फरीदाबादः फरीदाबाद एनआईटी में लोगों के होश उस वक्त उड़ गए जब उन्होंने झांकी में पंजाब के मुख्यमंत्री के हत्यारे और भिंडरावाला के पोस्टर देखे. मौका था गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व पर मनाए जा रहे उत्सव का. गुरुवार को प्रकाश पर्व पर श्री गुरुद्वारा सिंह सभा नंबर पांच की ओर से एनआईटी में झांकी निकाली गई, लेकिन झांकी में लगे बैनर और पोस्टर देखते ही लोगों के होश उड़ गए.
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे जगतार सिंह हवारा और अन्य की रिहाई और जरनैल सिंह भिंडरावाला के बैनर पोस्टर लगे लगी झांकी निकलने से फरीदाबाद के लोग सन्न रह गए. गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव के दौरान एनआईटी इलाके में झांकी निकाली गई थी. झांकी में एक ट्रक को जेल का रूप देकर कुछ लोगों को कैदी दिखाया गया था. वहीं आयोजकों ने इस तरह की किसी भी झांकी को गुरुद्वारा कमेटी की ओर से शामिल किए जाने से इंकार किया है.
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
नगर कीर्तन के आयोजक श्री गुरुद्वारा सिंह सभा नंबर पांच के पदाधिकारियों ने इस तरह की झांकी को गुरुद्वारा कमेटी की ओर से शामिल किए जाने से इंकार किया है. उनका कहना है कि शाम तक ये झांकी नगर कीर्तन का हिस्सा नहीं थी. पहले भी एक बार नगर कीर्तन के मौके पर ऐसे प्रयास हुए थे. तब झांकी बनाने वाले हरमीत के खिलाफ शिकायत भी दी थी, पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की.
मानव बम से बेअंत सिंह की हत्या
31 अगस्त 1995 को पंजाब तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह को चंडीगढ़ के केंद्रीय सचिवालय के बाहर एक बम धमाके में उड़ा दिया गया था. ये धमाका इतना तेज था कि उसकी गूंज दूर तक सुनाई दी थी. जब धुएं और धूल का गुबार हटा को कई लोगों के जिस्म के चीथड़े यहां वहां पड़े थे. हर तरफ खून नजर आ रहा था. इस आत्मघाती हमले में बेअंत सिंह समेत करीब 18 लोगों की मौत हो गई थी.
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कौन है भिंडरावाला
खालिस्तान के समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाला को 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान सेना के जवानों ने मार गिराया था. 6 जून को कुछ सिख संगठन ऑपरेशन ब्लू स्टार को शहीद दिवस के रूप में मनाना चाहते हैं. इसके लिए जम्मू में भिंडरावाले के पोस्टर लगाए थे. इन्हीं पोस्टरों को हटाने पर विवाद खड़ा हुआ है.