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सरपंच संदीप हत्याकांड: जेल में बंद गैंगस्टर प्रदीप कासनी ने रची थी साजिश, GPS का ऐसे किया इस्तेमाल

सरपंच संदीप हत्याकांड (Sarpanch Sandeep murder case) में दादरी पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक जेल में बंद गैंगस्टर प्रदीप कासनी ने हत्या की साजिश रची थी. इसके लिए उसने अपने तीन सबसे भरोसेबंद साथियों को चुना था.

Sarpanch Sandeep murder case
जेल में बंद गैंगस्टर प्रदीप कासनी ने रची थी साजिश, GPS का ऐसे किया इस्तेमाल
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Published : Jun 30, 2021, 3:30 PM IST

Updated : Jun 30, 2021, 3:51 PM IST

चरखी दादरी: 13 जून को कपुरी पहाड़ी स्थित आश्रम में साहुवास गांव के सरपंच संदीप हत्याकांड (Sarpanch Sandeep murder case) में दादरी पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि सरपंच संदीप की हत्या की योजना भिवानी जेल में बनाई गई थी. दरअसल, भिवानी जेल में बंद गैंगस्टर प्रदीप कासनी ने ही संदीप की हत्या करने के लिए अपने तीन साथियों को चुना था.

एसपी विनोद कुमार ने बताया कि साहुवास गैंग (मृतक सरपंच संदीप) और कासनी गैंग की दुश्मानी सालों पुरानी है. कासनी गैंग ने इससे पहले सरपंच संदीप के बड़े भाई को भी मौत के घाट उतारा था. जिसके बाद ही मृतक संदीप और उसके पिता को पुलिस की ओर से सुरक्षा दी गई थी.

गैंगवॉर में गई कई लोगों की जान

एसपी विनोद कुमार ने ये भी बताया कि संदीप के बड़े भाई की मौत से पहले प्रदीप कासनी के भाई की हत्या भी साहुवास गैंग ने की थी. जिसके बाद से ही दोनों पक्षों में रंजिश चल रही है. एसपी ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से कई हत्याएं की जा चुकी हैं.

पुलिस ने सरपंच संदीप हत्याकांड के मुख्य आरोपी जोगेंद्र उर्फ भोली और उसके साथी को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है. रिमांड के दौरान मुख्य आरोपी ने खुलासा किया कि सरपंच संदीप की गाड़ी में जीपीएस लगाया गया था ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस की जा सके और फिर मौका मिलते ही उसे गोलियों से भून दिया जाए.

एसपी विनोद कुमार ने बताया कि कासनी और साहुवास गैंग में पिछले कई सालों से गैंगवार चल रही है. चौधर को लेकर दोनों गैंगों के बीच दुश्मनी बनी थी. गैंग के मुखिया संदीप कासनी और काला साहुवास की हत्या भी हो चुकी है. दोनों के बीच चल रही दुश्मनी के कारण कई लोगों की हत्या हो चुकी हैं.

ये भी पढ़िए: गैंगस्टर बेटे की मौत का 5 साल बाद मां ने ऐसे लिया बदला, गैंग चलाया, रेकी की और उतार दिया मौत के घाट

भाई की हत्या का बदला ले रहा गैंगस्टर

प्रदीप कासनी ने अपने भाई संदीप कासनी की हत्या का बदला लेने के लिए ही साहुवास गैंग के सदस्यों की हत्या करने की योजना बनाई थी. एसपी ने बताया कि भिवानी जेल में बंद प्रदीप कासनी ने अपने साथियों को भेजकर साहुवास सरपंच संदीप की हत्या करवाई है. पुलिस जांच के दौरान सरपंच हत्याकांड के मुख्य आरोपी घिकाड़ा निवासी जोगेंद्र उर्फ भोली और राहुल को गिरफ्तार किया गया है.

ये भी पढ़िए: गुंडाराज: पुलिस सुरक्षा के बावजूद सरपंच को गोलियों से भूनकर फरार हो गए बदमाश

जीपीएस से ट्रेस की थी संदीप की लोकेशन

भोली से पुलिस ने दो पिस्टल और चार कारतुस बरामद किए हैं. पकड़े गए मुख्य आरोपी ने खुलासा किया कि सरपंच की गाड़ी पर जीपीएस सिस्टम लगाया था. जिसके आधार पर ही वो कपूरी आश्रम में पहुंचे थे और हत्या करके राजस्थान की ओर फरार हो गए थे.

ये भी पढ़िए: सरपंच हत्याकांड: जेल में रची गई थी हत्या की साजिश, जानें पूरा मामला

एसपी विनोद कुमार ने बताया कि गैंगवार के चलते संदीप सरपंच की हत्या की गई थी. दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और एक अन्य आरोपी राजस्थान पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है. एसपी के मुताबिक भिवानी जेल में बंद प्रदीप कासनी ने साहुवास गैंग का सफाया करने की योजना बनाई थी. अब पुलिस जल्द ही प्रदीप कासनी को प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी और पूछताछ करेगी. पकड़े गए मुख्य आरोपी जोगेंद्र उर्फ भोली पर 10 और राहुल पर 9 मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं.

चरखी दादरी: 13 जून को कपुरी पहाड़ी स्थित आश्रम में साहुवास गांव के सरपंच संदीप हत्याकांड (Sarpanch Sandeep murder case) में दादरी पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि सरपंच संदीप की हत्या की योजना भिवानी जेल में बनाई गई थी. दरअसल, भिवानी जेल में बंद गैंगस्टर प्रदीप कासनी ने ही संदीप की हत्या करने के लिए अपने तीन साथियों को चुना था.

एसपी विनोद कुमार ने बताया कि साहुवास गैंग (मृतक सरपंच संदीप) और कासनी गैंग की दुश्मानी सालों पुरानी है. कासनी गैंग ने इससे पहले सरपंच संदीप के बड़े भाई को भी मौत के घाट उतारा था. जिसके बाद ही मृतक संदीप और उसके पिता को पुलिस की ओर से सुरक्षा दी गई थी.

गैंगवॉर में गई कई लोगों की जान

एसपी विनोद कुमार ने ये भी बताया कि संदीप के बड़े भाई की मौत से पहले प्रदीप कासनी के भाई की हत्या भी साहुवास गैंग ने की थी. जिसके बाद से ही दोनों पक्षों में रंजिश चल रही है. एसपी ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से कई हत्याएं की जा चुकी हैं.

पुलिस ने सरपंच संदीप हत्याकांड के मुख्य आरोपी जोगेंद्र उर्फ भोली और उसके साथी को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है. रिमांड के दौरान मुख्य आरोपी ने खुलासा किया कि सरपंच संदीप की गाड़ी में जीपीएस लगाया गया था ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस की जा सके और फिर मौका मिलते ही उसे गोलियों से भून दिया जाए.

एसपी विनोद कुमार ने बताया कि कासनी और साहुवास गैंग में पिछले कई सालों से गैंगवार चल रही है. चौधर को लेकर दोनों गैंगों के बीच दुश्मनी बनी थी. गैंग के मुखिया संदीप कासनी और काला साहुवास की हत्या भी हो चुकी है. दोनों के बीच चल रही दुश्मनी के कारण कई लोगों की हत्या हो चुकी हैं.

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भाई की हत्या का बदला ले रहा गैंगस्टर

प्रदीप कासनी ने अपने भाई संदीप कासनी की हत्या का बदला लेने के लिए ही साहुवास गैंग के सदस्यों की हत्या करने की योजना बनाई थी. एसपी ने बताया कि भिवानी जेल में बंद प्रदीप कासनी ने अपने साथियों को भेजकर साहुवास सरपंच संदीप की हत्या करवाई है. पुलिस जांच के दौरान सरपंच हत्याकांड के मुख्य आरोपी घिकाड़ा निवासी जोगेंद्र उर्फ भोली और राहुल को गिरफ्तार किया गया है.

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जीपीएस से ट्रेस की थी संदीप की लोकेशन

भोली से पुलिस ने दो पिस्टल और चार कारतुस बरामद किए हैं. पकड़े गए मुख्य आरोपी ने खुलासा किया कि सरपंच की गाड़ी पर जीपीएस सिस्टम लगाया था. जिसके आधार पर ही वो कपूरी आश्रम में पहुंचे थे और हत्या करके राजस्थान की ओर फरार हो गए थे.

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एसपी विनोद कुमार ने बताया कि गैंगवार के चलते संदीप सरपंच की हत्या की गई थी. दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और एक अन्य आरोपी राजस्थान पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है. एसपी के मुताबिक भिवानी जेल में बंद प्रदीप कासनी ने साहुवास गैंग का सफाया करने की योजना बनाई थी. अब पुलिस जल्द ही प्रदीप कासनी को प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी और पूछताछ करेगी. पकड़े गए मुख्य आरोपी जोगेंद्र उर्फ भोली पर 10 और राहुल पर 9 मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं.

Last Updated : Jun 30, 2021, 3:51 PM IST
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