फरीदाबाद: निकिता मर्डर केस में सरकार की तरफ से एसआईटी गठित कर जांच करने के आदेश दे दिए हैं, वहीं अब परिजनों की तरफ से एसआईटी पर बड़ा आरो लगाया गया है. निकिता के परिजनों का कहना है कि एसआईटी में शामिल कुछ अधिकारी आरोपी पक्ष से मिले हुए हैं, इसलिए वह नहीं चाहते कि यह टीम आगे की जांच करें.
ईटीवी की टीम ने निकिता के भाई और मामा सोनू रावत से बातचीत की. इस बातचीत के दौरान उन्होने कहा कि निकिता की हत्या होने के बाद पुलिस की तरफ से एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई गई, लेकिन यह टीम आरोपियों से मिली हुई है. इसलिए वह नहीं चाहते कि अब इस मामले की जांच ये टीम करें. उन्होंने आरोप लगाया कि जब टीम उनके घर पर बयान दर्ज करने के लिए पहुंची, तो इस मामले के मुख्य आरोपी तौसीफ का चाचा जावेद स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के एक अधिकारी को बार-बार फोन कर रहा था.
'SIT को तौसिफ का चाचा कर रहा था फोन'
निकिता के भाई ने बताया कि खुद इन्वेस्टिगेशन टीम के उच्च अधिकारी ने निकिता के परिवार को बताया कि तौसिफ के चाचा जावेद का बार-बार फोन उनके पास आ रहा है. निकिता के परिवार का कहना है कि आरोपी पक्ष की तरफ से जांच टीम पर दबाव बनाया जा रहा है. इस केस को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है और वह नहीं चाहते कि अब ये टीम इस मामले की जांच करें.
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उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं उन्होंने गृह मंत्री अनिल विज से गुहार लगाई है कि इस टीम का खंडन करके किसी अन्य स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को इस केस पर लगाया जाए, क्योंकि निकिता के परिवार को अब इस टीम पर भरोसा नहीं रहा है.
क्या है मामला?
गौरतलब है कि बीते सोमवार को छात्रा निकिता तोमर जब पेपर देकर घर जा रही थी तब आरोपी तौसीफ ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी. आरोपी ने पहले छात्रा को कार में खींचने का प्रयास किया, और फिर असफल रहने पर गोली मार दी जिससे छात्रा की मौत हो गई. पुलिस ने मंगलवार को आरोपी तौसीफ और उसके साथी रेहान को गिरफ्तार कर लिया था. वहीं तौसीफ को बंदूक सप्लाई करने वाले एक अन्य आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस पूरी वारदात की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई थी.
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