करनाल: हरियाणा के करनाल में रूपेश भाटिया कैनवास और ब्रश के धनी एक ऐसे चित्रकार हैं, जिन्होंने अपने हुनर को आजीविका का साधन तो बनाया ही साथ ही देश के प्रति प्रेम और कुछ करने की ललक ने इसी आजीविका को पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित कर दिया. एमएफ हुसैन पुरस्कार, रविंद्र रत्न नया भारत गौरव सम्मान व अंतर्राष्ट्रीय अचीवर्स पुरस्कार से सम्मानित करनाल का यह नवोदित चित्रकार पेशे से अध्यापक है.
'बचपन से ही पेंटिंग्स का शौक': बचपन में विद्यालय की छोटी-मोटी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते और त्योहारों की पारंपरिक चित्रकारी ने उन्हें चित्रकला की ओर प्रेरित किया. कुरुक्षेत्र से फाइन आर्ट में ग्रेजुएशन व मास्टर्स करने के उपरांत उन्होंने अपने जीवन को कला के प्रति समर्पित कर दिया. देश भक्ति व पारिवारिक संस्कारों से ओतप्रोत इस नौजवान ने पर्यावरण के प्रति जन मानस को जागृत करने के लिए रंगों और आकृतियों को अपना हथियार बनाया.
महात्मा गांधी के चित्र में क्या है खास: सजीव चित्रण की कला में माहिर रूपेश किसी भी स्थान या व्यक्ति की हूबहू ऐसी तस्वीर कागज पर उतार देते हैं कि देखने वाले हैरान रह जाते हैं. शहर में ऐसी लाईव चित्रकारी करते हुए उन्हें देखने वाले दर्शकों की भीड़ को वह एक सरल शब्दों में पर्यावरण के लिए प्रेम, संरक्षण और पर्यावरण से सुरक्षित जीवन के संदेशों द्वारा पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरूक करते हैं. करीब 200 चित्रों के रचनाकार इस युवा ने महात्मा गांधी का एक ऐसा रेखाचित्र तैयार किया है. जिसमें पूरा चित्र महात्मा गांधी द्वारा दिए गए संदेशों से भरा हुआ है.
विशेषज्ञों का मिला साथ: रूपेश ने बातचीत में बताया कि बचपन से ही उन्हें चित्रकार का बेहद शौक है. स्कूली शिक्षा में गुरुजनों का मार्गदर्शन व विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट्स के विशेषज्ञों का उन्हें भरपूर सहयोग मिला. जिसकी वजह से उनकी चित्रकला में निखार आया है. उन्होंने कहा मैं एक भारतीय चित्रकार हूं. रूपेश ने कहा कि चित्रकला को मैं अपने शौक के लिए करता हूं. मेरी चित्रकला में पर्यावरण संरक्षण का संदेश है. पेड़ बचाओ पेड़ लगाओ अभियान मात्र स्लोगनों में ही न रह जाए. उसको धरातल पर उतारना जरूरी है. लाइव व्यू चित्रकारी पर उन्होंने बताया कि इस चित्रकार में थोड़ा ज्यादा समय लगता है. इस चित्रकार में हर रोज एक जैसा समय होना चाहिए. ताकि व्यू चित्रकारी अच्छे ढंग से हो पाती है.
पत्नी को पति पर है गर्व: रूपेश की पत्नी लेखिका भाटिया ने बताया कि मुझे अपने पति पर गर्व है. जब यह चित्रकारी करते हैं, तो मेरा सहयोग भी शामिल रहता है. इस चित्रकारी में उनका क्या उद्देश्य रहा है. या चित्रकारी की ओर अच्छा करने के लिए इसमें और क्या कर सकते हैं. हम दोनों अपने विचार देने के बाद कुछ तय करने के बाद नया करने की कोशिश करते हैं. वहीं, रूपेश की चित्रकारी को आसपास के लोग भी काफी पसंद कर रहे हैं. उनकी इस चित्रकारी को देखकर लोग हैरान रह जाते हैं. लोगों ने बताया कि उनकी ऐसी चित्रकारी उन्हें बहुत अच्छी लगती है.
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