चरखी दादरी: नेशनल हाईवे ग्रीन कारिडोर 152 डी सहित अनेक मांगों को लेकर शुरू की गई किसान न्याय यात्रा का समापन हो गया. इस दौरान किसानों ने फैसला लिया कि वे मुख्यमंत्री बदलकर ही अपनी जमीन का मुआवजा बढ़ाने सहित अन्य मांगों को पूरा करवाएंगे.
विपक्ष ने दिया समर्थन
किसानों को अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से कोई उम्मीद नहीं है. किसानों का प्रदेश भर में चुनाव तक आंदोलन जारी रहेगा और अनिश्चितकालीन धरने भी जारी रहेंगे. किसानों को अपने इस मांग में विपक्ष का समर्थन मिला.
ये है इनकी मांग
आपको बता दें कि ग्रीन कारिडोर 152 डी, 352ए के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण में उचित मुआवजा, फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी, एसवाईएल नहर का पानी सहित किसानों की मांग है.
7 लोकसभा और 60 विधानसभा क्षेत्रों का किया दौरा
20 अगस्त से रोहतक के सांपला से हरियाणा स्वाभिमान आंदोलन के तहत शुरू की गई किसान न्याय यात्रा विभिन्न जिलों से होते हुए दादरी के गांव रामनगर स्थित किसानों के धरने पर समापन किया गया. इस दौरान किसानों की यह यात्रा 7 लोकसभा क्षेत्र और 60 विधानसभा क्षेत्रों में गया.
आगामी चुनाव में भाजपा के खिलाफ करेंगे प्रदर्शन
कई गांवों में उनकी यात्रा का स्वागत किया गया पंचायत में खापों और सामजिक संगठनों ने किसानों के आंदोलन को समर्थन दी और कहा कि किसानों की मांगों को पूरा करवाने के लिए वे हर संघर्ष में किसानों के साथ रहेंगे. किसान अब आर-पार की लड़ाई लड़ते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का विरोध करेंगे और चुनाव में अपनी ताकत दिखाएंगे.