फरीदाबाद: जिले में परिवार पहचान पत्र और बीपीएल राशन कार्ड (family identity card Mistakes in faridabad) में बड़े पैमाने पर हुई गलतियों को लेकर लोग परेशान हैं. कर्मचारियों की लापरवाही के चलते मजदूर और बुजुर्ग सरकारी कार्यालयों में चक्कर लगा रहे हैं. तेज सर्दी में काम धंधा छोड़कर लोग अपने परिवार पहचान पत्र (family identity card in faridabad) में गलत दर्ज हुई इनकम को दुरुस्त कराने के लिए लाइनों में लगे हुए हैं. इसमें ज्यादातर लोग वो हैं, जो बेरोजगार हैं या फिर उनके पास पहले से ही आय का कोई साधन नहीं है. जबकि परिवार पहचान पत्र में इनकी आय 5 से 6 लाख दिखा रखी है.
फरीदाबाद के सेक्टर 12 कोर्ट में इन दिनों लंबी कतारें लगी हुई है. यहां रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग अपने परिवार पहचान पत्र में हुई गलतियों को दुरुस्त कराने के लिए आ रहे हैं. इनमें से अधिकांश के घर में कमाने वाला कोई नहीं है, कुछ बेरोजगार हैं, कुछ आश्रित हैं वहीं कई विकलांग हैं. इन सभी के फैमिली आईडी कार्ड और बीपीएल कार्ड में गलतियां होने के कारण उन्हें परेशानी भुगतनी पड़ रही है. सर्दी के मौसम में सरकारी कार्यालय में बुजुर्ग और महिलाएं लाइन में लगने को मजबूर हैं.
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कुछ लोग तो पिछले कई दिनों से सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं. कर्मचारी इन्हें इधर-उधर और दूसरे कार्यालयों में भेजकर दर-दर भटका रहे हैं, लेकिन इनका काम अभी तक नहीं हुआ है. कई लोगों ने तो ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज कराई है, इसके बावजूद एक महीने से उनकी समस्या का हल नहीं हुआ है. इस पर वे कार्यालय के हेल्प डेस्क पर दोबारा शिकायत दर्ज कराने पहुंचे हैं. कार्यालय पहुंचे बुजुर्ग अरविंद ने बताया कि उनके पास आय का कोई साधन नहीं है.
वे अकेले हैं और विकलांग होने के कारण उनके पास कोई काम धंधा भी नहीं है. इसके बावजूद कर्मचारियों ने लापरवाही से उनके परिवार पहचान पत्र में इनकी इनकम 6 लाख रुपए दिखा दी है, जिससे वे इस सर्दी में लाइन में लगे हुए हैं. वहीं अन्य बुजुर्ग सोनीराम ने बताया कि वह भी बेरोजगार हैं लेकिन उनकी बहू की आमदनी 5 लाख बता दी, जिससे अब उन्हें कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है.