चरखी दादरी: जिला मुख्यालय स्थित संस्कृति मॉडल स्कूल (Sanskriti Model School in Charkhi dadri) बारिश के बाद अब तालाब में तब्दील हो गया. स्कूल परिसर के अलावा कक्षा में भी पानी भर गया है. जिससे नौनिहालों की पढ़ाई बाधित हो रही है. साथ ही पानी में जहरीला कीड़ा (सांप, बिच्छू आदि) आने का भी डर छात्रों को सता रहा है. हालात ऐसे हैं कि बच्चों से लेकर स्कूल स्टॉफ तक को पानी से होकर पुरानी बिल्डिंग तक जाना पड़ रहा है. वहीं बिगड़े हालातों को देखते हुए स्कूल को दो शिफ्टों में चलाया जा रहा है.
अभिभावकों को सता रही चिंता: स्कूल (charkhi dadri sanskriti model school) में पानी भरने से ना सिर्फ छात्र परेशान हैं, बल्कि टीचर और अभिभावक भी खासे परेशान हैं. स्कूल के हालात को लेकर अभिभावकों को भी अपने बच्चों की चिंता सताने लगी है. अभिभावकों का कहना है कि बच्चों को आने-जाने में परेशानी होती है, उन्हें बैठने की भी परेशानी है. अभिभावकों को कहना है कि दो साल हो गए हैं स्कूल में पानी भरता हुआ, प्रशासन से भी शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
तालाब बना स्कूल: चरखी दादरी जिला मुख्यालय पर स्थित संस्कृति मॉडल स्कूल में मैदान से लेकर कमरों के बाहर तक चारों तरफ गंदा पानी भरा हुआ है. यहां तक कि स्कूल के अंदर कक्षा में जाने के लिए इस गंदे पानी के बीच से होकर गुजरना पड़ता है. आलम यह है स्कूल में लगभग 1200 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं, लेकिन पानी भर जाने के कारण बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं. जो आ भी रहे हैं, उनके कपड़े भीग जाते हैं. इसके साथ सांप, बिच्छू के काटने का डर भी बच्चों को सता रहा है.
जानलेवा हो सकता है बिजली का खंभा: स्कूल इमारत के पास बिजली का खंभा भी है. जो चारों ओर पानी से घिरा हुआ है. पानी भरने के कारण स्कूल की दो बिल्डिंग जर्जर अवस्था में पड़ी हुई हैं. स्कूल के हालातों के बारे शिक्षा अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों से लेकर डिप्टी सीएम और सीएम तक को भी अवगत कराया जा चुका है. बावजूद इसके मॉडल स्कूल के हालातों में कोई सुधार नहीं हुआ. भय के साय में बच्चे और शिक्षक दोनों ही स्कूल पहुंचते हैं.
डिप्टी सीएम ने किया था निरीक्षण: पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने कहा कि पिछले वर्ष डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने संस्कृति मॉडल स्कूल का निरीक्षण किया था. डिप्टी सीएम ने यहां के हालातों को देखकर जल्द समाधान कराने और शिक्षा मंत्री के माध्यम से हालात सुधारने का आश्वासन दिया था. लेकिन एक साल होने के बाद भी स्कूल के हालात नहीं बदले. पिछले साल भी बारिश में स्कूल का यही हाल था और इस बार भी स्कूल का यही हाल है. ये स्कूल कम और तालाब ज्यादा लग रहा है.
सरकार का सिस्टम जिम्मेदार: पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने मॉडल स्कूल का निरीक्षण किया. निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों से पूरे हालातों के बारे चर्चा की. सांगवान ने कहा कि स्कूल के ऐसे हालातों के लिए सरकार का सिस्टम जिम्मेदार है. सरकार और अधिकारियों को पहले से ही पुख्ता प्रबंध करने चाहिए थे, लेकिन उनकी नाकामी के कारण विद्यार्थियों और स्कूल स्टाफ को काफी परेशानियां हो रही हैं. उन्होंने कहा कि सीएम को भी चाहिए कि वे मंत्रियों को यहां भेजें और हालातों को देखकर पुख्ता प्रबंध करें.