फरीदाबाद: 8 अगस्त को फरीदाबाद के गांव अनंगपुर गांव में महाराजा अनंगपाल तोमर (Maharaja Anangpal Tomar statue unveiled) और सम्राट मिहीर भोज की मूर्ति का अनावरण होने जा रहा है. इस मूर्ति के अनावरण से पहले ही दोनों समाज एक दूसरे पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगा रहे हैं. दरअसल राजपूत समाज के लोगों का कहना है कि महाराजा अनंगपाल तोमर सम्राट मिहीर भोज का संबंध राजपूत समाज से है, लेकिन गुर्जर समाज के लोग इन महापुरुषों के नाम के पीछे गुर्जर लगा रहे हैं.
राजपूत समुदाय ने कहा कि वो मूर्ति के अनावरण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन महापुरुष को गुर्जर जाति से जोड़ना पूरी तरह से गलत (Controversy between Rajput and Gurjar community) है. इतिहास में मौजूद सभी जानकारियों से साफ पता चलता है कि दोनों ही महापुरुषों राजपूत जाति से संबंध रखते थे. लेकिन गुर्जर समाज के कुछ लोग अपने निजी फायदे के लिए लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं. करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि वो भाईचारे के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन अगर कोई उनके इतिहास के साथ छेड़खानी करेगा तो वो चुप नहीं बैठेंगे.
उन्होंने कहा कि वर्षों से राजपूत समाज और गुर्जर समाज भाईचारे के साथ रहता आया है, लेकिन भूमाफिया अपने फायदे के लिए दोनों समुदायों को बांटने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने इसको लेकर लिखित में फरीदाबाद प्रशासन को शिकायत भी की है. बावजूद उसके भी मूर्ति का अनावरण होता है तो वो उसके लिए भी हर तरह से तैयार हैं. यानी कि सूरजपाल अम्मू ने अपने बयान में साफ कर दिया है कि अगर मूर्ति का अनावरण हुआ तो उसको रोकने के लिए हर कोशिश करेंगे.