झज्जर: हरियाणा की लाइफलाइन माना जा रहा ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट रद्द नहीं हुआ है बल्कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की प्रक्रिया चल रही है. ये कहना है भिवानी-महेन्द्रगढ़ लोकसभा के सांसद धर्मबीर सिंह का.
सांसद धर्मबीर बहादुरगढ़ की एचएल सिटी में आये थे. यंहा उन्होंने कहा कि ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट की कुल लागत 9 हजार करोड़ रुपये है जिसमें से 4 हजार करोड़ किसानों को जमीन के बदले दिया जाएगा और 5 हजार करोड़ इस प्रोजेक्ट की कंस्ट्रक्शन कॉस्ट है.
सांसद ने बताया कि किसानों के नाम पर कुछ लोग करीब डेढ़ महीने से धरना देकर 2 करोड़ प्रति एकड़ मुआवजा मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुआवजा भूमि अधिग्रहण कानून के हिसाब से दिया जा रहा है फिर भी किसी को दिक्कत है तो आर्बिट्रेटर के पास जाना चाहिए या फिर कोर्ट का भी सहारा लिया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा के लिए विकास की सीढ़ी है. इससे न केवल उनके लोकसभा क्षेत्र का विकास होगा बल्कि पूरे हरियाणा को फायदा होगा. उन्होंने बताया कि कोटपूतली से शुरू होकर ग्रीन कॉरिडोर अम्बाला के पास मिलना है.
अम्बाला की तरफ ये पंजाब और दूसरी तरफ दिल्ली-मुम्बई कॉरिडोर में इसको जोड़ा जाएगा. धर्मबीर सिंह ने कहा कि लोगों को इस प्रोजेक्ट में सहयोग करना चाहिए न कि विरोध. उन्होंने ये चिंता भी जताई कि अगर ऐसे ही बेवजह इस प्रोजेक्ट का विरोध होता रहा तो उन्हें ये डर है कि कहीं ये रद्द न हो जाये. लेकिन वो ऐसा न हो इसके लिए पूरा जोर लगाएंगे. सांसद ने राजनैतिक लोगों से भी कहा कि राजनीति को एक साइड कर विकास के मामले में सबको सहयोग करना चाहिए.