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चरखी दादरी: हड़ताली फार्मासिस्टों पर उतरा मरीजों का गुस्सा, बोले-नहीं देनी दवाई तो बंद कर दो अस्पताल

दवाइयां नहीं मिलने से खफा मरीजों ने अपना गुस्सा हड़ताली कर्मियों पर उतारा. इस दौरान मरीजों ने कर्मचारियों को खरी-खोटी भी सुनाई.

चरखी दादरी: हड़ताली फार्मासिस्टों पर उतरा मरीजों का गुस्सा
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Published : Aug 28, 2019, 2:41 PM IST

चरखी दादरी: फार्मासिस्ट अपनी मांगों पर अड़े हैं. जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक फार्मासिस्ट हड़ताल जारी रखने की बात कह रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ फार्मासिस्ट की हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. मरीजों को दवाईयां तक नहीं मिल रही हैं.

चरखी दादरी में दिखा हड़ताल का असर
चरखी दादरी में भी फार्मासिस्टों की हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है. कर्मचारी सरकारी अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ मरीज अस्पताल के अंदर दवाईयां नहीं मिलने की वजह से परेशान हो रहे हैं. दवाइयां नहीं मिलने से खफा मरीजों ने अपना गुस्सा हड़ताली कर्मचारियों पर उतारा. मरीजों ने हड़ताली कर्मचारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई.

फार्मासिस्टों की हड़ताल, मरीज हुए हलकान

मरीजों ने हड़ताली कर्मचारियों को सुनाई खरीखोटी
मरीजों ने कहा कि जब दवाई देनी नहीं है तो क्यों पर्ची काटी जा रही है ? क्यों दवाई नहीं देने पर भी डॉक्टर दवाई लिख रहे हैं ? इससे अच्छा तो ये है कि अस्पताल को ही बंद कर देना चाहिए. उधर फार्मासिस्टों का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वो 1 सितंबर को रोहतक में वित्त मंत्री के निवास का घेराव करेंगे.

चरखी दादरी: फार्मासिस्ट अपनी मांगों पर अड़े हैं. जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक फार्मासिस्ट हड़ताल जारी रखने की बात कह रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ फार्मासिस्ट की हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. मरीजों को दवाईयां तक नहीं मिल रही हैं.

चरखी दादरी में दिखा हड़ताल का असर
चरखी दादरी में भी फार्मासिस्टों की हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है. कर्मचारी सरकारी अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ मरीज अस्पताल के अंदर दवाईयां नहीं मिलने की वजह से परेशान हो रहे हैं. दवाइयां नहीं मिलने से खफा मरीजों ने अपना गुस्सा हड़ताली कर्मचारियों पर उतारा. मरीजों ने हड़ताली कर्मचारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई.

फार्मासिस्टों की हड़ताल, मरीज हुए हलकान

मरीजों ने हड़ताली कर्मचारियों को सुनाई खरीखोटी
मरीजों ने कहा कि जब दवाई देनी नहीं है तो क्यों पर्ची काटी जा रही है ? क्यों दवाई नहीं देने पर भी डॉक्टर दवाई लिख रहे हैं ? इससे अच्छा तो ये है कि अस्पताल को ही बंद कर देना चाहिए. उधर फार्मासिस्टों का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वो 1 सितंबर को रोहतक में वित्त मंत्री के निवास का घेराव करेंगे.

Intro:फार्मासिस्टों की हड़ताल का स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ा
: मरीजों ने हड़ताली कर्मियों पर उतारा गुस्सा, हो रही हैं परेशानियां,
चरखी दादरी। फार्मासिस्टों की हड़ताल के दौरान जहां स्वास्थ्य सेवाओं पर खासा असर पड़ा है वहीं मरीजों को दवाओं के लिए चक्कर काटने पर मजबूर होना पड़ रहा है। दादरी में फार्मासिस्टों के हड़ताल के दौरान अस्पताल में सीटें खाली होने व दवाइयां नहीं मिलने से खफा मरीजों ने अपना गुस्सा हड़ताली कर्मियों पर उतारा। इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों को खरी-खोटी भी सुनाई। उधर फार्मासिस्टों ने सामूहिक छूटी लेते हुए आगामी दिनों में बड़े आंदोलन की घोषणा की है। Body:फार्मासिस्टों की हड़ताल के दूसरे दिन स्वास्थ्य सेवाएं पंगू बन गई हैं। स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ कहे जाने वाले इस वर्ग के काम छोडऩे से मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आज जिले के सभी फार्मासिस्ट लगातार दूसरे दिन जिला अस्पताल दादरी में एकत्रित हुए और धरना-प्रदर्शन किया। जिला प्रधान नवीन कासनी की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन में निर्णय लिया गया कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो एक सितंबर को रोहतक में वित्त मंत्री के निवास का घेराव किया जाएगा। वहीं प्रदेशाध्यक्ष विनोद दलाल ने कहा कि सरकारी तंत्र ने स्वास्थ्य विभाग में सबसे ज्यादा काम करने वाले वर्ग को लगातार नीचे धकेलने का कार्य कर रहा है। फार्मासिस्ट वर्ग की मुख्य मांग 4600 ग्रेड पे की फाइल मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री की मंजूरी के बाद भी वित मंत्रालय में धूल फांक रही है। ऐसे में अब आर-पार की लड़ाई लड़ते हुए एक सितंबर को वित्त मंत्री के निवास का घेराव किया जाएगा और उसी समय आगामी रणनीति की घोषणा की जाएगी।
बाक्स:-
भटकते रहे मरीज, फर्श पर पड़े रहे
फार्मासिस्टों की हड़ताल के चलते मरीज दवा लेने के लिए भटकते रहे। दवाइयां नहीं मिलने से जहां मरीजों को फर्श पर पड़ा रहना पड़ा वहीं दिनभर खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अस्पताल में दवा लेने पहुंचे सुशीला, पिंकी, राजेश व संजय इत्यादि ने बताया कि हड़ताल के चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
विजवल:- 1
अस्पताल में पहुंचे मरीज, हड़ताल कर धरनेे पर बैठे, रोष प्रदर्शन करते, खरी-खोटी सुनाते मरीज व अस्पताल में फर्श पर इंतजार करते मरीजों के कट शाटस
बाईट:- 2
सुशीला व पिंकी, मरीज
बाईट:- 3
विनोद दलाल, प्रदेशाध्यक्ष फार्मासिस्ट यूनियनConclusion:
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