चरखी दादरी: लॉकडाउन में कोई गरीब मजदूर भूखा ना सोए इसके लिए चरखी दादरी के लोग हर गली हर बस्ती में जाकर गरीबों को खाना दे रहे हैं. प्रतिदिन भोजन का मीनू भी बदलता रहता है.
साथ ही टीम के सदस्य अपनी-अपनी गाड़ियों के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी दे रहे कर्मचारियों को चाय-बिस्कुट भी उपलब्ध करवा रहे हैं. लोगों द्वारा टीम के इस जज्बे को सलाम किया जा रहा है.
बता दें कि दादरी शहर के निवासी व्यापारी प्रवीण गोयल के दादा अपने खर्च पर रेलवे स्टेशन पर जरूरतमंदों को दो समय का भोजन उपलब्ध करवाते आए हैं. उनसे प्रेरणा लेते हुए प्रवीण गोयल ने कोरोना को लेकर लगे लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों के लिए भोजन उपलब्ध करवाने के लिए अपने साथियों से विचार किया और टीम तैयार हो गई.
ये भी पढ़ें- लॉकडाउन की वजह से ठप हुई चारे की आपूर्ति, भूख से तड़प रहा है गोवंश
देखते ही देखते टीम में 30 सदस्य जुड़ गए और अपने खर्च पर जरूरतमंदों के लिए भोजन तैयार किया जाने लगा. टीम के सदस्य स्वयं ही खाना तैयार करते हैं और अपनी-अपनी गाड़ियों में गली-गली व बस्ती सहित अस्पतालों में खाना पहुंचा रहे हैं.
टीम के सदस्यों द्वारा प्रतिदिन खाने का मीनू बदला जाता है. कभी मटर-पनीर तो कभी दाल मखनी तैयार की जाती है. मिस्सी रोटी, चावल, पूरी व सादी रोटियां तैयार की जाती हैं.
सभी सदस्य फाइव स्टार जैसा भोजन तैयार करते हैं. तैयार भोजन को ये अपनी गाड़ियों से जाकर जरूरतमंदों को उपलब्ध करवा रहे हैं. प्रवीण गोयल ने बताया कि दादा से प्रेरणा लेकर अपने साथियों से विचार-विमर्श किया.
अब वे अपने खर्च पर भोजन तैयार कर प्रतिदिन वितरित कर रहे हैं. इतना ही नहीं लॉकडाउन के दौरान तैनात सभी कर्मचारियों को भोजन के अलावा चाय-बिस्कुट भी उपलब्ध करवा रहे हैं. इस बारे में प्रशासन को भी अवगत करवाया है, ताकि इस संकट की घड़ी में कोई भूखा ना रहे.
ये भी पढ़ेंः हरियाणा कोविड-19 ट्रैकर: 23 हुई कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या