चरखी दादरी: रनीला गांव में एससी समाज ने स्वर्ण समाज पर श्मशान घाट का रास्ता (crematorium route dispute in charkhi dadri) रोकने का आरोप लगाया है. एससी समाज का आरोप है कि स्वर्ण समाज ने दीवार बनाकर उसके श्मशान जाने के रास्ते को रोक दिया है. इस मामले में एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडिया में कुछ लोग अर्थी (ranila village earthi video viral) को दीवार को ऊपर से ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं.
एससी समाज के लोगों का कहना है कि स्वर्ण समाज ने जान बूझकर यहां दीवार बनाई है, ताकि उनका रास्ता रोका जा सके. वहीं स्वर्ण पक्ष का कहना है कि उन्होंने मंदिर की चारदीवारी के लिए दीवार का निर्माण करवाया है. श्मशान घाट जाने के अन्य भी कई रास्ते हैं. जिसका उपयोग किया जा सकता था. मामले में दोनों पक्ष फरियाद लेकर प्रशासन के पास पहुंचे. दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद एसडीएम ने बीडीपीओ को निर्देश दिए कि मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार करें. जिसके के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी.
इस मामले में स्वर्ण पक्ष के लोगों की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया है. जिसमें उन्होंने एसएसी समाज के लोगों के आरोप को निराधार बताया. स्वर्ण समाज ने सभी लोगों से आपसी भाईचारा कायम करने की अपील की है. शिकायतकर्ता कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि राजपूत समाज ने जान बूझकर उनके श्मशान घाट के रास्ते को रोका है. उन्होंने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच करने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
वहीं पूर्व फौजी ओमबीर सिंह ने कहा कि मंदिर की चारदिवारी (temple wall dispute in charkhi dadri) बनाई गई है. रास्ता किसी का नहीं रोका है, बल्कि सभी समाज के लिए एक ही रास्ता बनाया गया है. कुछ लोग गांव का माहौल खराब कर रहे हैं. इस पूरे मामले पर एसडीएम अनिल यादव ने बताया कि गांव रानीला में एससी समाज के लोगों ने श्मशान घाट में रास्ता नहीं होने और दीवार के ऊपर से ले अर्थी ले जाने की शिकायत दी है.
एससी समाज की तरफ से जो वीडियो जारी किया गया है उसमें वो अर्थी को दीवार के ऊपर से ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं स्वर्ण पक्ष की तरफ से भी इस मामले में वीडियो जारी किया गया है. वीडियो में दिखाया गया है कि श्मशान घाट में जाने के लिए अन्य रास्ता भी है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच बीडीपीओ से मौका निरीक्षण करते हुए मांगी गई है. जिसमें ये स्पष्ट होता है कि श्मशान घाट में जाने के अन्य रास्ते भी हैं. दीवार मंदिर के बाहर पंचायती जमीन पर बनाई गई है. उन्होंने कि जल्द ही मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी.