चरखी दादरी: कृषि कानूनों के विरोध में फौगाट खाप की अगुवाई में किसानों का पैदल जत्था दादरी से टिकरी बॉर्डर के लिए रवाना हुआ. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए दिल्ली बॉर्डर पर शहीदी दिवस कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान किया है और साथ ही कहा है कि रास्ते में गांव-गांव जाकर लोगों को कृषि कानूनों के विरोध को लेकर जागरूक किया जाएगा.
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इस मौके पर फौगाट खाप प्रधान बलवंत नंबरदार ने कहा कि किसानों का 15 सदस्यीय जत्था दादरी के स्वामी दयाल धाम से रवाना हुआ है. ये जत्था पैदल यात्रा करते हुए 23 मार्च को शहीदी दिवस पर दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचेगा.
उन्होंने कहा कि रास्ते में पड़ने वाले गांव, कस्बों, शहरों में कृषि कानूनों के विरोध में लोगों को जागरूक किया जाएगा. किसानों का जत्था झज्जर के गांव माजरा में रात्री ठहराव करेगा और सुबह टिकरी बॉर्डर पर पहुंचेगा.
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खाप प्रधान बलवंत नंबरदार ने कहा कि इस जत्थे में शामिल किसानों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया और दिल्ली जीतकर लौटने की बात कही. उन्होंने कहा कि किसानों को जमीन से बेदखल करने और मजदूरों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाने की साजिश सफल नहीं होगी.
नंबरदार ने कहा कि किसान-मजदूर अपनी जमीन और अधिकार को बचाने के लिए आखिरी सांस तक लड़ेगा. बीजेपी चंद कॉरपोरेट घरानों के लिए देश की आत्मनिर्भरता को दांव पर लगा रही है जो देश की मेहनतकश आवाम बर्दाश्त नहीं करेगी.
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खाप प्रधान बलवंत नंबरदार ने कहा कि जब तक किसान विरोधी कानून वापस नहीं होते तब तक ये आंदोलन वापस होने वाला नहीं है और भविष्य में आंदोलन को तेज किया जाएगा.