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9 हजार करोड़ लागत का ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट नहीं हुआ रद्द- सांसद धर्मबीर - green corridor project

उन्होंने ये चिंता भी जताई कि अगर ऐसे ही बेवजह इस प्रोजेक्ट का विरोध होता रहा तो उन्हें ये डर है कि कहीं ये रद्द न हो जाये. लेकिन वो ऐसा न हो इसके लिए पूरा जोर लगाएंगे. सांसद ने राजनैतिक लोगों से भी कहा कि राजनीति को एक साइड कर विकास के मामले में सबको सहयोग करना चाहिए.

bjp mp dharambir singh.
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Published : Mar 29, 2019, 8:55 PM IST

झज्जर: हरियाणा की लाइफलाइन माना जा रहा ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट रद्द नहीं हुआ है बल्कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की प्रक्रिया चल रही है. ये कहना है भिवानी-महेन्द्रगढ़ लोकसभा के सांसद धर्मबीर सिंह का.


सांसद धर्मबीर बहादुरगढ़ की एचएल सिटी में आये थे. यंहा उन्होंने कहा कि ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट की कुल लागत 9 हजार करोड़ रुपये है जिसमें से 4 हजार करोड़ किसानों को जमीन के बदले दिया जाएगा और 5 हजार करोड़ इस प्रोजेक्ट की कंस्ट्रक्शन कॉस्ट है.


सांसद ने बताया कि किसानों के नाम पर कुछ लोग करीब डेढ़ महीने से धरना देकर 2 करोड़ प्रति एकड़ मुआवजा मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुआवजा भूमि अधिग्रहण कानून के हिसाब से दिया जा रहा है फिर भी किसी को दिक्कत है तो आर्बिट्रेटर के पास जाना चाहिए या फिर कोर्ट का भी सहारा लिया जा सकता है.

बीजेपी सांसद धर्मबीर सिंह का बड़ा बयान.


उन्होंने कहा कि ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा के लिए विकास की सीढ़ी है. इससे न केवल उनके लोकसभा क्षेत्र का विकास होगा बल्कि पूरे हरियाणा को फायदा होगा. उन्होंने बताया कि कोटपूतली से शुरू होकर ग्रीन कॉरिडोर अम्बाला के पास मिलना है.


अम्बाला की तरफ ये पंजाब और दूसरी तरफ दिल्ली-मुम्बई कॉरिडोर में इसको जोड़ा जाएगा. धर्मबीर सिंह ने कहा कि लोगों को इस प्रोजेक्ट में सहयोग करना चाहिए न कि विरोध. उन्होंने ये चिंता भी जताई कि अगर ऐसे ही बेवजह इस प्रोजेक्ट का विरोध होता रहा तो उन्हें ये डर है कि कहीं ये रद्द न हो जाये. लेकिन वो ऐसा न हो इसके लिए पूरा जोर लगाएंगे. सांसद ने राजनैतिक लोगों से भी कहा कि राजनीति को एक साइड कर विकास के मामले में सबको सहयोग करना चाहिए.

झज्जर: हरियाणा की लाइफलाइन माना जा रहा ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट रद्द नहीं हुआ है बल्कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की प्रक्रिया चल रही है. ये कहना है भिवानी-महेन्द्रगढ़ लोकसभा के सांसद धर्मबीर सिंह का.


सांसद धर्मबीर बहादुरगढ़ की एचएल सिटी में आये थे. यंहा उन्होंने कहा कि ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट की कुल लागत 9 हजार करोड़ रुपये है जिसमें से 4 हजार करोड़ किसानों को जमीन के बदले दिया जाएगा और 5 हजार करोड़ इस प्रोजेक्ट की कंस्ट्रक्शन कॉस्ट है.


सांसद ने बताया कि किसानों के नाम पर कुछ लोग करीब डेढ़ महीने से धरना देकर 2 करोड़ प्रति एकड़ मुआवजा मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुआवजा भूमि अधिग्रहण कानून के हिसाब से दिया जा रहा है फिर भी किसी को दिक्कत है तो आर्बिट्रेटर के पास जाना चाहिए या फिर कोर्ट का भी सहारा लिया जा सकता है.

बीजेपी सांसद धर्मबीर सिंह का बड़ा बयान.


उन्होंने कहा कि ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा के लिए विकास की सीढ़ी है. इससे न केवल उनके लोकसभा क्षेत्र का विकास होगा बल्कि पूरे हरियाणा को फायदा होगा. उन्होंने बताया कि कोटपूतली से शुरू होकर ग्रीन कॉरिडोर अम्बाला के पास मिलना है.


अम्बाला की तरफ ये पंजाब और दूसरी तरफ दिल्ली-मुम्बई कॉरिडोर में इसको जोड़ा जाएगा. धर्मबीर सिंह ने कहा कि लोगों को इस प्रोजेक्ट में सहयोग करना चाहिए न कि विरोध. उन्होंने ये चिंता भी जताई कि अगर ऐसे ही बेवजह इस प्रोजेक्ट का विरोध होता रहा तो उन्हें ये डर है कि कहीं ये रद्द न हो जाये. लेकिन वो ऐसा न हो इसके लिए पूरा जोर लगाएंगे. सांसद ने राजनैतिक लोगों से भी कहा कि राजनीति को एक साइड कर विकास के मामले में सबको सहयोग करना चाहिए.

Intro:9 हजार करोड़ लागत का ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट नही हुआ है रद्द।
सांसद धर्मबीर ने कहा बहादुरगढ में।
कोटपूतली से अम्बाला तक 9 हजार करोड़ की लागत से बनना है ग्रीन कॉरिडोर।
सांसद धर्मबीर ने कहा ग्रीन कॉरिडोर के लिए हो चुके है आठ ग्रुप में टेंडर।
किसानों को जमीन का सही मुआवजा मिलेगा।
ग्रीन कॉरिडोर से भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा के साथ पूरे हरियाणा का होगा विकास।
धर्मबीर ने विरोध कर रहे लोगों से भी कॉरिडोर को सफल बनाने में मांगा सहयोग।
राजनीतिक साजिश के तहत कुछ लोग कर रहे ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट का विरोध।Body:एंकर:-
हरियाणा की लाइफलाइन माना जा रहा ग्रीन्स कॉरीडोर प्रोजेक्ट रद्द नही हुआ है।बल्कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की प्रक्रिया चल रही है।ये कहना है भिवानी महेन्द्रगढ़ लोकसभा के सांसद धर्मबीर सिंह का।सांसद धर्मबीर बहादुरगढ की एचएल सिटी में आये थे।यंहा उन्होंने कहा कि ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट की कुल लागत 9 हजार करोड़ रुपए है जिसमे से 4 हजार करोड़ किसानों को जमीन के बदले दिया जाएगा और 5 हजार करोड़ इस प्रोजेक्ट की कंस्ट्रक्शन कॉस्ट है।धर्मबीर ने बताया कि किसानों के नाम पर कुछ लोग करीब डेढ़ महीने से धरना देकर 2 करोड़ प्रति एकड़ मुआवजा मांग रहे है।उन्होंने कहा कि मुआवजा भूमि अधिग्रहण कानून के हिसाब से दिया जा रहा है फिर भी किसी को दिक्कत है तो आर्बिट्रेटर के पास जाना चाहिए या फिर कोर्ट का भी सहारा लिया जा सकता है।उन्होंने कहा कि ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा के लिए विकास की सीढ़ी है ।इससे न केवल उनके लोकसभा क्षेत्र का विकास होगा बल्कि पूरे हरियाणा को फायदा होगा।उन्होंने बताया कि कोटपूतली से शुरू होकर ग्रीन कॉरिडोर अम्बाला के पास मिलना है।अम्बाला की तरफ ये पंजाब और दूसरी तरफ दिल्ली मुम्बई कॉरिडोर में इसको जोड़ा जाएगा।धर्मबीर ने कहा लोगों को इस प्रोजेक्ट में सहयोग करना चाहिए न कि विरोध।उन्होंने ये चिंता भी जताई कि अगर यूँही बेवजह इस प्रोजेक्ट का विरोध होता रहा तो उन्हें ये डर है कि कंही ये रद्द न हो जाये।लेकिन वो ऐसा न हो इसके लिए पूरा जोर लगाएंगे।Conclusion:धर्मबीर ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के विरोध के पीछे राजनीतिक साजिश है ।धर्मबीर ने राजीनीतिक लोगों से भी कहा कि राजनीति को एक साइड कर विकास के मामले में सबको सहयोग करना चाहिए।
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