चरखी दादरी: हरियाणा में चरखी दादरी की पंचायत खापें (Khap Panchayat in Charkhi Dadri) एक बार फिर से किसान आंदोलन शुरू करने के मूढ़ में हैं. दरअसल खाप पंचायतों का कहना है कि सरकार की घोषणा के बाद भी MSP लागू नहीं गई और ना ही बिजली विधेयक बिल में संशोधन सहित किसानों को पांच हजार प्रति माह पेंशन देने की मांग को पूरा किया गया है.
ऐसे में अब सरकार द्वारा अधूरी रखी गई किसानों की मांगों को लेकर दादरी जिले के आधा दर्जन पंचायत खापों ने कर्मचारी और किसान संगठनों के साथ रणनीति बनाई है. वहीं एडीसी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. साथ ही खाप पंचायतों ने (Khap panchayats ultimatum to government) अल्टीमेटम दिया कि पंचायत खापें किसानों और कर्मचारियों के साथ मिलकर फिर से बड़ा आंदोलन करेंगी और यह आंदाेलन इस बार आर-पार का होगा.
खाप प्रतिनिधि दादरी के लघु सचिवालय परिसर में पहुंचे और किसानों से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा करते हुए रणनीति बनाई. इस दौरान फौगाट, सांगवान, श्योराण, हवेली, सतगामा, (Charkhi Dadri Khap Panchayats) पंवार सहित कई खापों के प्रतिनिधियों के अलावा कर्मचारी और किसान संगठनों के पदाधिकारी एकजुट हुए.
बता दें कि वहीं सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि मांगें पूरी करवाने बारे पहले राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे. साथ ही कहा कि सरकार द्वारा एमएसपी की मांग को पूरा नहीं करने पर पहले की अपेक्षा बड़ा किसान आंदोलन शुरू किया जाएगा. इस बार किसानों के साथ पंचायत खापें (Khap Panchayats) मिलकर आर-पार की लड़ाई लडेंगे. वहीं इस दौरान खापों ने एडीसी अनुराग ढालिया को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
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फौगाट खाप प्रधान बलवंत नंबरदार और सांगवान खाप सचिव नरसिंह डीपी ने संयुक्त रूप से कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों की एमएसपी की मांग को मान लिया था लेकिन एक साल बाद भी उसे जमीनी स्तर पर लागू नहीं किया. बिजली विधेयक बिल को निरस्त करने की भी खाप पंचायतों ने मांग की है.
वहीं किसानों को पांच हजार रुपए की पेंशन की मांग को लेकर इस बार खाप पंचायतों (Khap panchayats ultimatum to government) ने सख्त शब्दों में कहा कि सरकार ने यदि जल्द उनकी सभी मांगें नहीं मानी तो इस बार और बड़ा किसान आंदोलन किया जाएगा और सरकार आर-पार की लड़ाई के लिए भी तैयार रहे.