फरीदाबाद: केंद्र सरकार के आदेशों के बाद हरियाणा में 10-11 अप्रैल को मॉक ड्रिल की जा रही है. जिसको लेकर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने प्रदेश के सभी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं. अस्पतालों में मॉक ड्रिल को लेकर क्या तैयारी की गई है. इसको लेकर भी स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पतालों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया है.
कोरोना से निपटने के लिए इंतजाम पूरे: फरीदाबाद के सिविल बादशाह खान अस्पताल में भी इस बात को लेकर जांच की गई, कि यदि कोरोना के ज्यादा मामले बढ़ते हैं. तो किस तरह से हेल्थ डिपार्टमेंट तैयार है. फरीदाबाद के सिविल अस्पताल में अलग से कोरोना वार्ड बनाया गया है. जहां एक डमी पेशेंट को लेकर आया गया और उसे एंबुलेंस से सीधे वार्ड के अंदर ले जाकर ऑक्सीजन बेड पर उसका इलाज शुरू किया गया. इस दौरान सिविल हॉस्पिटल के पीएमओ डॉ. सविता यादव ने बताया कि हॉस्पिटल में सभी तैयारी कर ली गई है. यदि कोरोना वायरस के मामले ज्यादा बढ़ते हैं, तो यहां 96 ऑक्सीजन बेड सपोर्टेड हैं. इसके अलावा वेंटिलेटर और अन्य दवा भी उपलब्ध हैं.
बल्लभगढ़ में भी व्यवस्था पूरी: बता दें कि बल्लभगढ़ के सिविल अस्पताल में कोविड को लेकर मॉक ड्रिल की गई. बल्लभगढ़ सिविल अस्पताल सीएमओ टीसी गढ़वाल ने बताया कि कोरोना के मामले लगातार फरीदाबाद में बढ़ रहे हैं. कोरोना से कैसे निपटा जाए, इसी को लेकर मॉक ड्रिल की गई है. उन्हें बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट से लेकर वेंटीलेटर सब तैयार है.वहीं, सिविल अस्पताल कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. वहीं, उन्होंने बताया कि लोगों को भी कोरोना से बचाव के लिए सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी है.
कोरोना को मात देने वाली व्यवस्था: आपको बता दें देश प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहा है. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की क्या तैयारियां है. इसी को लेकर गृह मंत्री अनिल विज ने सभी जिला स्वास्थ्य विभाग को आदेश दिया है, कि 2 दिन का मॉक ड्रिल किया जाए. इसके तहत आज कोरोना को लेकर मॉक ड्रिल किया गया. गौरतलब है की कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय भी चिंतित है. जिसको लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कई बार बैठक की गई, इस बैठक में सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री भी शामिल हुए थे.
फरीदाबाद में कोरोना कंट्रोल के लिए कितनी पाबंदी: जिसके बाद अलग अलग राज्य अपनी तरफ से कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैयारियों में जुटा हुआ है. इसी के तहत लगातार फरीदाबाद में प्रशासन द्वारा सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. जिले में रोज कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. जिसके मद्देनजर कई पाबंदी लगा दी गई हैं.
अंबाला में विज की क्लास: कोरोना के फिर से बढ़ते मामलों के बीच आज प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने मॉक ड्रिल कर व्यवस्थाओं को जांचा. इस दौरान अंबाला कैंट सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी मौजूद रहे. विज ने सारी व्यवस्थाओं को जांचा और डायल 108 व डायल 112 की परीक्षा भी ली. हरियाणा के अस्पतालों में आज कोरोना को लेकर मॉक ड्रिल की गई. स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के दौरान लड़ी लड़ाई को एक बार फिर से प्रैक्टिस के रूप में पेश में किया.
अनिल विज की डॉक्टर को सलाह: अंबाला कैंट के नागरिक अस्पतालों में हुई मॉक ड्रिल को देखने खुद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पहुंचे. विज ने अस्पतालों की मशीनरी, टेस्टिंग व्यवस्था से लेकर ऑक्सीजन व वेंटिलेटर तक की व्यवस्था की जानकारी ली. अनिल विज व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए और डॉक्टर को अलर्ट रहने की सलाह भी दी.
स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा: विज ने कहा पिछली बार भी दूसरे प्रदेशों के मामलों ने हरियाणा के आंकड़ों को बढ़ाया था. इस बार भी गुरुग्राम व फरीदाबाद में दिल्ली से मामले आ रहे हैं. लेकिन उन्हें बेहतर इलाज दिया जा रहा है. विज ने कहा मास्क को लेकर कुछ निर्देश दिए हैं, लेकिन वे दूसरे प्रदेशों की तरह अपने प्रदेश में कोई टेरर क्रिएट कर लोगों पर बेवजह रोक नहीं लगा सकते. लोग हिदायतों का पालन कर अपने कार्यक्रम कर सकते हैं.
अंबाला में विज ने स्वास्थ्य विभाग की ली परीक्षा: मॉक ड्रिल के बीच ही हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने डायल 108 व डायल 112 की परीक्षा भी ले ली और फोन कर कहा कि वे स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज बोल रहे हैं. जल्द से जल्द अंबाला कैंट सिविल अस्पतालों में एंबुलेंस व पुलिस की गाड़ी भेजो आपका समय शुरू होता है. विज के फोन करने के 2 मिनट में एम्बुलेंस तो 4 मिनट में डायल 112 की गाड़ी पहुंच गई. जिसमें विज ने सुविधाओं को जांचा और कहा तुम पूरा हरियाणा संभाल सकते हो मुझे पूरा विश्वास है.
फिर दिखा अनिल विज का गब्बर अंदाज: हरियाणा में मॉक ड्रिल को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने पूरी गंभीरता दिखाई. लेकिन गुरुग्राम में कुछ निजी अस्पतालों ने इसमे शामिल न होने का फैसला लिया. जिससे मॉक ड्रिल कम जगहों पर ही हो पाई. इस पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से सवाल किया गया, तो विज ने 2 टूक कहा यह पूरे देश की समस्या है और इसमे सरकारी या गैर सरकारी सब को काम करना है, जो इसमें शामिल नहीं होना चाहते उनसे हमें काम लेना आता है.
चंडीगढ़ में बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पताल में मॉक ड्रिल: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र के आदेश अनुसार सोमवार को शहर के गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में मॉक ड्रिल करवाई गई. वहीं, चंडीगढ़ जैसे शहर में जहां एयरपोर्ट और रेलवे की सुविधाएं हैं. ऐसे में शहर के कोविड प्रबंधों को देखते हुए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इस दौरान चंडीगढ़ के सभी कोविड वार्ड और इमरजेंसी प्रबंधों की जांच की गई. ताकि शहर में अगर कोविड के मामले बढ़ते हैं तो समय रहते उस पर काबू पाया जा सके.
इस दौरान चंडीगढ़ सेक्टर-16 स्थित सरकारी अस्पताल मॉक ड्रिल के समय कोरोना प्रबंधों में आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर वाले बेड का सुविधाओं को जांचा गया. वहीं, इस मॉक ड्रिल के दौरान डॉक्टरों के साथ साथ कोविड वार्ड के लिए ट्रेन नर्सों, पैरामेडिक्स और आयुष डॉक्टरों से संबंधित जानकारी अस्पताल प्रशासन से ली गई.
भिवानी कितना तैयार: जिला भिवानी के सामान्य अस्पताल में 2 वार्ड आईसीयू के बनाये गए हैं, जिसमे 33 बेड है. इनमें ऑक्सीजन सहित तमाम व्यवस्था है. चौथी लहर आने की संभावना को देखते हुए तमाम व्यवस्था कर दी गई है. वहीं, टेस्टिंग में भी तेजी की गई है. अभी तक 200 लोगों की टेस्टिंग प्रतिदिन की जा रही थी. लेकिन अब 1000 तक को जाएगी.
चौथी लहर के लिए भिवानी तैयार: भिवानी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रघुबीर शांडिल्य के अनुसार हॉस्पिटल में आने वाले सभी मरीजों की टेस्टिंग की जा रही है. ताकि कोरोना होने पर तुरंत इलाज किया जा सके. हालांकि यह लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी निर्भर है, कि वे कितना इसको सहन कर सकते हैं. सीएमओ ने बताया कि अगर चौथी लहर आती है तो वे तैयार हैं. सीएमओ ने जानकारी दी कि अगर मरीज बढ़ते हैं तो वे आईटीआई व अन्य सरकारी बिल्डिंग को लेकर वहां इलाज कर सकते हैं, लेकिन इतनी संभावना नहीं है.
यमुनानगर सवास्थ्य व्यवस्था पर नजर: वहीं, यमुनानगर में भी स्वास्थ्य विभाग कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह से अलर्ट पर है. इसका ट्रेलर देशभर के अस्पताल में आज देखा गया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश पर कोरोना मॉक ड्रिल की गई और इंतजामों को परखा गया. यमुनानगर के सिविल सर्जन डॉक्टर मंजीत ने बताया कि हमारी तरफ से तैयारियां मुकम्मल की गई हैं. जिले में 4 ऑक्सीजन प्लांट हैं, जिनमें से 3 सुचारू रूप से चल रहे हैं.
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जिले में पुख्ता इंतजाम: वहीं, यमुनानगर में कोरोना से निपटने के लिए जिले में कुल 31 वेंटिलेटर भी हैं. जो आपात स्थिति में इस्तेमाल किए जा सकते हैं. इसके अलावा 70 बेड का स्पेशल आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. अगर कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती है या फिर हालत नाजुक होती है. तो उन्हे ट्रांसफर किया जाएगा. सिविल अस्पताल में मास्क, पीपीई किट समेत सभी उपकरण उपलब्ध है.
सिरसा में भी तैयारी पूरी: सिरसा नागरिक अस्पताल में भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इस मॉक ड्रिल में डॉक्टर्स के अलावा पैरामेडिकल स्टाफ के सदस्यों ने भाग लिया. अस्पताल की चार सदस्यों को कोरोना वॉलिंटियर बनाकर उनके साथ मॉक ड्रिल की. मीडिया से बातचीत करते हुए सिरसा नागरिक अस्पताल के डॉक्टर राहुल ने कहा कि महामारी से निपटने के लिए नागरिक अस्पताल में तमाम तैयारियां पूरी कर दी गई है. इसके अलावा आज मॉक ड्रिल की गई है और मॉक ड्रिल सफल हुई है. उन्होंने कहा कि अभी सिरसा में कोरोना के मामले कम है. अगर ज्यादा मामले आते हैं, तो उनसे निपटने के लिए नागरिक अस्पताल में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
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