चरखी दादरी: हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी अब अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए 24 जनवरी को बसों का चक्का जाम करेंगे. इसके लिए डिपो स्तर पर मीटिंगों का आयोजन किया जा रहा है. गुरुवार को रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के सदस्यों की अगुवाई में दादरी डिपो में कर्मचारियों ने चक्का जाम करने को लेकर रणनीति बनाई गई. कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो चक्का जाम की तारीख बढ़ाई जा सकती है.
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के नेता नरेंद्र दिनोद की अगुवाई में दादरी रोडवेज डिपो के कर्मशाला परिसर में रोष मीटिंग का आयोजन किया गया. मीटिंग में आगामी 24 जनवरी को हरियाणा रोडवेज की बसों का चक्का जाम करने के बारे में मंथन किया गया. कर्मचारी नेताओं ने साफ किया कि मांगों को लेकर यूनियन 26-27 अक्तूबर को हस्ताक्षर अभियान भी चला चुका है.
कर्मचारी मोर्चा का दावा है कि 265 रूट पर प्राइवेट परमिट जारी करने के खिलाफ आम लोग और विद्यार्थियों ने दो दिन में 5 लाख हस्ताक्षर करके सरकार की निजीकरण नीतियों का विरोध किया है. सरकार सरकारी परिवहन सेवा को निजी हाथों में देना चाहती है. प्राइवेट परमिट देने की मांग ना तो जनता की है और ना ही रोडवेज कर्मचारियों की.
रोडवेज कर्मचारियों का कहना है कि सरकार प्राइवेट पॉलिसी को वापस लेकर 10 हजार सरकारी बसें खरीदकर रोडवेज बेड़े में शामिल करे. इससे आम जनता को सुरक्षित सेवा के साथ-साथ सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा और हजारों बेरोजगार युवकों को स्थायी रोजगार मिलेगा. कर्मचारी नेताओं ने कहा कि रोडवेज का निजीकरण नहीं होने देंगे और ना ही प्राइवेट बसों को परमिट जारी करने देंगे.
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