चरखी दादरी: शनिवार की सुबह गांव अचिना और झिंझर के बीच टूटी इंदिरा कैनाल को 24 घंटे बाद विभाग के कर्मचारियों ने ठीक कर दिया है. इंदिरा कैनाल का पानी खेतों में घुसने के कारण तीन गांवों के किसानों की करीब एक हजार एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई है.
अधिकारियों की लापरवाही से टूटी कैनाल
इस दौरान सिंचाई विभाग की विजिलेंस टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट में कैनाल टूटने का कारण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही माना गया है. उधर पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान मौके पर पहुंचे और अधिकारियों और किसानों से बात कर स्थिति का जायजा लिया.
कैनाल टूटने से जलमग्न हुई हजार एकड़ फसल
बता दें कि शनिवार सुबह दक्षिण हरियाणा में पहुंचने वाली इंदिरा कैनाल गांव अचिना और झिंझर के बीच टूट गई थी. कैनाल में करीब 20 फूट चौड़ी दरार आने के कारण आसपास के करीब एक हजार एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई. हालांकि, दोपहर बाद विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और भाखड़ा हैड से पानी को बंद करवाया गया.
पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने की मुआवजे की मांग
कैनाल टूटने की जानकारी मिलने पर पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान मौके पर पहुंचे और विभाग के अधिकारियों और किसानों से बात कर स्थिति का जायजा लिया. सांगवान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नहर की पटरी को सही करें और पंप हाऊस में जो दिक्कतें हैं, उनको सहीं करवाएं.
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उन्होंने डीसी धर्मवीर सिंह और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से फोन पर बातचीत कर प्रभावित क्षेत्र की संभव गिरदावरी करवाने और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है.