चरखी दादरीः धरना प्रदर्शन में हिस्सा लेने जा रहे किसान की मौत से अन्य किसानों में भारी रोष है. नाराज किसानों ने सरकार से मृतक किसान के परिवार के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है. साथ ही अल्टीमेटम दिया कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो धरने पर रणनीति बनाकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
परिजनों का आरोप
परिजनों ने बताया कि धर्मपाल अपनी जमीन को लेकर काफी चिंतित रहता था. परिजनों का कहना है कि जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिलने के चलते धर्मपाल की मौत हुई है. वहीं किसान नेता रमेश दलाल ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर रामनगर में पिछले 6 महीने से धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार ने मांग मानने की बजाए किसानों को प्रताड़ित करने का काम किया है.
एक करोड़ मुआवजे की मांग
उन्होंने कहा कि सरकार की प्रताड़ना के चलते किसान धर्मपाल की मौत हुई है. ऐसे में किसानों ने मृतक किसान को शहीद का दर्जा और एक करोड़ मुआवजा देने की मांग की है. इस दौरान किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि इस बार पीछे नहीं हटेंगे और धरनास्थल पर रणनीति बनाकर बड़ा आंदोलन करेंगे.
क्या है मामला?
बता दें कि जिले की सीमा से 152 डी ग्रीन कॉरिडोर निकल रहा है, जिसमें 17 गांवों के किसानों की 680 एकड़ जमीन आ रही है. इसी को लेकर दादरी जिले के 17 गांवों के किसान 26 फरवरी से गांव रामनगर में मुआवजा वृद्धि की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. धरना कर रहे किसानों की मांग है कि ग्रीन कॉरिडोर को लेकर अधिग्रहित की गई जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए.