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CAA के खिलाफ मार्क्सवादी पार्टी का प्रदर्शन, बताया देश को बांटने वाला कानून

फरीदाबाद में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ मार्क्सवादी दलों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंन सरकार कई गंभीर आरोप लगाते हुए बिल को वापिस लेने की मागं की.

communist party protest in faridabad
communist party protest in faridabad
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Published : Dec 20, 2019, 7:55 AM IST

फरीदाबाद: नागरिकता संशोधन कानून पर अब देशभर में राजनीति तेज हो गई है. पहले इस बिल का विरोध केवल छात्र कर रहे थे वहीं अब इस बिल के विरोध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है. फरीदाबाद में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के ओर से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और इस बिल को देश को बांटने वाला बताया. साथ ही सरकार से बिल वापस लेने की मागं की.

नागरिकता संशोधन बिल का विरोध

फरीदाबाद के सेक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय पर एकत्रित हुए वामपंथियों ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. कानून पर विरोध जताते हुए वामदलों के नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की ओर से सैंकडों प्रदर्शनकारियों ने बिल के खिलाफ स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर रोष मार्च निकाला.

CAA के खिलाफ मार्क्सवादी पार्टी का प्रदर्शन, देखें वीडियो

स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद

टाउन पार्क पहुंचे वामदलों के नेताओं ने पहले अशफाकउल्लाह खां, रामप्रसाद बिस्मिल और चंद्रशेखर आजात को याद किया और लघु सचिवालय की ओर कूच किया, जहां उन्होंने कहा कि जब हिंदु-मुस्लिम ने एक साथ शाहदत दी थी तो विरासत भी एक साथ ही बंटनी चाहिए, बैनर पर लिखा था सांझी शाहदत-सांझी विरासत.

ये भी पढ़ें:-हिसारः विश्व रिकॉर्ड बनाकर घर वापस लौटे संदीप आर्य, रेलवे स्टेशन पर हुआ स्वागत

मीडिया से बात करते हुए मार्क्सवादी नेता वीरेंद्र डंगवाल ने कहा कि ये देश एक धर्म का नहीं है बल्कि हिदु, मुस्लिम, सिख और ईसाई सहित सभी धर्मों का है. इसलिए ये कानून इस देश में लागू नहीं हो सकता है. वो इसका पुरजोर विरोध करे हैं. साथ ही उन्होंने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा सरकार इस बिल के माध्यम से लोगों को भटका रही है.

फरीदाबाद: नागरिकता संशोधन कानून पर अब देशभर में राजनीति तेज हो गई है. पहले इस बिल का विरोध केवल छात्र कर रहे थे वहीं अब इस बिल के विरोध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है. फरीदाबाद में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के ओर से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और इस बिल को देश को बांटने वाला बताया. साथ ही सरकार से बिल वापस लेने की मागं की.

नागरिकता संशोधन बिल का विरोध

फरीदाबाद के सेक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय पर एकत्रित हुए वामपंथियों ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. कानून पर विरोध जताते हुए वामदलों के नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की ओर से सैंकडों प्रदर्शनकारियों ने बिल के खिलाफ स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर रोष मार्च निकाला.

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स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद

टाउन पार्क पहुंचे वामदलों के नेताओं ने पहले अशफाकउल्लाह खां, रामप्रसाद बिस्मिल और चंद्रशेखर आजात को याद किया और लघु सचिवालय की ओर कूच किया, जहां उन्होंने कहा कि जब हिंदु-मुस्लिम ने एक साथ शाहदत दी थी तो विरासत भी एक साथ ही बंटनी चाहिए, बैनर पर लिखा था सांझी शाहदत-सांझी विरासत.

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मीडिया से बात करते हुए मार्क्सवादी नेता वीरेंद्र डंगवाल ने कहा कि ये देश एक धर्म का नहीं है बल्कि हिदु, मुस्लिम, सिख और ईसाई सहित सभी धर्मों का है. इसलिए ये कानून इस देश में लागू नहीं हो सकता है. वो इसका पुरजोर विरोध करे हैं. साथ ही उन्होंने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा सरकार इस बिल के माध्यम से लोगों को भटका रही है.

Intro:एंकर - पूरे देश में चल रहा नागरिकता बिल के विरोध की चिंगारी अब फरीदाबाद भी पहुंच गई है, फरीदाबाद के सेक्टर 12 लघुसचिवालय पर एकत्रित हुए माक्र्सवादियों नागरिकता कानून के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कम्युनिष्ठ पार्टी के बैनर तले सैंकडों प्रदर्शनकारियों ने बिल के खिलाफ स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर इस कानून को देश के बांटने वाला बिल बताया। 
लघुसचिवालय पर पहुंचे कम्युनिष्ठों ने पहले टाउनपार्क में अशफाकउल्लाह खां, रामप्रसाद बिस्मिल और चन्द्रशेखर आजाद को एक साथ याद किया और लघु सचिवालय की ओर कूच किया, जहां उन्होंने कहा कि जब हिंदु मुस्लिम ने एक साथ शाहदत दी थी तो विरासत भी एक साथ ही बंटनी चाहिये, बैनर पर लिखा था सांझी शाहदत-सांझी विरासत। माक्र्सवादी नेता वीरेन्द्र डंगवाल ने कहा कि यह देश एक धर्म का नहीं है बल्कि हिदु, मुस्लिम, सिख और ईसाई सहित सभी धर्मों का है इसलिये ये कानून इस देश में लागे नहीं हो सकता इसका वह पुरजोर विरोध करते हैं। 
बाईट - वीरेन्द्र डंगवाल Body:hr_far_03_communist_party_protest_vis_bite_7203403Conclusion:hr_far_03_communist_party_protest_vis_bite_7203403
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