैं और हरियाणा के उद्योग मंत्री भी हैं. हालांकि उनका कहना है कि भारतीय जनता पार्टी ने पिछले 5 सालों में जनहित के जो काम किए हैं, उन कामों को लेकर जनता के बीच जाकर वोट मांगेंगे. लेकिन विधायक के इन दावों को लेकर जब हम जनता के बीच पहुंचे तो जमीनी हकीकत कुछ और ही दिखी.
घोषणा पत्र में सबसे ऊपर गंदगी की समस्या
सेक्टर 15 के रहने वाले लोगों का कहना है कि उनके घोषणा पत्र में सबसे पहले गंदगी की समस्या रहेगी. उन्होंने कहा कि यहां के लोग गंदगी की समस्या से सबसे ज्यादा परेशान हैं. क्योंकि गलियों में चारों तरफ कूड़े और कचरे के ढेर लगे रहते हैं. जिससे आने-जाने में काफी दिक्कत आती है. यही नहीं इस गंदगी की बदबू से यहां के लोगों का जीना भी दुश्वार हो गया है. उनका आरोप है कि निगर के अधिकारी भी इसकी अनदेखी करतेहैं. जिसके कारण यहां कूड़ों के ढेर से नई-नई बीमारियां पैदा हो रही है.
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जाम की समस्या से परेशान सेक्टर-15 की जनता
लोगों का कहना है कि पॉश इलाका होने के बावजूद यहां की सड़कें टूटी-फूटी हैं. उनका कहना है कि पास में ही पुलिस थाना है, स्कूल है और गुरुद्वारा है. उसके बावजूद इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता. शाम होते ही सड़कों पर भीड़ जमा होने के कारण घंटों तक जाम लगा रहता है. जिसके खामियाजा भी उन्हीं को भुगतना पड़ता है. उन्होंने बताया कि हालांकि पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाती है लेकिन इसके लिए पुख्ता इंतजामात आज तक नहीं किए गए.
स्ट्रीट लाइट्स पड़ी खराब
दुकानदारों का कहना है कि बार-बार बोलने के बाद भी अभी तक खराब स्ट्रीट लाइट को बदला नहीं गया है. उन्होंने बताया कि दुकान बंद होते ही पूरे इलाके में अंधेरा छा जाता है. जिससे आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. यही नहीं अंधेरा होने के कारण अगर कोई हादसा या चोरी हो जाए तो इसका भी पता नहीं चल पाता.
चुनावी खर्च में जनता का पैसा
लोगों का कहना है कि सरकार जो भी घोषणा करती है वो जनता के फंड पर निर्भर करता है. उनका कहना है कि चुनाव में मनमानी खर्च से भी जनता का ही नुकसान है. उन्होंने कहा कि विकास के लिए सबसे पहले भ्रष्टाचार को खत्म करना होगा तभी इस घोषणा पत्र का कोई मतलब है. लोगों का कहना है कि सरकार खानापूर्ति नहीं जमीनी स्तर पर काम करे. वहीं सरकार के नए वाहन नियमों से भी फरीदाबाद विधानसभा की जनता नाखुश नजर आई.
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