ETV Bharat / state

चरखी दादरी में किसान की मौत, ग्रीन कॉरिडोर में मुआवजा राशि को लेकर था धरने में शामिल

ग्रीन कॉरिडोर मामले में मुआवजा राशि को लेकर 6 महीने से धरने पर बैठे किसान की मौत हो गई है. शव को दादरी के सरकारी अस्पताल लाया गया. जहां किसानों ने एकजुट होते हुए मृतक किसान के परिजनों के लिए सरकार से ये मांग उठाई है.

दादरी के किसान की मौत
author img

By

Published : Aug 12, 2019, 7:57 PM IST

चरखी दादरीः धरना प्रदर्शन में हिस्सा लेने जा रहे किसान की मौत से अन्य किसानों में भारी रोष है. नाराज किसानों ने सरकार से मृतक किसान के परिवार के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है. साथ ही अल्टीमेटम दिया कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो धरने पर रणनीति बनाकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

चरखी दादरी में किसान की मौत
धरने के लिए कर रहा था तैयारीजानकारी के मुताबिक खातीवास निवासी 65 वर्षीय किसान धर्मपाल सोमवार सुबह अपने घर से किसानों के धरने में शामिल होने के लिए निकलने की तैयारी कर रहा था. इसी दौरान उसके सीने में दर्द उठा, परिजन कुछ समझ पाते उससे पहले किसान धर्मपाल की मौत हो चुकी थी. शव को दादरी के सरकारी अस्पताल में लाया गया. जहां पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान, किसान आंदोलन के अध्यक्ष रमेश दलाल सहित अनेक किसान नेता भी मौजूद रहे.

परिजनों का आरोप
परिजनों ने बताया कि धर्मपाल अपनी जमीन को लेकर काफी चिंतित रहता था. परिजनों का कहना है कि जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिलने के चलते धर्मपाल की मौत हुई है. वहीं किसान नेता रमेश दलाल ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर रामनगर में पिछले 6 महीने से धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार ने मांग मानने की बजाए किसानों को प्रताड़ित करने का काम किया है.

एक करोड़ मुआवजे की मांग
उन्होंने कहा कि सरकार की प्रताड़ना के चलते किसान धर्मपाल की मौत हुई है. ऐसे में किसानों ने मृतक किसान को शहीद का दर्जा और एक करोड़ मुआवजा देने की मांग की है. इस दौरान किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि इस बार पीछे नहीं हटेंगे और धरनास्थल पर रणनीति बनाकर बड़ा आंदोलन करेंगे.

क्या है मामला?
बता दें कि जिले की सीमा से 152 डी ग्रीन कॉरिडोर निकल रहा है, जिसमें 17 गांवों के किसानों की 680 एकड़ जमीन आ रही है. इसी को लेकर दादरी जिले के 17 गांवों के किसान 26 फरवरी से गांव रामनगर में मुआवजा वृद्धि की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. धरना कर रहे किसानों की मांग है कि ग्रीन कॉरिडोर को लेकर अधिग्रहित की गई जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए.

चरखी दादरीः धरना प्रदर्शन में हिस्सा लेने जा रहे किसान की मौत से अन्य किसानों में भारी रोष है. नाराज किसानों ने सरकार से मृतक किसान के परिवार के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है. साथ ही अल्टीमेटम दिया कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो धरने पर रणनीति बनाकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

चरखी दादरी में किसान की मौत
धरने के लिए कर रहा था तैयारीजानकारी के मुताबिक खातीवास निवासी 65 वर्षीय किसान धर्मपाल सोमवार सुबह अपने घर से किसानों के धरने में शामिल होने के लिए निकलने की तैयारी कर रहा था. इसी दौरान उसके सीने में दर्द उठा, परिजन कुछ समझ पाते उससे पहले किसान धर्मपाल की मौत हो चुकी थी. शव को दादरी के सरकारी अस्पताल में लाया गया. जहां पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान, किसान आंदोलन के अध्यक्ष रमेश दलाल सहित अनेक किसान नेता भी मौजूद रहे.

परिजनों का आरोप
परिजनों ने बताया कि धर्मपाल अपनी जमीन को लेकर काफी चिंतित रहता था. परिजनों का कहना है कि जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिलने के चलते धर्मपाल की मौत हुई है. वहीं किसान नेता रमेश दलाल ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर रामनगर में पिछले 6 महीने से धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार ने मांग मानने की बजाए किसानों को प्रताड़ित करने का काम किया है.

एक करोड़ मुआवजे की मांग
उन्होंने कहा कि सरकार की प्रताड़ना के चलते किसान धर्मपाल की मौत हुई है. ऐसे में किसानों ने मृतक किसान को शहीद का दर्जा और एक करोड़ मुआवजा देने की मांग की है. इस दौरान किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि इस बार पीछे नहीं हटेंगे और धरनास्थल पर रणनीति बनाकर बड़ा आंदोलन करेंगे.

क्या है मामला?
बता दें कि जिले की सीमा से 152 डी ग्रीन कॉरिडोर निकल रहा है, जिसमें 17 गांवों के किसानों की 680 एकड़ जमीन आ रही है. इसी को लेकर दादरी जिले के 17 गांवों के किसान 26 फरवरी से गांव रामनगर में मुआवजा वृद्धि की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. धरना कर रहे किसानों की मांग है कि ग्रीन कॉरिडोर को लेकर अधिग्रहित की गई जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए.

Intro:जमीन का मुआवजा नहीं बढऩे से परेशान किसान की मौत
: किसानों के धरने पर जाने की तैयारी के दौरान सीने में हुआ था दर्द
: तीन एकड़ जमीन अधिग्रहण हुई, उचित मुआवजा नहीं मिलने से था चिंतित
: किसानों ने शहीद का दर्जा व एक करोड़ मुआवजा मांग, बड़े आंदोलन का अल्टीमेटम दिया
चरखी दादरी। ग्रीन कारिडोर की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा वृद्धि को लेकर दादरी जिले के 17 गांवों के किसान 6 माह से धरने देकर संघर्ष कर रहे हैं। धरने पर मुआवजा वृद्धि के लिए आने वाले गांव खातीवास निवासी 65 वर्षीय किसान की मौत हो गई। किसान घर से धरने पर जाने के लिए तैयारी में था, इसी दौरान उसके सीने में दर्द हुआ और अचालक मौत हो गई। शव को दादरी के सरकारी अस्पताल लाया गया। जहां किसानों ने किसान नेता रमेश दलाल की अगुवाई में एकजुट होते हुए मृतक किसान को शहीद का दर्जा व आश्रितों को एक करोड़ मुआवजा की मांग की। साथ ही अल्टीमेटम दिया कि ऐसा नहीं किया गया तो धरने पर रणनीति बनाकर बड़ा आंदोलन करेंगे। Body:गांव खातीवास निवासी 65 वर्षीय किसान धर्मपाल सिंह आज सुबह अपने घर से दादरी के गांव रामनगर में किसानों के धरने में शामिल होने के लिए निकलने की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान उसके सीने में दर्द उठा, परिजन कुछ समझ पाते किसान धर्मपाल की मौत हो चुकी थी। शव को दादरी के सरकारी अस्पताल में लाया गया। जहां पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान, किसान आंदोलन के अध्यक्ष रमेश दलाल सहित अनेक किसान पहुंचे। परिजनों ने बताया कि धर्मपाल अपनी जमीन को लेकर काफी चिंतित रहता था। जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिलने के गम के चलते मौत हुई है। वहीं किसान नेता रमेश दलाल ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर गांव रामनगर में पिछले 6 माह से धरने पर बैठे हैं। लेकिन सरकार ने मांग मानने की बजाए किसानों को प्रताडि़त करने का काम किया है। सरकार की प्रताडऩा के चलते किसान धर्मपाल की मौत हुई है। ऐसे में मृतक किसान को शहीद का दर्जा व एक करोड़ मुआवजा देने के साथ-साथ किसानों की जमीन का उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। इस दौरान किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि इस बार पीछे नहीं हटेंगे और धरनास्थल पर रणनीति बनाकर बड़ा आंदोलन करेंगे।
विजवल:- 1
सरकारी अस्पताल, अस्पताल पहुंचे किसान व परिजन, रखा गया शव, कार्रवाई करते पुलिसकर्मी व किसान रणनीति बनाते हुए कट शाटस
बाईट:- 2
कमल, मृतक किसान का बेटा
बाईट:- 3
रमेश दलाल, किसान नेता
बाईट:- 4
नरेंद्र सिंह, सदर थाना प्रभारीConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.