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चरखी दादरी की मंडियों में नहीं उठाया गया खरीदा गया बाजरा, किसान परेशान

दादरी अनाजमंडी में शुरू हुई बाजरे की खरीद सुचारू रूप से नहीं चल रही है. किसानों और आढ़तियों को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है.

चरखी दादरी मंडी
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Published : Oct 28, 2019, 3:22 PM IST

चरखी दादरी: दादरी की नई अनाजमंडी में शुरू हुई बाजरे की खरीद पर्याप्त व्यवस्थाओं के अभाव में किसानों और आढ़तियों के लिए जी का जंजाल बन गई है. वजह है कि संबंधित विभाग द्वारा जो बाजरा खरीद किया है, उसका समय पर उठान नहीं किया जा रहा है. हालत ये है कि कॉमन शैड और दुकानों के आगे लगे बाजरे को आवारा पशु खराब कर रहे हैं.

बुंदाबांदी के चलते अनाज हुआ खराब
यहां तक कि पिछले दिनों हुई बुंदाबांदी के चलते कई ढेरियों में बाजरा खराब भी हो गया है, लेकिन फिर भी बारिश से बचने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं. एक अक्टूबर से शुरू हुई बाजरे की खरीद प्रक्रिया को संबंधित विभाग सुचारू चलाने में विफल साबित हुआ है.

मंडियों में नहीं उठाया गया खरीदा गया बाजरा, देखें वीडियो

सरकार द्वारा जारी किए गए शैड्यूल के अनुसार दादरी की अनाजमंडी में बाजरा खरीद के दावे किए थे. शुरुआत में रोज खरीद नहीं हो पाने के कारण किसान परेशान रहे. उसके बाद अब आढ़ती खरीदे रहे हैं, लेकिन बाजरे का उठान नहीं होने से परेशान हो रहे हैं.

ये भी पढ़ें- पलवल अनाज मंडी में धान आवक शुरू, अब तक 35 हजार क्विंटल की हुई खरीद

बाजरे को आवारा पशुओं से हो रहा नुकसान
आढ़तियों का कहना है कि विभाग ने लाखों क्विंटल बाजरा खरीदा है, जिसमें से अभी भी अधिकांश बाजरा मंडी में लावारिस हालत में पड़ा है. विभाग की उठान प्रक्रिया बहुत धीमी है जिससे ऐसा लगता है कि उठान होने में महीने लग जाएंगे तब तक मौसम और आवारा पशुओं से बाजरे को बचा पाना मुश्किल होगा.

मंडी में नहीं है कोई चौकीदार
एक अव्यवस्था ये भी है कि मंडी में चौकीदार की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में मंडी परिसर में दिनभर आवारा पशुओं का जमघट बना रहता है जो बाजरे को खराब कर रहे हैं. आढ़तियों और किसानों का कहना है कि लेट उठान से जहां बाजरे के वजन में घटती आएगी, वहीं उसकी गुणवत्ता भी प्रभावित होगी.

किसान अभिषेक, राजेश और जयभगवान ने बताया कि अधिकारियों के उदासीन रवैए के चलते बाजरा उठान नहीं होने से बाजरा बेचने आए किसानों को खासी परेशाानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने मांग की है कि विभाग खरीद किए गए बाजरे का उठान जल्दी करवाए, ताकि आगे की खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से चले और किसानों को बाजरे की बिक्री में किसी प्रकार की दिक्कत न आए.

ये भी पढ़ें- ज्यादा पैदावार के चलते करनाल मंडी में धान की खरीद बंद

चरखी दादरी: दादरी की नई अनाजमंडी में शुरू हुई बाजरे की खरीद पर्याप्त व्यवस्थाओं के अभाव में किसानों और आढ़तियों के लिए जी का जंजाल बन गई है. वजह है कि संबंधित विभाग द्वारा जो बाजरा खरीद किया है, उसका समय पर उठान नहीं किया जा रहा है. हालत ये है कि कॉमन शैड और दुकानों के आगे लगे बाजरे को आवारा पशु खराब कर रहे हैं.

बुंदाबांदी के चलते अनाज हुआ खराब
यहां तक कि पिछले दिनों हुई बुंदाबांदी के चलते कई ढेरियों में बाजरा खराब भी हो गया है, लेकिन फिर भी बारिश से बचने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं. एक अक्टूबर से शुरू हुई बाजरे की खरीद प्रक्रिया को संबंधित विभाग सुचारू चलाने में विफल साबित हुआ है.

मंडियों में नहीं उठाया गया खरीदा गया बाजरा, देखें वीडियो

सरकार द्वारा जारी किए गए शैड्यूल के अनुसार दादरी की अनाजमंडी में बाजरा खरीद के दावे किए थे. शुरुआत में रोज खरीद नहीं हो पाने के कारण किसान परेशान रहे. उसके बाद अब आढ़ती खरीदे रहे हैं, लेकिन बाजरे का उठान नहीं होने से परेशान हो रहे हैं.

ये भी पढ़ें- पलवल अनाज मंडी में धान आवक शुरू, अब तक 35 हजार क्विंटल की हुई खरीद

बाजरे को आवारा पशुओं से हो रहा नुकसान
आढ़तियों का कहना है कि विभाग ने लाखों क्विंटल बाजरा खरीदा है, जिसमें से अभी भी अधिकांश बाजरा मंडी में लावारिस हालत में पड़ा है. विभाग की उठान प्रक्रिया बहुत धीमी है जिससे ऐसा लगता है कि उठान होने में महीने लग जाएंगे तब तक मौसम और आवारा पशुओं से बाजरे को बचा पाना मुश्किल होगा.

मंडी में नहीं है कोई चौकीदार
एक अव्यवस्था ये भी है कि मंडी में चौकीदार की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में मंडी परिसर में दिनभर आवारा पशुओं का जमघट बना रहता है जो बाजरे को खराब कर रहे हैं. आढ़तियों और किसानों का कहना है कि लेट उठान से जहां बाजरे के वजन में घटती आएगी, वहीं उसकी गुणवत्ता भी प्रभावित होगी.

किसान अभिषेक, राजेश और जयभगवान ने बताया कि अधिकारियों के उदासीन रवैए के चलते बाजरा उठान नहीं होने से बाजरा बेचने आए किसानों को खासी परेशाानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने मांग की है कि विभाग खरीद किए गए बाजरे का उठान जल्दी करवाए, ताकि आगे की खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से चले और किसानों को बाजरे की बिक्री में किसी प्रकार की दिक्कत न आए.

ये भी पढ़ें- ज्यादा पैदावार के चलते करनाल मंडी में धान की खरीद बंद

Intro:बाजरे की खरीद का पर्याप्त व्यवस्थाओं के अभाव में किसान, आढति के लिए बनी मुसीबत
: मंडियों में नहीं उठा खरीदा गया बाजरा, किसान परेशान
चरखी दादरी। दादरी की नई अनाजमंडी में शुरू हुई बाजरे की खरीद पर्याप्त व्यवस्थाओं के अभाव में किसानों व आढ़तियों के लिए जी का जंजाल बन गई है। वजह है कि खसंबंधित विभाग द्वारा जो बाजरा खरीद किया है, उसका समय पर उठान नहीं किया जा रहा है। हालत यह है कि कॉमन शैड एवं दुकानों के आगे लगे बाजरे को आवारा पशु खराब कर रहे हैं। यहां तक कि पिछले दिनों हुई बुंदाबांदी के चलते कई ढेरियों में बाजरा खराब भी हो गया है। हालांकि बदले मौसम के बाद बारिश से बचने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। एक अक्तूबर से शुरू हुई बाजरे की खरीद प्रक्रिया को संबंधित विभाग सुचारू चलाने में विफल साबित हुआ है।Body:सरकार द्वारा शैड्यूल अनुसार दादरी की अनाजमंडी में बाजरा खरीद के दावे किए थे। शुरूआत में रोज खरीद नहीं हो पाने के कारण किसान परेशान रहे। उसके बाद अब आढ़ती खरीदे गए बाजरे का उठान नहीं होने से परेशान हो रहे हैं। आढ़तियों का कहना है कि विभाग ने एक से लाखों क्विंटल बाजरा खरीदा है, जिसमें से अभी भी अधिकांश बाजरा मंडी में लावारिस हालत में पड़ा है। विभाग की उठान प्रक्रिया बहुत धीमी है जिससे ऐसा लगता है कि उठान होने में महीने लग जाएंगे तब तक मौसम और आवारा पशुओं से बाजरे को बचा पाना मुश्किल होगा।
एक अव्यवस्था यह भी है कि मंडी में चौकीदार की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में मंडी परिसर में दिनभर आवारा पशुओं का जमघट बना रहता है जो बाजरे को खराब कर रहे हैं। आढ़तियों एवं किसानों का कहना है कि लेट उठान से जहां बाजरे के वजन में घटती आएगी वहीं उसकी गुणवत्ता भी प्रभावित होगी। किसान अभिषेक, राजेश व जयभगवान ने बताया कि अधिकारियों के उदासीन रवैए के चलते बाजरा उठान नहीं होने से बाजरा बेचने आए किसानों को खासी परेशाानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की है कि विभाग खरीद किए गए बाजरे का उठान अतिशीघ्र करवाए ताकि आगे की खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से चले और किसानों को बाजरे की बिक्री में किसी प्रकार की दिक्कत न आए। वहीं मार्केट कमेटी के सचिव बसंत कुमार ने इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया।
विजवल:- 1
मंडी में पड़ा बाजरा, शैड के नीचे रखा गया बाजरा, बारिश के कारण खराब हुआ बाजरा व मंडी में उठान नहीं होने से पड़े बाजरा के कट शाटस
बाईट:- 2
अभिषेक व संजय, किसान
बाईट:- 3
रामकुमार रिटोलिया, मंडी प्रधानConclusion:
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