चरखी दादरी: जिले के गांव नांधा की ढाणी में नहर के अंतिम टेल का पानी ओवरफ्लो हो गया. पानी का तेज बहाव होने से खेत जलमग्न हो (crops submerged in Charkhi Dadri) गए. खेतों में पानी का भराव हो जाने से दर्जनों एकड़ फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं. खेतों में पानी इकट्ठा होने से पीड़ित किसानों ने एसडीएम के माध्यम से प्रदेश के कृषि मंत्री और उपायुक्त को मांगपत्र देकर जांच की मांग की है. किसानों ने मांग पर लिखा है कि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाए.
बता दें कि बाढड़ा क्षेत्र में वर्षों से बनी नहर की छटाई व जीर्णोंद्धार न होने से टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है. वहीं सिंचाई विभाग (Irrigation Department Charkhi Dadri) द्वारा नांधा नहर (Nandha Canal Charkhi Dadri) में क्षमता से अधिक पानी छोड़ने से पानी टेल तक तो पहुंचा लेकिन बहाव इतना तेज था कि खेत पूरी तरह से जलमग्न हो गए. छमता से अधिक पानी छोड़े जाने से आसपास के किसानों की फसलें पानी से लबालब हो गई.
पीड़ित किसानों ने भाकियू अध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा और महासचिव हरपाल भांडवा की अगुवाई में एसडीएम कार्यालय पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है. किसानों का कहना है कि उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए. किसानों ने बताया कि क्षमता से अधिक नहर से पानी आने के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो रही है.
वहीं मामले पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम ने सिंचाई विभाग के एसडीओ को तुरंत पानी की क्षमता से अधिक बहाव रोकने का आदेश दे दिया है. किसानों ने कहा कि अगर प्रशासन व सरकार ने संज्ञान नहीं लिया तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.