चरखी दादरी: हरियाणा के कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक बार फिर से हड़ताल पर जा सकते हैं. सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर रविवार को दादरी में कर्मचारियों का हल्ला बोल प्रदर्शन (workers protest in Charkhi Dadri) हुआ. जिसमें कर्मचारियों ने सरकार को सख्त लहजे में चेतावनी दी. कर्मचारियों ने सरकार पर वादा खिलाफी और उनके साथ भेदभाव कर ज्यादती करने का आरोप लगाया.
कर्मचारियों ने बताया कि हटाए गए कर्मचारियों की बहाली सहित विभिन्न मांगों को लेकर अब कर्मचारी आर-पार की लड़ाई लड़ेगा. जरूरत पड़ी तो फिर से कर्मचारी हड़ताल पर जा सकते हैं. सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिलाध्यक्ष राजकुमार घिकाड़ा की अगुवाई में विभिन्न विभागों के कर्मचारी लघु सचिवालय में एकजुट हुए और सरकार के खिलाफ दादरी में कर्मचारियों का हल्ला बोल प्रदर्शन हुआ. कर्मचारियों के प्रदर्शन में सामाजिक संगठन भी समर्थन में पहुंचे. शहर में प्रदर्शन करते हुए कर्मचारियों ने सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाया.
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कर्मचारियों ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में छटनी ग्रस्त कर्मचारियों और पुरानी पेंशन बहाली, ठेका प्रथा समाप्त करने, कच्चे कर्मियों को पक्का करने, खाली पड़े लाखों पदों को पक्की भर्ती से भर बेरोजगारों को रोजगार व जनता को बेहतर जन सुविधाएं प्रदान करने, जन सेवाओं के किए जा रहे निजीकरण पर रोक लगाने, ग्रुप डी के कर्मियों को ग्रुप सी में पदोन्नति का कोटा 20 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करना जैसी मांगें शामिल हैं.
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के दादरी के जिलाध्यक्ष राजकुमार घिकाड़ा ने कहा कि सरकार द्वारा घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन बहाली, कच्चे कर्मियों को पक्का करने और पंजाब के समान वेतनमान एवं पेंशन देने का वादा किया था. सरकार के बनने के इतने समय बाद भी वादा पूरा नहीं किया गया. इसके विपरित बिजली, जन स्वास्थ्य, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि जन सेवाओं का तेजी से निजीकरण किया जा रहा है. ऐसे में अब कर्मचारी एकजुट होते हुए बड़ा आंदोलन करेंगे. जरूरत पड़ने पर कर्मचारी फिर से हड़ताल पर जा सकते हैं.
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