चरखी दादरी: एक सप्ताह पहले अध्यापकों और शिक्षा अधिकारियों के बीच हुई मारपीट का विवाद बढ़ता ही जा रहा है. पुलिस की ओर से दर्ज की गई दो अलग-अलग एफआईआर के बाद मामला और उलझता जा रहा रहा है. पांच अध्यापकों की गिरफ्तारी के विरोध में जहां अध्यापकों ने कर्मचारी संगठनों के साथ मिलकर डीईओ कार्यालय का घेराव करते हुए रोष (employee organization protest in charkhi dadri) जताया. वहीं शिक्षा अधिकारियों ने अध्यापकों पर बिना अनुमति के धरना-प्रदर्शन करने का आरोप लगाया. पूरे मामले को देखते हुए पुलिस सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए.
बता दें कि पिछले दिनों अध्यापक यूनियन के कर्मचारियों और शिक्षा विभाग कार्यालय के कर्मियों के बीच मारपीट हुई थी. जिसमें अध्यापकों ने जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य कर्मियों पर मारपीट और मांगे पूरी न करने के आरोप लगाए. वहीं जिला शिक्षा अधिकारी और अन्य कर्मचारियों ने भी अध्यापकों पर कई आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवाई थी. दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज एफआईआर के चलते पुलिस ने पांच अध्यापकों को गिरफ्तार कर लिया. विरोध प्रदर्शन करते हुए अध्यापक संगठनों सहित कर्मचारी संगठनों ने एकजुट होते हुए सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव करते हुए शहर में रोष प्रदर्शन ( teachers protest in Charkhi Dadri) किया.
एसडीएम नवीन कुमार को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपते हुए डीईओ सहित अन्य कर्मचारियों की गिरफ्तारी के अलावा भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की. वहीं डीईओ ने अध्यापकों पर बिना अनुमति प्रदर्शन और अन्य गतिविधियों से जुड़े होने के आरोप (education officer Fight in Charkhi Dadri) लगाए.
अध्यापक संघ के प्रधान राजेश ढिल्लू ने शिक्षा अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के साथ-साथ मारपीट कर अध्यापकों को दबाने के आरोप (education officer Fight in haryana) लगाए. साथ ही कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी तो अध्यापक आमरण अनशन पर बैठते हुए अपनी जान दे देंगे. वहीं जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा फोगाट ने कहा कि अध्यापक दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं. किसी भी यूनियन और अध्यापकों की मांगों को अनसुना नहीं किया गया. उधर डीएसपी हैडक्वार्टर वीरेंद्र श्योराण ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के आधार पर अध्यापकों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.