फरीदाबाद: एशियन गेम्स 2023 में भारत ने कई गोल्ड जीते हैं. इनमें से ज्यादातर गोल्ड शूटिंग से आए हैं. इसके अलावा सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल भी भारत को मिले हैं. शूटिंग में जीतने वालों में चार खिलाड़ी फरीदाबाद के हैं. इनमें मनु भाकर, शिवा नरवाल, रिदम संगवान और आदर्श सिंह हैं. इन खिलाड़ियों के साथ-साथ मेडल जीतने वाले और खिलाड़ियों ने अपनी प्रैक्टिस सूरजकुंड के करीब बनी डॉक्टर कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में की है.आखिर इस शूटिंग रेंज की क्या खासियत है ?, जो अब गोल्ड दिलाने वाला गुरुकुल बन गई है.इस बारे में जानने के लिए ईटीवी भारत ने इस शूटिंग रेंज को अंदर से देखा और रिपोर्ट तैयार की.
डॉक्टर करणी सिंह शूटिंग रेंज कब बनी ?:अरावली की पहाड़ियों से घिरी शूटिंग रेंज का एरिया 72 एकड़ का है. ये दक्षिण दिल्ली में है, जो सूरजकुंड जाने वाले रास्ते पर पड़ती है. इसको पहली बार 1982 में बनाया गया. जब भारत में एशियाड हुआ था.इसका नाम डॉक्टर कर्णी सिंह पर रखा गया. कर्णी सिंह ने भारत को 38वीं वर्ल्ड शूटिंग चैंपियनशिप में रजत पदक दिलाया था.बाद में कर्णी सिंह को अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था. इसके बाद 2010 में जब भारत में राष्ट्र मंडल खेल हुए थे,तब रेंज को दोबारा बनाया गया था. दो साल में नई शूटिंग रेंज बनकर तैयार हुई थी. उस समय लागत करीब 150 करोड़ रूपए आई थी. अभी ये रेंज स्पोर्टस ऑथारिटी ऑफ इंडिया(SAI) के तहत काम करती है. इसमें 2795 से ज्यादा दर्शक बैठ सकते हैं.
क्या हैं सुविधाएं ?: कर्णी सिंह शूटिंग रेंज के कोच राजेश कुमार ने बताया,'यहां पर 10 मीटर, 25 मीटर और 50 मीटर रेंज में प्रेक्टिस करने की सुविधा है. इसके अलावा एक साथ पांच टारगेट के लिए स्पेशल रेंज हैं. 25 मीटर शूटिंग रेंज को हाईटेक तरीके से बनाया गया है.यहां पर खिलाड़ियों के खाने-पीने की भी व्यवस्था की जाती है. उनकी डाइट का भी ध्यान रखा जाता है. इस रेंज ने गगन नारंग, विजय कुमार, अवनीत कौर, जीतू राय, हिना सिद्दू, अंजुम मुद्गल, संजीव राजपूत समेत कई सितारे देश को दिए हैं'. दरअसल रेंज में छह बेहतरीन वर्ल्ड क्लास कोच भी मौजूद हैं.महिला और पुरुष खिलाड़ियों के लिए अलग हॉस्टल भी बनाए गए हैं.
खिलाड़ियों का सम्मान: कर्णी सिंह शूटिंग रेंज के 6 खिलाड़ियों को पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. 54 खिलाड़ियों को अर्जुन अवार्ड मिल चुके हैं. वहीं पांच खिलाड़ियों को द्रोणाचार्य अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है. मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से दो खिलाड़ी अब तक सम्मानित हुए हैं.कर्णी सिंह शूटिंग रेंज के 25 मीटर रेंज के कोच राजेश कुमार ने बताया,'एशियाई गेम में जो भी मेडल आए हैं, उसमें 90% मेडल यहां के खिलाड़ियों ने देश को दिलाए हैं. 10 मीटर शूटिंग में पलक ने गोल्ड जीता है. वह भी यहीं की खिलाड़ी है.' वैसे शूटिंग रेंज में हर तरह की सुविधाएं मौजूद हैं. साथ ही कोच शूटिंग की बारिकियों को बताते हैं. इससे खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलती है.
एशियन गेम्स में शूटिंग में भारत के नाम 16 मेडल: बता दें कि एशियन गेम्स में भारत के निशानेबाजों ने 6 गोल्ड, 8 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल समेत कुल 19 मेडल देश के नाम किए. सबसे बड़ी बात यह है कि एशियन गेम्स में शूटिंग में हरियाणा के 8 निशानेबाजों ने हिस्सा लिया और सभी ने मेडल हासिल किए. हरियाणा निशानेबाजों ने व्यक्तिगत प्रतियोगिता में 1 गोल्ड और टीम इवेंट में 2 गोल्ड हासिल किए. झज्जर की पलक गुलिया ने 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत प्रतियोगिता में गोल्ड, अंबाला को सरबजोत सिंह और फरीदाबाद के शिवा नरवाल ने 10 मीटर एयर पिस्टल टीम इवेंट में गोल्ड, सरबजोत में मिक्स इवेंट में सिल्वर, झज्जर की मनु भाकर और फरीदाबाद की रिदम ने 25 मीटर एयर रैपिड टीम इवेंट में गोल्ड, कुरुक्षेत्र की रमिता जिंदल ने 10 मीटर एयर राइफल टीम इवेंट में सिल्वर और व्यक्तिगत प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. इसके अलावा करनाल के अनीश भनवाला और फरीदाबाद के आदर्श सिंह ने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया.