ETV Bharat / state

दादरी पर छाई स्मॉग की चादर, 450 के पार पुहंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स - चरखी दादरी में बढ़ा प्रदूषण

हरियाणा-दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है. वायु प्रदूषण का स्तर दादरी जिला में 450 पार पहुंच चुका है. इसका सीधा असर अस्थमा रोगियों और बुजुर्गों पर देखने को मिल रहा है. आजकल क्षेत्र में एक्यूआई 450 से भी अधिक है.

दादरी पर छाई स्मॉग की चादर
author img

By

Published : Nov 3, 2019, 8:49 AM IST

चरखी दादरीः पिछले कुछ दिन से मौसम में आए परिवर्तन को लेकर जहां आमजन को परेशान है तो वहीं ये प्रदूषण प्रशासन के लिए भी गले की फांस बन गया है. इस समय दादरी जिले में एयर कंट्रोल इंडेक्स 450 पार पहुंच गया है. शनिवार को दिन में भी स्माग छाया रहा. जिसके कारण वाहन चालकों के साथ-साथ लोगों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्थमा मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. एक्यूआई का स्तर बढ़ने पर नाक, कान और गला रोगियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है.

अस्थमा मरीजों की संख्या बढ़ी
हरियाणा-दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है. वायु प्रदूषण का स्तर दादरी जिला में 450 पार पहुंच चुका है. इसका सीधा असर अस्थमा रोगियों और बुजुर्गों पर देखने को मिल रहा है. आजकल क्षेत्र में एक्यूआई 450 से भी अधिक है. अस्थमा रोगियों के लिए ये बहुत ही खतरनाक साबित हो रहा है. नागरिक अस्पताल में आम दिनों में लगभग 30 के आसपास अस्थमा के रोगी आते हैं लेकिन आजकल इनकी संख्या बढ़कर 120 से भी अधिक हो गई है.

दादरी पर छाई स्मॉग की चादर

लापरवाही बनी गले की फांस!
एनजीटी औप सरकार के आदेशों के बाद भी दादरी शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर में आग लगाई जा रही है. ऐसे समय में नियमों को ठेंगा दिखाते हुए नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा कूड़ा जलाया जा रहा है. जिसके कारण शहर में हालात और भी खराब होते जा रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः पराली पर पॉलिटिक्स के बीच रोहतक के किसानों ने खाई पराली न जलाने की कसम

सुप्रीम कोर्ट के आदेश
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अधिकृत कमेटी ने एक से पांच नवंबर तक जिले की अरावली की पहाड़ियों पर खनन कार्य पर रोक लगा दी है. इस दौरान क्रशर जोन पर पत्थर आदि तोडऩे और पिसाई का काम नहीं होगा. इन आदेशों की अवहेलना करने वाले क्रशर मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश हैं.

डॉक्टर कम और मरीज ज्यादा
दादरी में जितनी तेजी से वायु प्रदुषण बढ़ा है, उतनी ही तेजी से रोगियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. दादरी के नागरिक अस्पताल में डॉक्टर्स की कमी के चलते रोगियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे हालातों में सिर्फ एक डॉक्टर ही इमरजेंसी और ओपीडी में सेवाएं दे रहा है.

सांस के मरीजों के लिए हिदायत
सीएमओ डॉ. विरेंद्र यादव ने बताया कि अस्थमा रोगियों को धूल, मिट्टी या खुले वातावरण से बचना चाहिए और धूम्रपान नहीं करना चाहिए. इसके अलावा ठंडे स्थान से तथा ठंडे पेय पदार्थों से परहेज करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस समय प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है, ऐसे में रोगियों को बाहर जाने से पहले मास्क लगाना चाहिए.

चरखी दादरीः पिछले कुछ दिन से मौसम में आए परिवर्तन को लेकर जहां आमजन को परेशान है तो वहीं ये प्रदूषण प्रशासन के लिए भी गले की फांस बन गया है. इस समय दादरी जिले में एयर कंट्रोल इंडेक्स 450 पार पहुंच गया है. शनिवार को दिन में भी स्माग छाया रहा. जिसके कारण वाहन चालकों के साथ-साथ लोगों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्थमा मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. एक्यूआई का स्तर बढ़ने पर नाक, कान और गला रोगियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है.

अस्थमा मरीजों की संख्या बढ़ी
हरियाणा-दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है. वायु प्रदूषण का स्तर दादरी जिला में 450 पार पहुंच चुका है. इसका सीधा असर अस्थमा रोगियों और बुजुर्गों पर देखने को मिल रहा है. आजकल क्षेत्र में एक्यूआई 450 से भी अधिक है. अस्थमा रोगियों के लिए ये बहुत ही खतरनाक साबित हो रहा है. नागरिक अस्पताल में आम दिनों में लगभग 30 के आसपास अस्थमा के रोगी आते हैं लेकिन आजकल इनकी संख्या बढ़कर 120 से भी अधिक हो गई है.

दादरी पर छाई स्मॉग की चादर

लापरवाही बनी गले की फांस!
एनजीटी औप सरकार के आदेशों के बाद भी दादरी शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर में आग लगाई जा रही है. ऐसे समय में नियमों को ठेंगा दिखाते हुए नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा कूड़ा जलाया जा रहा है. जिसके कारण शहर में हालात और भी खराब होते जा रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः पराली पर पॉलिटिक्स के बीच रोहतक के किसानों ने खाई पराली न जलाने की कसम

सुप्रीम कोर्ट के आदेश
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अधिकृत कमेटी ने एक से पांच नवंबर तक जिले की अरावली की पहाड़ियों पर खनन कार्य पर रोक लगा दी है. इस दौरान क्रशर जोन पर पत्थर आदि तोडऩे और पिसाई का काम नहीं होगा. इन आदेशों की अवहेलना करने वाले क्रशर मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश हैं.

डॉक्टर कम और मरीज ज्यादा
दादरी में जितनी तेजी से वायु प्रदुषण बढ़ा है, उतनी ही तेजी से रोगियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. दादरी के नागरिक अस्पताल में डॉक्टर्स की कमी के चलते रोगियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे हालातों में सिर्फ एक डॉक्टर ही इमरजेंसी और ओपीडी में सेवाएं दे रहा है.

सांस के मरीजों के लिए हिदायत
सीएमओ डॉ. विरेंद्र यादव ने बताया कि अस्थमा रोगियों को धूल, मिट्टी या खुले वातावरण से बचना चाहिए और धूम्रपान नहीं करना चाहिए. इसके अलावा ठंडे स्थान से तथा ठंडे पेय पदार्थों से परहेज करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस समय प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है, ऐसे में रोगियों को बाहर जाने से पहले मास्क लगाना चाहिए.

Intro:एयर कंट्रोल इंडेक्स 400 पार पहुंचा, दिन में भी छाया स्मॉग
: वायु प्रदूषण का स्तर बढऩे अस्थमा मरीजों की संख्या बढ़ी
: दमघोंटू मौसम से लोगों को हो रही हैं परेशानियां
चरखी दादरी। पिछले कुछ दिन से मौसम में आए परिवर्तन को लेकर जहां आमजन को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है वहीं प्रशासन के लिए भी गले की फांस बन गया है। इस समय दादरी जिला में एयर कंट्रोल इंडेक्स 400 पार पहुंच गया है। दिन में भी स्माग छाया रहा। जिसके कारण वाहन चालकों के साथ-साथ लोगों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वायु प्रदूषण का स्तर बढऩे से अस्थमा मरीजों की संख्या में भी बढौतरी हुई है। एक्यूआई का स्तर बढऩे पर नाक, कान व गला रोगियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। चिकित्सकों ने इस प्रकार के रोगियों को धूल, मिट्टी से दूर रहने की सलाह दी है। ऐसे रोगियों को इस प्रदूषित वातावरण में मास्क लगाने के लिए कहा गया है।Body:पिछले करीब एक सप्ताह के दौरान लगातार मौसम परिवर्तित होता जा रहा है। दीवाली के बाद तो हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। इस समय हरियाणा-दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है। वायु प्रदूषण का स्तर दादरी जिला में 400 पार पहुंच चुका है। ऐसे में यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो जाता है। इसका सीधा असर अस्थमा रोगियों व बुजुर्गों को होता है। आजकल क्षेत्र में एक्यूआई 420 से भी अधिक है। इस कारण लोगों को सांस लेने में अधिक परेशानी हो रही है। अस्थमा रोगियों के लिए यह बहुत ही खतरनाक साबित हो रहा है। वायु में अधिक प्रदूषण होने से नाक, कान, गला व एलर्जी के रोगों को भी बढ़ावा देता है। नागरिक अस्पताल में आम दिनों में लगभग 30 के आसपास अस्थमा के रोगी आते हैं लेकिन आजकल इनकी संख्या बढ़कर 120 से भी अधिक हो गई है। इसके अलावा नाक, कान व गला के भी रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है। एलर्जी रोगियों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई है।
बाक्स:-
प्रतिबंध के बाद भी जगह-जगह जलाया जा रहा है कूड़ा
एनजीटी व सरकार के आदेशों के बाद भी दादरी शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर में आग लगाई जा रही है। ऐसे समय में नियमों को ठेंगा दिखाते हुए नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा कूड़ा जलाया जा रहा है। जिसके कारण शहर में हालात और भी खराब होते जा रहे हैं।
बाक्स:-
क्रशर जोन पांच तक रहेगा बंद
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अधिकृत कमेटी ने एक से पांच नवंबर तक जिले की अरावली की पहाडिय़ों पर खनन कार्य पर रोक लगा दी है। इस दौरान क्रशर जोन पर पत्थर आदि तोडऩे व पिसाई का काम नहीं होगा। इन आदेशों की अवहेलना करने वाले क्रशर मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश हैं।
बाक्स:-
चिकित्सकों की कमी, रोगियों की बढ़ी संख्या
जिस तरह से वायु प्रदुषण बढ़ा है, वैसे ही रोगियों की संख्य में भी इजाफा हुआ है। दादरी के नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के चलते रोगियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे हालातों में सिर्फ एक चिकित्सक की इमरजेंसी व ओपीडी में सेवाएं दे रहा है। जबकि कई चिकित्सक अवकाश पर हैं।Conclusion:बाक्स:-
अस्थमा से बचाव के उपाय
सीएमओ डा. विरेंद्र यादव ने फोन पर बताा कि अस्थमा रोगियों को धूल, मिट्टी या खुले वातावरण से बचना चाहिए। यदि सांस फूलने लगे तो परिश्रम का काम नहीं करना चाहिए। धूम्रपान नहीं करना चाहिए। इसके अलावा ठंडे स्थान से तथा ठंडे पेय पदार्थों से परहेज करना चाहिए। इस समय प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है, ऐसे में रोगियों को मास्क लगाना चाहिए।
विजवल:- 1
शहर में जलत कूड़ा, उठता धूंआ, स्मॉग की चद्द से ढका शहर, प्रदुषित वायु के बीच से निकलते नागरिक व अस्पताल में रोगियों की भीड़ के कट शाटस
बाईट:- 2
छोटूराम, नागरिक
बाईट:- 3
कमलेश देवी, प्रधान आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.