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इंदिरा कैनाल टूटने का कारण बने लापरवाह अधिकारी, विजिलेंस ने बनाई जांच रिपोर्ट

30 दिसंबर की सुबर दादरी में इंदिरा कैनाल टूट गई, जिससे हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई. वहीं प्रशासन ने इसके बाद नहर को पाटने का कार्य पूरा कर लिया है. प्रशासनिक रिपोर्ट में सामने आया है कि ये नहर अधिकारियों की लापरवाही के कारण टूटी है.

cracks in indira canal in charkhi dadri
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Published : Dec 1, 2019, 4:55 PM IST

चरखी दादरी: शनिवार की सुबह गांव अचिना और झिंझर के बीच टूटी इंदिरा कैनाल को 24 घंटे बाद विभाग के कर्मचारियों ने ठीक कर दिया है. इंदिरा कैनाल का पानी खेतों में घुसने के कारण तीन गांवों के किसानों की करीब एक हजार एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई है.

अधिकारियों की लापरवाही से टूटी कैनाल
इस दौरान सिंचाई विभाग की विजिलेंस टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट में कैनाल टूटने का कारण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही माना गया है. उधर पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान मौके पर पहुंचे और अधिकारियों और किसानों से बात कर स्थिति का जायजा लिया.

इंदिरा कैनाल टूटने का कारण बने लापरवाह अधिकारी, देखें वीडियो

कैनाल टूटने से जलमग्न हुई हजार एकड़ फसल
बता दें कि शनिवार सुबह दक्षिण हरियाणा में पहुंचने वाली इंदिरा कैनाल गांव अचिना और झिंझर के बीच टूट गई थी. कैनाल में करीब 20 फूट चौड़ी दरार आने के कारण आसपास के करीब एक हजार एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई. हालांकि, दोपहर बाद विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और भाखड़ा हैड से पानी को बंद करवाया गया.

पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने की मुआवजे की मांग
कैनाल टूटने की जानकारी मिलने पर पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान मौके पर पहुंचे और विभाग के अधिकारियों और किसानों से बात कर स्थिति का जायजा लिया. सांगवान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नहर की पटरी को सही करें और पंप हाऊस में जो दिक्कतें हैं, उनको सहीं करवाएं.

ये भी पढ़ें- दादरी की इंदिरा कैनाल में आई दरार, सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न

उन्होंने डीसी धर्मवीर सिंह और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से फोन पर बातचीत कर प्रभावित क्षेत्र की संभव गिरदावरी करवाने और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है.

चरखी दादरी: शनिवार की सुबह गांव अचिना और झिंझर के बीच टूटी इंदिरा कैनाल को 24 घंटे बाद विभाग के कर्मचारियों ने ठीक कर दिया है. इंदिरा कैनाल का पानी खेतों में घुसने के कारण तीन गांवों के किसानों की करीब एक हजार एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई है.

अधिकारियों की लापरवाही से टूटी कैनाल
इस दौरान सिंचाई विभाग की विजिलेंस टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट में कैनाल टूटने का कारण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही माना गया है. उधर पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान मौके पर पहुंचे और अधिकारियों और किसानों से बात कर स्थिति का जायजा लिया.

इंदिरा कैनाल टूटने का कारण बने लापरवाह अधिकारी, देखें वीडियो

कैनाल टूटने से जलमग्न हुई हजार एकड़ फसल
बता दें कि शनिवार सुबह दक्षिण हरियाणा में पहुंचने वाली इंदिरा कैनाल गांव अचिना और झिंझर के बीच टूट गई थी. कैनाल में करीब 20 फूट चौड़ी दरार आने के कारण आसपास के करीब एक हजार एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई. हालांकि, दोपहर बाद विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और भाखड़ा हैड से पानी को बंद करवाया गया.

पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने की मुआवजे की मांग
कैनाल टूटने की जानकारी मिलने पर पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान मौके पर पहुंचे और विभाग के अधिकारियों और किसानों से बात कर स्थिति का जायजा लिया. सांगवान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नहर की पटरी को सही करें और पंप हाऊस में जो दिक्कतें हैं, उनको सहीं करवाएं.

ये भी पढ़ें- दादरी की इंदिरा कैनाल में आई दरार, सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न

उन्होंने डीसी धर्मवीर सिंह और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से फोन पर बातचीत कर प्रभावित क्षेत्र की संभव गिरदावरी करवाने और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है.

Intro:इंदिरा कैनाल की 24 घंटे बाद दरार पाटने का कार्य पूरा, करीब एक हजार एकड़ धान की फसल पानी में डूबी
: विभाग अधिकारियों की लापरवाही से टूटी कैनाल, विजिलैंस ने बनाई जांच रिपोर्ट
: पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान मौके पर पहुंचे, किसानों से बात कर अधिकारियों को निर्देश दिए
चरखी दादरी। शनिवार अल सुबह गांव अचिना व झिंझर के बीच टूटी इंदिरा कैनाल को 24 घंटे बाद विभाग के कर्मचारियों द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद पाटने का कार्य पूरा किया। कैनाल का पानी खेतों में घूसने के कारण तीन गांवों के किसानों की करीब एक हजार एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई। इस दौरान सिंचाई विभाग की विजिलैंस टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की। रिपोर्ट में कैनाल टूटने का कारण विभाग अधिकारियों की लापरवाही माना गया है। उधर पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान मौके पर पहुंचे और अधिकारियों व किसानों से बात कर स्थिति का जायजा लिया। पूर्व मंत्री ने डीसी व डिप्टी सीएम से फोन पर बातचीत कर प्रभावित क्षेत्र की गिरदावरी करवाने व मुआवजा देने की मांग की।Body:बता दें कि शनिवार अल सुबह दक्षिण हरियाणा में पहुंचने वाली इंदिरा कैनाल गांव अचिना व झिंझर के बीच टूट गई थी। कैनाल में करीब 20 फूट चौड़ी दरार आने के कारण आसपास के करीब एक हजार एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई। हालांकि दोपहर बाद विभाग के अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और भाखड़ा हैड से पानी को बंद करवाया गया। देर रात विभाग द्वारा दरार को पाटने के लिए जेसीबी की सहायता से मिट्टी डालने का कार्य किया। विभाग के कर्मचारियों ने मिट्टी के कट्टों से दरार को भरा। करीब 24 घंटे बाद टूट नहर की दरार को पाटने का कार्य पूरा किया गया। इस दौरान किसान नरेंद्र फौगाट, रामपाल, प्रदीप, कालू व जयसिंह इत्यादि ने बताया कि विभाग की लापरवाही के चलते इंदिरा कैनाल टूटी है। क्योंकि नहर की पटरी पर उगे झाड़ व पेड़ों की कटाई सही ढंग से नहीं की। इसके अलावा कैनाल पर लगे पंप हाऊस की मोटरें बंद होने के कारण ओवरफ्लो होने से नहर टूटी है। नहर टूटने के कारण गांव अचिना, झिंझर व लोहरवाड़ा के किसानों की करीब एक हजार एकड़ धान की फसल पानी में डूबने से बर्बाद हो गई। जिसके कारण उनकी साल भर की मेहनत पानी में डूब गई है साथ ही वे अब रबी फसल की भी बिजाई नहीं कर पाएंगे।
कैनाल टूटने की जानकारी मिलने पर पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान मौके पर पहुंचे और विभाग के अधिकारियों व किसानों से बात कर स्थिति का जायजा लिया। सांगवान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नहर की पटरी को सही करें और पंप हाऊस में जो दिक्कतें हैं, उनको सहीं करवाएं। उन्होंने डीसी धर्मवीर सिंह व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से फोन पर बातचीत कर प्रभावित क्षेत्र की यथा संभव गिरदावरी करवाने व उचित मुआवजा दिलाने की मांग की। वहीं सिंचाई विभाग की विजिलैंस टीम के एसडीओ हरपाल दलाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और रिपोर्ट तैयार की। टीम ने अपनी रिपोर्ट में विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण कैनाल टूटने का कारण माना।
विजवल:- 1
टूटी नहर को पाटने का कार्य करते कर्मचारी, मिट्टी डालते, विजीलैंस टीम के अधिकारी निरीक्षण करते, पूर्व मंत्री किसानों से बातचीत करते व खेतों में भरे पानी के कट शाटस
बाईट:- 2
सतपाल सांगवान, पूर्व मंत्री
बाईट:- 3
रामपाल, किसान
बाईट:- 4
नरेंद्र फौगाट, किसानConclusion:
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